ताइवान के लिए सहायता पारित कर रही अमरीका को चीन की कड़ी चेतावनी

वॉशिंग्टन/बीजिंग – अमरिकी सिनेट ने ताइवान के लिए ४.५ अरब डॉलर्स की रक्षा सहायता प्रदान करने का प्रस्ताव पारित किया। इसके ज़रिये अमरीका अब ताइवान को सीधे सैन्य सहायता प्रदान कर रही है। यह निर्णय चीन की ‘वन चायना पॉलिसी’ को चुनौती देता है, यह दावा किया जा रहा है। इससे आगबबूला हुए चीन ने अमरिका पर सीमाओं का उल्लंघन करने का आरोप लगाया। साथ ही, इसके लिए अमरीका को गंभीर परिणाम भुगतने पडेंगे और ताइवान की खाड़ी की शांति और सुरक्षा के लिए खतरा निर्माण होगा, यह चेतावनी चीन ने दी है।

ताइवान के लिए सहायताकुछ दिन पहले अमरिकी सिनेट की फॉरेन रिलेशन्स कमिटी के प्रमुख बॉब मेंडेज़ ने ताइवान का दौरा करके राष्ट्राध्यक्षा त्साई ईंग-वेन से मुलाकात की थी। अमरिकी सिनेट के वरिष्ठ सदस्यों के इस दौरे की चीन ने आलोचना की थी। साथ ही ताइवान को घेरकर चीन के लड़ाकू विमान और विध्वंसकों ने युद्धाभ्यास शुरू किया था। बुधवार को मेंडेज़ के नेतृत्व में आयोजित सिनेट की फॉरेन रिलेशन्स कमिटी की बैठक में ताइवान को सैन्य सहायता प्रदान करने का निर्णय किया गया।

ताइवान के लिए सहायताताइवान को हथियारों से सज्जित करना हो तो यह अभी करना पडेगा। इस पर अमरीका को अधिक स्पष्ट होना चाहिये’, इन शब्दों में सिनेटर मेंडेज़ ने ताइवान संबंधित निर्णय का ऐलान किया। इसी दौरान ताइवान की सुरक्षा को किसी भी तरह की चुनौती मिली तो वह अमरिका की अर्थव्यवस्था और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए घातक साबित होगी, ऐसा इशारा रिपब्लिकन पार्टी के वरिष्ठ सिनेटर जिम रिश ने दिया। सिनेट की कमिटी द्वारा पारित किया गया यह विधेयक प्रतिनिधि सदन में भी बहुमत से पारित होना आवश्यक है, इसकी याद अमरिकी माध्यम दिला रहे है।

बुधवार को १७-७ फरक से यह प्रस्ताव सिनेट में पारित किया गया। शासक डेमोक्रैटस्‌‍ एवं विपक्षी रिपब्लिकन के नेताओं ने इस बिल का समर्थन किया। इसके ज़रिये अमरीका अगले चार सालों में ताइवान को सीधे ४.५ अरब डॉलर्स के हथियार प्रदान कर सकती है। सिनेट का यह बिल यानी अमरीका का नया कानून ही है, ऐसा दावा अंतरराष्ट्रीय माध्यम कर रहे हैं। अमरीका ने ताइवान संबंधित यह निर्णय करके अप्रत्यक्ष रूप से चीन की ‘वन चायना पॉलिसी’ को लताड़ दिया, ऐसा इन माध्यमों का कहना है।

इसी बीच, ताइवान ने अमरिकी सिनेट के इस निर्णय का स्वागत किया। लेकिन, इससे आगबबूला हुए चीन के विदेश मंत्रालय ने अमरीका को स्पष्ट शब्दों में धमकाया। यह निर्णय करके अमरीका ने ‘वन चायना’ नीति का उल्लंघन किया है, यह आरोप चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने लगाया। साथ ही अमरीका के इस निर्णय की वजह से ताइवान की खाड़ी की शांति और सुरक्षा को खतरा निर्माण हो सकता है, ऐसा निंग ने धमकाया।

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