अमरीका, जापान और फिलीपींस समुद्री सुरक्षा सहयोग को मज़बूती देंगे – अमरीका के वरिष्ठ राजनीतिक अधिकारी का ऐलान

टोकियो – नैसर्गिक साधन संपत्ति से समृद्ध इंडो-पैसिफिक समुद्री क्षेत्र की सुरक्षा के लिए चीन का बना खतरा बढ़ रहा हैं। इस खतरे के विरोध में और इंडो-पैसिफिक क्षेत्र की समुद्री यातायात के लिए अमरीका, जापान और फिलीपीं सुरक्षा सहयोग कर रहे हैं, ऐसा ऐलान अमरीका के वरिष्ठ राजनीतिक अधिकारी ने किया। इस मुद्दे पर तीनों देशों के वरिष्ठ सैन्य अधिकारीयों की शीघ्रता से बैठक हो रही है। कुछ घंटे पहले ही फिलीपींस ने अमरीका के सामने चीन विरोधी कार्रवाई करने के लिए अपने सैन्य अड्डे का इस्तेमाल का प्रस्ताव रखा था।

समुद्री सुरक्षा सहयोगइंडो-पैसिफिक क्षेत्र में जारी चीन की आक्रामक सैन्य गतिविधियाँ पिछले कुछ महीनों से चिंता का विषय बन रहा हैं। कुछ हफ्ते पहलें ईस्ट चायना सी के क्षेत्र में चीन के विध्वंसकों ने जापान के सेंकाकू और ओकिनावा द्वीपों की सीमा के करीब से सफर किया था। इसी बीच पिछले महीनें चीन के विध्वंसकों ने जापान के उत्तरी समुद्री क्षेत्र में युद्धाभ्यास का आयोजन किया था। साऊथ चायना सी के क्षेत्र में चीन के विध्वंसकों ने फिलीपींस के समुद्री क्षेत्र में घुसपैठ करके खनन कार्य भी शुरू किया था।

ईस्ट और साऊथ चायना सी के साथ ही चीन ने ताइवान की खाड़ी में भी घुसपैठ बढ़ाई हैं, यह आरोप अमरीका और जापान लगा रहे हैं। पिछले महीनें चीन के विध्वंसकों ने ताइवान की खाड़ी में लाईव्ह फायरिंग का अभ्यास किया। साथ ही ताइवान के द्वीपों पर कब्ज़ा करने का अभ्यास करके चीन ने खुलेआम ताइवान को धमकाया था। चीन की यह सैन्य गतिविधियाँ क्षेत्रीय देशों के साथ ही इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में अस्थिरता निर्माण कर रही हैं, यह आरोप अमरीका, ऑस्ट्रेलिया, जापान ने लगाया था।

ऐसी स्थिति में मंगलवार को जापान की राजधानी टोकियो में अमरिकी दूतावास के उप-प्रमुख रेमंड ग्रीन की अध्यक्षता मे अमरीका, जापान और फिलीपींस के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक हुई। इस दौरान जापान के उप-रक्षामंत्री किमी ओनोदा और फिलीपींस के दूतावास के वरिष्ठ राजनीतिक अधिकारी रॉबस्पिर बोलिवर ने शामिल हुए थे। इस बैठक में अमरिकी अधिकारी ग्रीन ने इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में अपनी सैन्य गतिविधियों से तनाव फैला रहें चीन की आलोचना की।

‘एकतरफा कार्रवाई और धमकियों का इस्तेमाल करके कोई भी देश इंडो-पैसिफिक क्षेत्र पर वर्चस्व बनाएँ नही रह सकता। चीन की उकसानेवाली हरकतों की आलोचना करने से किसी ने भी हिचकिचाना नहीं चाहिये’, ऐसा आवाहन रेमंड ग्रीन ने किया। ईस्ट और साऊथ चायना सी में विदेशी जहाज़ों पर चीन ने की हुई कार्रवाई अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन करनेवाली होने का आरोप ग्रीन ने लगाया। चीन की इस आक्रामकता के विरोध में अमरीका, जापान और फिलीपींस सुरक्षा सहयोग करेंगे, यह ग्रीन ने स्पष्ट किया। इस सैन्य सहयोग के मुद्दे पर तीनों देशों के २० सैन्य अधिकारियों का गुट साथ मिलकर दो दिन चर्चा करेंगे।

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