इस्रायल-हमास युद्ध का लाभ उठाने की कोशिश न करें – ईरान को अमेरिका की कड़ी चेतावनी

तृतीय महायुद्ध, इस्रायल-हमासवॉशिंग्टन/तेल अवीव – इस्रायल ने गाजा में सेना उतारी तो युद्ध की तीव्रता बढ़ेगी, ऐसी धमकी ईरान ने दी है। इससे पहले ईरान ने खाड़ी क्षेत्र में स्थित अमेरिका के सैन्य ठिकाने हमारे निशाने पर रहेंगे, यह इशारा दिया था। इसपर अमेरिका ने ईरान को कड़ी चेतावनी दी है। अमेरिका के विदेश मंत्री एंथनी ब्लिंकन और रक्षा मंत्री लॉईड ऑस्टिन ने ईरान को चेतावनी देते हुए यह कहा है कि, अमेरिका हमारे खिलाफ गतिविधियां करने वालों पर कार्रवाई करने में अमेरिका हिचकिचाएगी नहीं। इसी के लिए अमेरिका ने अपने युद्धपोतों की तैनाती की है, इसका अहसास अमेरिकी विदेश मंत्री और रक्षा मंत्री ने कराया है।

इस्रायल ने सोमवार के दिन गाजा के आतंकवादी संगठन हमास और इस्लामिक जिहाद के ३२० ठिकानों पर जोरदार हवाई हमले किए। इस्रायली सेना गाजा में घुसकर कार्रवाई करने से पहले जवाबी हमले करने की हमास की क्षमता नष्ट करने के इरादे से इस्रायल ने हवाई हमले करना शुरू किया है। इसी वजह से इस्रायली सेना का गाजा अभियान शुरू होने में और थोड़ी देरी हो सकती हैं, ऐसा दावा किया जा रहा है। साथ ही हमास ने अगवाह करके बंधक बनाए रखे इस्रायली और विदेशी नागरिकों की संख्या २२२ अब बताई जा रही हैं। इस्रायल ने हमास पर जारी हमलों की तीव्रता बढ़ाना जारी रखा हैं और इन हमलों में अबतक ४,६५१ लोगों के मारे जाने की जानकारी गाजा स्थित हमास की यंत्रणा ने साझा की है और इन हमलों में घायल हुए लोगों की संख्या १४ हजार से अधिक बताई जा रही है।

इस्रायल-हमास

आगे के समय में गाजा में इस्रायल के हमलों की तीव्रता अधिक बढ़ने के संकेत प्राप्त हो रहे हैं। ईरान और ईरान समर्थक हिजबुल्लाह ने इसपर इस्रायल को धमकाया भी हैं। इस्रायली सेना ने गाजा में प्रवेश करने के बाद युद्ध की तीव्रता बढ़ेगी और इसपर किसी का भी नियंत्रण नहीं रहेगा, ऐसी चेतावनी ईरान ने दी। साथ ही इस्रायल की सुरक्षा के लिए हमारे विमान वाहक युद्धपोतों की तैनाती करने वाली अमेरिका को भी ईरान ने धमकाया था। खाड़ी क्षेत्र में अमेरिकी सैन्य अड्डों को ईरान लक्ष्य कर सकता हैं, ऐसे बयान भी ईरानी सेना अधिकारी कर रहे हैं। ईरान समर्थक संगठनों ने इराक और सीरिया में मौजूद अमेरिकी सैन्य अड्डों पर ड्रोन हमले करने की कोशिश भी की थी।

इसका अमेरिका ने गंभीरता से संज्ञान लिया हैं और अमेरिका के विदेश मंत्री ब्लिंकन और रक्षा मंत्री ऑस्टिन ने इसी मुद्दे पर सख्त चेतावनी दी। इस्रायल-हमास युद्ध का लाभ उठाकर कोई भी इस युद्ध को अधिक भड़काने की कोशिश की और अमेरिका के हितसंबंधों को लक्ष्य किया तो अमेरिका को आत्मरक्षा का अधिकार रहेगा। इसका इस्तेमाल करते समय अमेरिका बिल्कुल भी हिचकिचाएगी नहीं। अमेरिका ने इस क्षेत्र में अपने युद्धपोत तैनात करके इस कार्रवाई की पूरी तैयारी रखी हैं, यह अहसास भी अमेरिकी विदेश और रक्षा मंत्री ने कराया।

इससे पहले येमन से इस्रायल की दिशा में दागे गए मिसाइल और ड्रोन अमेरिकी युद्धपोत ने हवां में ही नष्ट किए थे। इस माध्यम फिलहाल जारी युद्ध में इस्रायल के पीछे खड़ी होने का संदेश भी अमेरिका ने दिया था।

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