बायडेन-जिनपिंग की चर्चा से पहले चीन के ‘ईस्टर्न थिएटर कमांड़’ ने ताइवान के करीब किया युद्धाभ्यास

बीजिंग/वॉशिंग्टन – अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन और चीन के राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग की आनेवाले मंगलवार के दिन वर्चुअल बैठक हो रही है। इससे पहले चीन के ‘ईस्टर्न थिएटर कमांड’ ने ताइवान के करीब युद्धाभ्यास किया। अपनी संप्रभुता की सुरक्षा के लिए इस युद्धाभ्यास का आयोजन करने का ऐलान चीन ने किया। साथ ही तैइवान की आज़ादी के लिए समर्थन देना अमरीका बंद करे, यह धमकी भी चीन ने दी है। इस वजह से ताइवान के मुद्दे पर बायडेन प्रशासन से समझौता नहीं करेंगे, यही संदेश चीन ने दिया है।

‘ईस्टर्न थिएटर कमांड़’डोनाल्ड ट्रम्प के कार्यकाल में हुवेई, व्यापारयुद्ध, हाँगकाँग और ताइवान के मामलों की वजह से अमरीका और चीन के बीच तनाव निर्माण हुआ था। यह संबंध सामान्य करने के लिए अमरीका के मौजूदा राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन की गतिविधियाँ जारी हैं। इसके लिए बीते दो महीनों में अमरीका और चीन के विदेशमंत्रियों की विशेष बैठक भी हुई थी। इस दौरान अमरीका के विदेश उप-मंत्री वेंडी शर्मन ने चीन की यात्रा करके सहयोग सामान्य करने को लेकर चर्चा की थी। मंगलवार के दिन बायडेन और जिनपिंग की हो रही वर्चुअल बैठक में भी इसके लिए कोशिश होगी। लेकिन, इस बैठक से पहले चीन ने अमरीका को इशारा दिया है।

चीन के ‘ईस्टर्न थिएटर कमांड’ ने ताइवान के करीब युद्धाभ्यास शुरू किया है और इसमें चीन की सेना, नौसेना और वायुसेना भी शामिल हुई। बीते हफ्ते अमरिकी कांग्रेस के प्रतिनिधि मंड़ल ने ताइवान का दौरा किया था। ताइवान हमारा ही क्षेत्र है और अमरिकी सिनेटर्स के इस दौरे का निषेध करने के लिए ताइवान के करीब युद्धाभ्यास करने का ऐलान चीन ने किया था। लेकिन, बायडेन के साथ बैठक करने से पहले यह युद्धाभ्यास करके चीन ने ताइवान के मुद्दे पर हम समझौता नहीं करेंगे, यही बात अमरीका को दिखाई है।

‘ईस्टर्न थिएटर कमांड़’इस युद्धाभ्यास के साथ ही चीन के विदेश मंत्रालय ने बायडेन प्रशासन को इशारा भी दिया। ‘ताइवान चीन का सार्वभौम क्षेत्र है और ताइवान की आज़ादी की कोशिश इस क्षेत्र की शांति और स्थिरता के लिए खतरनाक साबित होगी। इसलिए बायडेन प्रशासन ताइवान की आज़ादी को अपना विरोध घोषित करके वन-चायना भूमिका से जुड़ा रहे’, यह इशारा चीन के विदेशमंत्री वैंग ई ने दिया। चीन की सलाह को नजरअंदाज करके ताइवान की आज़ादी को समर्थन देने से इसके परिणाम बुमरैंग की तरह अमरीका पर उलटेंगे, यह धमकी भी विदेशमंत्री वैंग ने दी।

बायडेन प्रशासन चीन के साथ सहयोग स्थापित करने की कड़ी कोशिश कर रहा है और तभी अमरीका की इंडो-पैसिफिक कमांड इस क्षेत्र के अन्य देशों के साथ ताल्लुकात सुधारने की कोशिश कर रहा है। अमरीका की इंडो-पैसिफिक कमांड के वरिष्ठ अधिकारी ने बीते महीने जापान और भारत का दौरा किया। साथ ही ताइवान की खाड़ी, साउथ चायना सी क्षेत्र में गश्‍त एवं युद्धाभ्यास का आयोजन किया था। इससे बायडेन प्रशासन की चीन संबंधित नीति और अमरिकी रक्षा व्यवस्था के बीच विसंवाद फिर से विश्‍व के सामने आया है।

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