अमरिकी गुप्तचर यंत्रणा की चीन पर कड़ी नज़र – सीआईए के प्रमुख की चेतावनी

अमरिकी गुप्तचर यंत्रणावॉशिंग्टन – अमरीका ने अफ़गानिस्तान से सेना तैनाती भले ही हटाई हो, फिर भी अल कायदा और अन्य आतंकी संगठनों के खिलाफ संघर्ष अमरीका के लिए हमेशा अहम होगा। लेकिन, अमरिकी गुप्तचर यंत्रणा का पूरा ध्यान और स्रोत अब चीन पर होगा’, ऐसी चेतावनी ‘सीआईए’ के उप-प्रमुख डेविड कोहेन ने दी। ताइवान के मसले पर तनाव की पृष्ठभूमि पर कोहेन की इस चेतावनी की अहमियत बढ़ी है।

बायडेन प्रशासन ने अफ़गानिस्तान से गैर-ज़िम्मेदार तरीके से सेना हटाकर एक साल पूरा हो रहा है। इसी दौरान अमरीका ने पिछले हफ्ते अफ़गानिस्तान में ड्रोन हमला करके अल कायदा के प्रमुख अल-जवाहिरी को मार डाला। इस कार्रवाई से अफ़गानिस्तान में अल कायदा का खतरा अभी भी कायम होने का दावा किया जा रहा है। तो, क्या बायडेन का अफ़गानिस्तान से हटने का निर्णय उचित था, यह सवाल भी उठ रहा है।

अमरिकी गुप्तचर यंत्रणाऐसी स्थिति में अमरिकी गुप्तचर यंत्रणा सीआईए के दूसरे क्रमांक के प्रमुख डेविड कोहेन ने अल कायदा और अन्य आतंकी संगठनों पर कार्रवाई करने के लिए अमरीका हमेशा अहमियत देगी, यह भी स्पष्ट किया। लेकिन, चीन से अमरीका की सुरक्षा के लिए खतरे के मद्देनज़र इस पर जवाब देने के लिए आगे से प्राथमिकता होगी, यह इशारा भी कोहेन ने सीआईए की बैठक में दिया। इसके अलावा इस बैठक की अधिक जानकारी सार्वजनिक नहीं हुई। लेकिन, चीन को लेकर अमरिकी गुप्तचर यंत्रणा को अधिक जानकारी आवश्यक होने की माँग सीआईए के अधिकारी करते हैं।

पिछले कुछ दिनों से ताइवान के मसले में अमरीका और चीन के बीच तनाव निर्माण हुआ है। ऐसे में अमरिकी गुप्तचर यंत्रणा के उप-प्रमुख ने चीन को लेकर दिया हुआ इशारा काफी अहमियत रखता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.