अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा को चीन से सर्वाधिक घोखा – जांचयंत्रणा ‘एफबीआय’ के प्रमुख का आरोप

fbi-us-security-threat-1वॉशिंग्टन – अंतरराष्टीय स्तर पर नेतृत्वों के निकषों के बारे में घृणा, आर्थिक वर्चस्व की भूख और अमेरिका की सियासत पर प्रभाव डालने की कोशिशें, इन बातों की वजह से ची अमेरिका की सुरक्षा के लिए सबसे बडा और गंभीर धोखा है, ऐसा इशारा अमेरिकी जांचयंत्रणा ’एफबीआय’ के प्रमुख क्रिस्टोफर रे ने दिया। अमेरिका के अलावा पश्चिमी विश्व के लिए चीन का धोखा प्रमुख रूप से दिखाई देता है और इसलिए होनेवाली हानी भी बडी होने की ताकीद रे ने की। एफबीआय ने चीन में विंटर ओलम्पिक में शामिल होने वाले अमेरिकी खिलाडियों के लिए भी स्वतंत्र निवेदन जारी किया है और नियमित फोन के बदले ’बर्नर फोन’ ले जाने की शिफारिश की है।

भूतपूर्व राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प के कार्यकाल में अमेरिकी प्रशासन ने चीन के खिलाफ आक्रामक राजनैतिक संघर्ष छेडा था। नए राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन को यह नीति कायम रखना ही पडा हो फिर भी चीन के खिलाफ कार्यवाही की धार घटी हुई दिखाई दे रही है। इस पृष्ठभूमि पर राष्ट्र की प्रमुख जांचप्रणाली ’फेडरल ब्युरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन’ के प्रमुख ने चीनी हुकूमत द्वारा जारी कार्यवाहियों की सच्चाई पेश करने की बात ध्यान आकर्षित करती है। इससे पहले सन २०२० में ट्रम्प के कार्यकाल में भी इन्होंने चीन के बढते धोखे का अहसास कराया था। ’रोनाल्ड रीगन प्रेसिडेन्शियल लाइब्ररी ऐण्ड म्युज़ियम’ के कार्यक्रम में इसका पुन:उच्चरण करके उन्होंने चीन का धोखा अधिक बढने की बात से आगाह किया। 

fbi-us-security-threat-2’अमेरिका और चीन की अर्थव्यवस्थाएं बडे पैमाने पर एकदूसरे से जोडी गई हैं। अमेरिका में चीन के उत्पादनों की मांग बढ रही है। अमेरिका और चीन में बडे पैमाने पर विद्यार्थियों का आदानप्रदान जारी है। आर्थिक वर्चस्व हासिल करने के लिए चीन इन बातों का पूरी तरह से और सरेआम इस्तेमाल करता हुआ दिखता है। चीनी हुकूमत द्वारा जारी कार्यवाहियों के दो हजार से अधिक मामले हमारे पास दर्ज किए गए हैं। चीन केवल अमेरिका की गोपनीय जानकारी अथवा प्रौद्योगिकी पर हमला नहीं कर रहा है बल्कि, यह राष्ट्र अमेरिका की संकल्पना, संशोधन एवं आर्थिक सुरक्षा के लिए भी बडा धोखा बनता जाअ रहा है’. ऐसा इशारा एफबीआय के प्रेमुख ने दिया।

कोई बात हासिल करने के लिए चीनी हुकूमत केवल जासूसी या सायबर हमलों तक सीमित कदम नहीं उठाती बल्कि, हर तरह के उपलब्ध मार्गों की कोशिश करती है, और इसी लिए चीन की नीति अधिक धोखादाई होने का अहसास रे ने कराया। केवल आर्थिक वर्चस्व पाकर दीन की भूख नहीं मिटेगी, चीनी हुकूमत को अमेरिका की अंतर्गत व्यवस्था में घुसपैठ करके उसे कमज़ोर बनाना है, ऐसा आरोप भी एफबीआय के प्रमुख ने लगाया।

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