रशिया का युक्रेन पर हमला यह दूसरे विश्वयुद्ध पश्चात युरोप पर आ धमका सबसे भयंकर संकट – अन्तर्राष्ट्रीय समुदाय की आलोचना

second-world-war-europe-russia-1लंडन – रशिया ने युक्रेन पर किए हमले के बाद की स्थिति, यह दूसरे विश्वयुद्ध पश्चात युरोप की सर्वाधिक बुरी कालावधी है, ऐसी आलोचना अन्तर्राष्ट्रीय समुदाय द्वारा की जा रही है। रशिया ने किए हमले के बाद होनेवाली जीवितहानी और विनाश के लिए सिर्फ रशिया ही ज़िम्मेदार होगा, ऐसी चेतावनी अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने दी है। अमरीका और ब्रिटेन समेत अन्य युरोपीय देशों ने रशिया पर नए सख्त प्रतिबंध लगाने की चेतावनी भी दी है।

second-world-war-europe-russia-2‘कल रात हुईं घटनाएँ युरोप के इतिहास का निर्णायक मोड़ साबित हुईं हैं। युद्ध की इस घटना के विरोध में, किसी भी प्रकार की कमज़ोरी न दिखाते हुए हम शांति से, निर्धार से और एकजुट से सामना करेंगे’, ऐसा फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष इमॅन्युअल मॅक्रॉन ने कहा है। साथ ही, जिस तीव्रता के साथ रशिया ने युक्रेन पर हमला किया है, उसी तीव्रता के प्रतिबंधों का सामना रशिया को करना पड़ेगा, ऐसी चेतावनी भी उन्होंने दी।

‘पुतिन ने उनके पड़ोसी देशों में विनाश और पीड़ादायक घटनाएँ घटित करवाईं हैं। युक्रेन की सीमाओं का और सार्वभौमिकता का उल्लंघन किया है। हज़ारों बेगुनाह नागरिकों का जीवन ख़तरे में डालकर युरोप की सुरक्षा को झटका दिया है। इसका किसी भी प्रकार से समर्थन नहीं किया जा सकता। यह पुतिन ने शुरू किया युद्ध है’, ऐसी प्रतिक्रिया जर्मनी के चॅन्सेलर ओलाफ शोल्झ ने दी।

second-world-war-europe-russia-3युक्रेन पर किया हमला यह युरोप के इतिहास में दूसरे विश्वयुद्ध के पश्चात की सर्वाधिक बुरी कालावधी है, ऐसी चिंता युरोपीय महासंघ के विदेश विभाग के प्रमुख जोसेप बोरेल ने व्यक्त की। वहीं, युरोप को फिर से युद्ध की खाई में धकेलने के लिए रशिया के राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ही ज़िम्मेदार होकर, रशिया की अर्थव्यवस्था तहस-नहस करनेवाले प्रतिबंध लगाए जाएंगे, ऐसी चेतावनी युरोपीय महासंघ की प्रमुख उर्सुला व्हॉन डेर लेयेन ने दी।

राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने रक्तपात और विनाश का मार्ग चुना है और उससे युरोप पर बड़ी आपत्ति आ सकती है, ऐसा ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉन्सन ने जताया। युक्रेन पर किया हमला यह ठंडे दिमाग से किया नियोजनबद्ध आक्रमण होने का दावा नाटो के प्रमुख ने किया। साथ ही, नाटो सदस्य देशों को ‘शिल्ड’ प्रदान करने के लिए गतिविधियाँ शुरू होने का दावा भी नाटो के प्रमुख जेन्स स्टॉल्टनबर्ग ने किया। रशिया का हमला यह अन्तर्राष्ट्रीय कानून का उल्लंघन होने की प्रतिक्रिया तुर्की के विदेश मंत्रालय ने दी है।

चीन ने, रशिया की गतिविधियाँ यह युक्रेन पर आक्रमण नहीं है, ऐसा कहा है।

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