तो फिर यूक्रेन की हार के लिए अमेरिका ही ज़िम्मेदार होगी – अमेरिका की वित्त मंत्री जैनेट येलेन की चेतावनी

वॉशिंग्टन/किव – यूक्रेन के लिए ज़रूरी आर्थिक सहायता मुहैया करने में यदि अमेरिका नाकाम हुई तो रशिया विरोधी युद्ध में यूक्रेन की हुई हार के लिए अमेरिका ज़िम्मेदार होगी, ऐसी चेतावनी वित्त मंत्री जैनेट येलेन ने दी है। यूक्रेन के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी इसकी पुष्टि की है। अमेरिका की सहायता प्राप्त होने में देरी हु तो रशिया के विरोध में पिछले दो सालों से शुरू संघर्ष में हार होने का बड़ा खतरा है, ऐसा बयान राष्ट्राध्यक्ष वोलोदिमीर झेलेन्स्की के करीबियों ने किया है। इसी पृष्ठभूमि पर राष्ट्राध्यक्ष झेलेन्स्की ने अमेरिकी संसद में निवेदन करने का कार्यक्रम रद करने की जानकारी सामने आ रही है।

तो फिर यूक्रेन की हार के लिए अमेरिका ही ज़िम्मेदार होगी - अमेरिका की वित्त मंत्री जैनेट येलेन की चेतावनीकुछ दिन पहले ही नाटो के प्रमुख जेन्स स्टॉल्टनबर्ग ने यह इशारा दिया था कि, यूक्रेन से बुरी खबर आने की तैयारी रखनी होगी। इसी बीच अमेरिकी रक्षाबलप्रमुख चार्ल्स ब्राऊन ज्युनियर ने यह दावा किया था कि, रशिया-यूक्रेन युद्ध का हल सीर्फ सैन्य स्तर के संघर्ष से नहीं निकलेगा। उससे पहले ब्रिटेन के शीर्ष साप्ताहिक ने जारी किए लेख में यूक्रेन युद्ध रशिया के राष्ट्राध्यक्ष पुतिन जीत रहे हैं, इसका अहसास कराया था।

एक के बाद एक सामने आए यह बयान रशिया विरोधी जंग में यूक्रेन की हार दर्शा रहे हैं, इसपर भी विश्लेषक ध्यान आकर्षित कर रहे हैं। इसी पृष्ठभूमि पर अमेरिका की वित्त मंत्री ने सीधे यूक्रेन की हार होने के मुद्दे पर बयान करके सनसनी फैलायी है। पिछले कुछ दिनों में अमेरिकी रक्षा विभाग, व्हाईट हाऊस एवं बायडेन प्रशासन की यंत्रणा ने यह कबूल किया था कि, यूक्रेन को देने के लिए अमेरिका के पास पैसे नहीं बचे है।

तो फिर यूक्रेन की हार के लिए अमेरिका ही ज़िम्मेदार होगी - अमेरिका की वित्त मंत्री जैनेट येलेन की चेतावनीवित्त मंत्री येलेन के बयान से इसकी स्पष्ट पुष्टि होती दिख रही है। ‘लेकिन, अपने सांसद एवं सहयोगियों से बातचीत की है। यूक्रेन की स्थिति काफी खतरनाक होने का अहसास उन्हें हैं। अमेरिकी संसद यूक्रेन के लिए आवश्यक निधी उपलब्ध नही कर सकती हैं तो यूक्रेन की होने वाली हार के लिए अमेरिका ज़िम्मेदार रहेगी’, ऐसा वित्त मंत्री येलेन ने कहा है। यूक्रेन को शीघ्रता से और सीधे निधी उपलब्ध कराना होगा, यह दावा भी उन्होंने इस दौरान किया।

रशिया-यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद २१ महीने बीते हैं और इस दौरान रशिया को बड़ा झटका देने में यूक्रेन और इसके समर्थक पश्चिमी देश नाकाम हुए धिकाई दे रहे हैं। २४ फ़रवरी, २०२२ के दिन रशिया ने हमला करने के बाद यूक्रेन के पूर्व एवं दक्षिणी हिस्से के बड़े क्षेत्र पर कब्ज़ा किया था। तो फिर यूक्रेन की हार के लिए अमेरिका ही ज़िम्मेदार होगी - अमेरिका की वित्त मंत्री जैनेट येलेन की चेतावनीमौजूदा समय पर यूक्रेन का करीबन २० प्रतिशत क्षेत्र रशिया के कब्ज़े में होने की बात कही जा रही है। बहुचर्चित जवाबी हमलों का अभियान एवं अन्य लड़ाईयों के वाजजूद यूक्रेन की सेना हारा हुआ अधिकतम क्षेत्र दोबारा हासिल नहीं कर सकी है।

इसी बीच रशिया ने सैन्य क्षमता बढ़ाने के साथ हथियारों के निर्माण को प्रदान की हुई गति और नीति में किए बदलाव के कारण यूक्रेन की सेना फिलहला रक्षात्मक स्थिति में देखी जा रही है। ऐसे में पश्चिमी देशों की आर्थिक सहायता एवं हथियारों की सप्लाई लगातार जारी रहे बिना यूक्रेन को संघर्ष जारी रखना मुमकिन नहीं होगा। यूक्रेन के साथ पश्चिमी देशों के कई पूर्व अधिकारी एवं विश्लेषक लगातार इसी मुद्दे पर ध्यान आकर्षित कर रहे हैं।

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