रशिया ने कुरील द्विपों पर अवैध कब्ज़ा किया है – जापान का गंभीर आरोप

kuril-islands-russia-japan-1टोकियो – रशिया ने हमारे ‘नॉर्दन टेरिटरीज्’ यानी कुरील द्विपों पर अवैध कब्ज़ा किया है, ऐसा आरोप जापान ने लगाया| प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा के नेतृत्व में जापान की सरकार ने अपने ‘डिप्लोमैटिक ब्लू बुक’ में यह ज़िक्र किया है| यूक्रैन पर हमले कर रही रशिया पर जापान ने प्रतिबंध लगाए हैं| इसकी वजह से दोनों देशों के संबंधों में तनाव निर्माण हुआ है| ऐसी स्थिति में जापान की इस भूमिका के कारण आनेवाले दिनों में रशिया के साथ कुरील द्विपों का मुद्दा अधिक विवादित होगा, यह दावा किया जा रहा है|

कुछ हफ्ते पहले जापान ने रशिया के साथ चर्चा करके कुरील द्विपों के मुद्दे का हल निकालने के लिए शांतिवार्ता का प्रस्ताव रखा था| लेकिन, रशिया ने जापान का यह प्रस्ताव ठुकराया था और कुरील द्विपों की सीमा में युद्धाभ्यास का आयोजन किया था| रशिया के इस युद्धाभ्यास की जापान और अमरीका ने आलोचना की थी| इस घटना के एक महीने बाद जापान ने कुरील द्विपों के विषय में बड़ा ऐलान करके रशिया को चुनौती दी, ऐसी चर्चा हो रही है|

kuril-islands-russia-japan-2जापान ने अपने ब्लू बुक में दर्ज़ की हुई जानकारी के अनुसार वास्तव में दक्षिण कुरील द्विप जापान का क्षेत्र बताया गया है| साल २०११ के बाद जापान की सरकार ने पहली बार कुरील द्विपों के मुद्दे पर ऐसी भूमिका अपनाई| इससे पहले २००२ के बाद पहली बार अपने राजनीतिक किताब में ऐसा ज़िक्र होने के मुद्दे पर जापान के माध्यम ध्यान आकर्षित कर रहे हैं| कुछ दिन पहले रशिया ने जापानी नागरिकों को दक्षिण कुरील द्विपों का विजा देने से इन्कार किया था| तथा जापान के साथ जारी अतंरीक्ष सहयोग के समझौते से भी पीछे हटने का ऐलान भी किया था| इसके बाद जापान की यह प्रतिक्रिया प्राप्त होने का दावा किया जा रहा है|

रशिया और यूक्रैन युद्ध की पृष्ठभूमि पर जापान के इस निर्णय को देखा जा रहा है| अमरीका, यूरोपिय देशों की तरह जापान ने भी रशिया पर प्रतिबंध लगाए हैं| साथ ही यूक्रैन के हमले को लेकर जापान ने रशिया विरोधी भूमिका अपनाई है| ऐसी स्थिति में जापान ने कुरील द्विपों के बारे में किए निर्णय पर रशिया की प्रतिक्रिया प्राप्त होने की संभावना है| ऐसे में कुरील द्विपों के मुद्दे पर रशिया और जापान के बीच तनाव बढ़ता है तो चीन ऐसी स्थिति का लाभ उठा सकता है, यह इशारा जापान के विश्‍लेषक दे रहे हैं| 

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