चीन पानी की समस्या दूर करने के लिए किरगिझिस्तान की हिमनदियों का पानी आयात करेगा

बीजिंग/बिश्केक – पिछले हफ्ते जारी एक रपट में ही यह चिंता जताई गई थी कि, विश्व की २५ प्रतिशत यानी दो अरब जनता को हर साल पानी की किल्लत के संकट का सामना करना पड़ता है। इस रपट की पृष्ठभूमि पर चीन ने पानी की समस्या का हल निकालने के लिए सीधे पड़ोसी देश से पानी आयात करने की गतिविधियां शुरू करने की खबर सामने आयी है। किसी समय रशियन संघ राज्य का हिस्सा रहें मध्य एशिया के देश किरगिझिस्तान के हिमनदियों का पानी अपनी ओर मोड़ने की कोशिश चीन ने शुरू की है। 

हिमनदियों का पानीकुछ दिन पहले किरगिझिस्तान के प्रधानमंत्री अकिलबेक झापारोव ने चीन का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने चीन में मिनरल वॉटर का उत्पादन कर रही बड़ी कंपनियों से बातचीत की थी। इसमें से एक चर्चा में प्रधानमंत्री झापारोव ने अपने देश में काफी मात्रा में हिमनदियां हैं और चीन सहीत अन्य देशों को पिने के लिए स्वच्छ पानी निर्यात करने के लिए तैयार होने का बयान किया था। इसके लिए किरगिझिस्तान को चीनी कंपनियां सहायता करें, ऐसा आवाहन भी उन्होंने तब किया था। 

विश्व में करीबन २० प्रतिशत जनसंख्या का देश होने वाले चीन में स्वच्छ पानी की मात्रा महज छह प्रतिशत हैं। मौसम के बदलाव एवं औद्योगिक स्तर के प्रदूषण के कारण वहां उपलब्ध हो रहे पानी की मात्रा कम हो रही है। साथ ही पिछले दो दशकों में चीन में पानी की मांग में लगभग १० प्रतिशत वृद्धि हुई हैं। इस वजह से पिछले कुछ सालों से चीनी जनता को लगातार पानी की कमी के संकट का मुकाबला करना पड़ रहा है। इसका लाभ चीन के ‘बॉटल्ड वॉटर’ उद्योग ने उठाया है और चीन इस क्षेत्र में विश्व का प्रमुख देश बना है। चीनी कंपनियों द्वारा इस्तेमाल हो रहे पानी के स्रोत भी कम हो रहे हैं और इस पृष्ठभूमि पर किरगिझिस्तान से पानी आयात करने की तैयारी शुरू होती दिख रही है। 

किरगिझिस्तान में हिमनदियों की संख्या लगभग १० हजार हैं और साड़े छह हजार चौरस किलोमीटर से भी अधिक बर्फिला क्षेत्र मौजूद है। किरगिझिस्तान के कुल क्षेत्र में हिमनदियों का हिस्सा तीन प्रतिशत से भी ज्यादा है। वैश्विक स्तर के विभिन्न रपटों के मुताबिक देश के हिमनदियों में कुल ६०० अरब घन मीटर पानी का भंड़ार मौजूद है। लेकिन, किरगिझिस्तान इस पानी का इस्तेमाल करने की तकनीक नहीं रखता और इस वजह से इस पानी का इस्तेमाल नहीं हुआ है। ऐसी स्थिति में चीन द्वारा किरगिझिस्तान के हिमनदियों का पानी आयात करने की गतिविधियां शुरू होना ध्यान आकर्षित करता है।

किरगिझिस्तान पिछले सदी में रशियन संघ राज्य का हिस्सा रहा है और रशिया आज भी इस देश पर अपना प्रभाव बनाए हैं। लेकिन, इस देश में हुआ सत्ता परिवर्तन एवं सरकार पटलने की हुई नाकाम कोशिश के बाद यह दावे किए जा रहे है कि, किरगिस्तान अब चीन एवं यूरोप समर्थन होने लगा है। चीन की कम्युनिस्ट हुकूमत ने इससे पहले निवेश एवं प्रकल्पों के माध्यम से पड़ोसी एवं छोटे देशों पर अपनी पकड़ बनाने की कोशिश करने की बात स्पष्ट हुई है। ऐसे में पड़ोसी देश किरगिझिस्तान के हिमनदियों पर कब्ज़ा पाने के लिए चीन ने शुरू की हुई गतिविधियां अहमियत रखती हैं।

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