हमास ने इस्रायल पर किए हमलों से ईरान का कोई भी संबंध नहीं – ईरान के सर्वोच्च धार्मिक नेता आयातुल्ला खामेनी

तेहरान – ‘इस्रायल में घुसपैठ करके हमास ने किए भीषण हमलों की वजह से इस्रायल की बड़ी हार हुई है। अगले कुछ सालों तक इस्रायल इससे बाहर नहीं निकल सकेगा। इस्रायल पर किए इन हमलों का ईरान को अभिमान है’, ऐसे शब्दों में ईरान के सर्वोच्च धार्मिक नेता आयातुल्ला खामेनी ने हमास ने किए हमलों का समर्थन किया है। लेकिन, इस्रायल पर किए गए इस हमले का और ईरान का दूर दूर तक कोई संबंध नहीं है, ऐसा खामेनी ने कहा है। हमास ने इस्रायली नागरिकों पर किए भीषण अत्याचार के वीडियो की दुनियाभर में आलोचना हो रही हैं। कतर के अलावा अन्य कोई भी अरब-इस्लामी देश हमास का समर्थन करता नहीं दिखाई दे रहा है। इस स्थिति में ईरान भी हमास के हमलों से हमारा संबंध नहीं हैं, यह कहकर अपना बचाव करता दिख रहा है।

हमास ने इस्रायल पर किए हमलों से ईरान का कोई भी संबंध नहीं - ईरान के सर्वोच्च धार्मिक नेता आयातुल्ला खामेनीगाजा पट्टी से हमास के आतंकवादियों ने इस्रायल पर रॉकेटस्‌ की बौछार की थी। ईरान ने हर बार इस्रायल पर हुए इन हमलों का समर्थन किया था। लेकिन, हमास ने शनिवार के दिन इस्रायल में घुसकर किए हमलों में इस्रायली बेटियां, महिलाओं पर अत्याचार करके इसके वीडियो जारी किए। इस्रायली बूजुर्ग महिला और मर्दों को बंदी बनाकर उनकी परेड़ करवाई। हड्डियां टूटने तक इस्रायली बच्चों से मारपीट करने के वीडियो भी सामने आए हैं। साथ ही हमास ने लगभग १०० इस्रायली नागरिकों का अपहरण किया है और उन्हें जान से मारने की धमकी दी है।

हमास ने इस्रायल पर किए हमलों से ईरान का कोई भी संबंध नहीं - ईरान के सर्वोच्च धार्मिक नेता आयातुल्ला खामेनीहमास के आतंकवादियों ने इस्रायल पर किए इन हमलों की सभी स्तरों पर आलोचना हो रही है। पैलेस्टिन के राष्ट्राध्यक्ष महमूद अब्बास ने भी यह कहा है कि, हमास के भीषण हमलों का समर्थन नहीं किया जा सकता। इस बीच विश्वभर के प्रमुख नेता भी इस्रायल के पीछे खड़े हुए हैं। ईरान के राष्ट्राध्यक्ष इब्राहिम रईसी ने हमास के हमलों का समर्थन किया था। लेकिन, पिछले दो दिनों से हमास की जारी हिंसक गतिविधियों के वीडियो सामने आने के बाद ईरान भी एक कदम पीछे लेने के लिए मज़बूर होने की बात सर्वोच्च धार्मिक नेता खामेनी के बयान से स्पष्ट हो रही है।हमास ने इस्रायल पर किए हमलों से ईरान का कोई भी संबंध नहीं - ईरान के सर्वोच्च धार्मिक नेता आयातुल्ला खामेनी

इसी बीच, खामेनी कितना भी इन्कार करें, फिर भी इस्रायल विरोधी गतिविधियां करने के लिए हमास को ईरान से ही सहायता प्राप्त होने के आरोप लगातार लगाए जा रहे हैं। वहीं, हमास के माध्यम से इस्रायल पर हमला करके ईरान ने अमरीका को चेतावनी दी है, ऐसा दावा अमेरिका के विश्लेषक कर रहे हैं। इस्रायल और सौदी अरब के बीच सहयोग स्थापित करने के लिए अमेरिका ने पहल की है। इस पृष्ठभूमि पर हमास-इस्रायल संघर्ष शुरू कराकर ईरान इस्रायल-सौदी सहयोग स्थापित करने की शुरू कोशिश नाकाम करने में लगा है, ऐसा विश्लेषक कह रहे हैं।

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