शंघाई के लॉकडाउन को लेकर अमेरिका और चीन में बहस

us-china-conflict-shanghai-3शंघाई/वॉशिंग्टन – चीन ने शंघाई पर थोपा हुआ लॉकडाउन अमरीका और चीन के बीच नए तनाव का कारण साबित हुआ है। शंघाई के लॉकडाउन के दौरान चिनी यंत्रणाएँ अनियंत्रित और अमर्यादित प्रतिबंध लगा रही हैं, ऐसा आरोप अमरीका ने किया है। वहीं, अमरीका बेबुनियाद बयान कर रही है, ऐसा प्रत्युत्तर चीन ने दिया है।

चीन की सत्ताधारी कम्युनिस्ट हुकूमत ने मार्च महीने के आखिरी हफ्ते में शंघाई में लॉकडाउन का ऐलान किया था। लेकिन उसके बाद भी शंघाई की स्थिति में बदलाव ना हुआ होकर, उल्टा मरीज़ संख्या रिकॉर्ड गति से बढ़ रही है। पिछले कुछ दिन शंघाई में प्रतिदिन 10 हज़ार से अधिक मरीज़ पाए जा रहे हैं। शनिवार को मरीज़ संख्या 23 हज़ार के पार जाने की बात सामने आई। मरीज़ संख्या बढ़ रही है, ऐसे में शंघाई के नागरिकों समेत विदेशी नागरिक, अधिकारी और कर्मचारियों को पर्याप्त अनाज, दवाईयाँ तथा अन्य जीवनावश्यक वस्तुएँ उपलब्ध नहीं हो रही होने की शिकायत सामने आ रही है।

us-china-conflict-shanghai-2इसकी दखल लेकर अमरीका ने अपने नागरिकों को, चीन भेंट भी ना करने की सलाह दी है। चीन की यंत्रणाएँ ‘झीरो कोविड पॉलिसी’ के अंतर्गत अनियंत्रित प्रतिबंध लगा रहीं होकर, अमरिकी नागरिकों को इसका झटका लगने की संभावना है, ऐसा अमरीका के विदेश विभाग द्वारा बताया गया। शंघाई में अमरीका के राजनीतिक कार्यालय को भी प्रतिबंधों का झटका लगा होकर, अमरीका के चीन में नियुक्त राजदूत निकोलस बर्न्स ने चिनी अधिकारियों के समक्ष इस संदर्भ में मुद्दा उपस्थित किया है।

उसी समय, राजनीतिक कार्यालय में काम करनेवाले और अत्यावश्यक ना होनेवाले कर्मचारी कार्यालय से बाहर निकलें, ऐसी सूचना भी अमरिकी यंत्रणाओं ने की है। कोरोना उपाययोजनाओं पर नाराज़गी ज़ाहिर करनेवाली अमरीका की इस भूमिका पर चीन से तीव्र प्रतिक्रिया आई है। ‘अमरीका जो बेबुनियाद आरोप कर रही है, उसका हम सख्त विरोध करते हैं। अमरीका ने चीन की कोरोना विरोधी उपाययोजनाओं पर ज़ाहिर की नाराज़गी का हम निषेध दर्ज़ कर रहे हैं’, ऐसा चीन के विदेश विभाग के प्रवक्ता झाओ लिजिअन ने डटकर कहा।

us-china-conflict-shanghai-1चीन की ‘झीरो कोविड पॉलिसी’ के विरोध में विभिन्न देशों के विशेषज्ञ तथा विश्लेषकों ने आलोचना जारी की थी। अन्तर्राष्ट्रीय प्रसार माध्यमों ने भी, चीन की यह नीति असफल साबित हुई है यह दिखा दिया था। लेकिन अमरीका के सत्ताधारी बायडेन प्रशासन ने पहली ही बार चीन की नीतियों पर खुलेआम नाराज़गी ज़ाहिर की है। अमरीका की इस नाराज़गी से चीन बहुत ही बेचैन हुआ है, यह चिनी प्रवक्ता के प्रत्युत्तर से साफ दिखाई दे रहा है।

कुछ दिन पहले चीन के अधिकारियों ने ही, कोरोना महामारी के विरोध में पर्याप्त तैयारी नहीं की है और उसी के परिणाम दिखाई दे रहे हैं, इस बात की कबूली दी थी। कोरोना विरोधी उपाय योजना ‘टोटल डिझास्टर’ होने की नाराज़गी स्थानिक उद्यमी तथा आम नागरिकों ने भी ज़ाहिर की थी। लेकिन चीन की सत्ताधारी हुकूमत ने इस नाराज़गी को दबाने की कोशिश की। लेकिन अब अमरीका के बयानों से यह मुद्दा फिर एक बार चर्चा में आया होने के कारण, चीन के सत्ताधारी मुश्किल में फँसे दिखाई दे रहे हैं।

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