शीतकालीन ओलंपिक के बाद चीन करेगा ताइवान पर हमला – अमरीका के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प का इशारा

china-attack-taiwan-winter-olympics-1वॉशिंग्टन – अगले वर्ष आयोजित हो रहे शीतकालीन ओलंपिक के बाद चीन की हुकूमत ताइवान पर हमला करेगी, यह इशारा अमरीका के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने दिया| राष्ट्राध्यक्ष बायडेन की नीति की वजह से चीन को अब अमरीका का खौफ नहीं रहा और इसी वजह से ताइवान के खिलाफ चीन की आक्रामकता बढ़ने का दावा भी ट्रम्प ने किया| ट्रम्प से पहले संयुक्त राष्ट्रसंघ में अमरीका की पूर्व राजदूत निक्की हैले एवं पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एच.आर.मैकमास्टर ने भी यह चेतावनी दी थी कि, चीन २०२२ में ताइवान पर हमला करेगा|

china-attack-taiwan-winter-olympics-3बीते कुछ महीनों से चीन की ताइवान के खिलाफ गतिविधियों की तीव्रता अधिकाधिक बढ़ती जा रही है| ताइवान की सीमा में विमानों की घुसपैठ और ताइवान के करीबी क्षेत्रों में आयोजित होते युद्धाभ्यासों की संख्या काफी बढ़ी है| चीन के युद्धपोत और पनडुब्बियॉं लगातार ताइवान के करीबी समुद्री क्षेत्र में दिखाई देते हैं| ताइवान पर संभावित हमला करने के लिए चीन ने देश के अन्य हिस्सों में तैनात टैंक, सैन्य दल एवं बख्तरबंद गाड़ियों की दक्षिणी इलाकों में तैनाती शुरू करने का वृत्त भी प्राप्त हुआ था| चीन के नेता एवं ‘पीपल्स लिबरेशन आर्मी’ लगातार ताइवान को धमका रहे हैं|

इस पृष्ठभूमि पर अमरीका के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष का यह इशारा ध्यान आकर्षित कर रहा है| ‘चीन फिलहाल ताइवान के खिलाफ जिस आक्रामकता से हरकतें कर रहा है, यह हमारे कार्यकाल में नहीं हो रहा था| हमारे कार्यकाल में चीन ने ताइवान की सीमा में बॉम्बर्स भी नहीं भेजे थे| ऐसी हरकतों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, इसका चीन को अहसास था| चीन के राष्ट्राध्यक्ष के साथ हमारे अच्छे ताल्लुकात थे’, यह दावा पूर्व राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने किया|

china-attack-taiwan-winter-olympics-2‘हमारे कार्यकाल के दौरान चीन इस हद तक ताइवान के खिलाफ आक्रामक नहीं था| लेकिन, अब वह ओलंपिक खत्म होने तक रुकेंगे और इसके बाद ताइवान पर हमला करेंगे’, यह इशारा ट्रम्प ने दिया| चीन की इस आक्रमकता के लिए राष्ट्राध्यक्ष बायडेन की नीति ज़िम्मेदार होने की आलोचना भी उन्होंने की| अफ़गानिस्तान में जो हुआ वह चीन ने देखा है और चीन को अब अमरीका के प्रति सम्मान नहीं रहा, इस ओर भी ट्रम्प ने ध्यान आकर्षित किया| चीन के बाद रशिया और उत्तर कोरिया भी कदम बढ़ा सकते हैं, यह इशारा भी पूर्व राष्ट्राध्यक्ष ने दिया|

ट्रम्प से पहले निक्की हैले और मैकमास्टर जैसे पूर्व वरिष्ठ अफसरों ने चीन २०२२ में ताइवान पर हमला करेगा, ऐसे संकेत दिए थे| ‘चीन में विंटर ओलंपिक का अच्छी तरह से आयोजन हुआ तो चीन इसका इस्तेमाल स्वयं को महासत्ता दिखाने के लिए करेगा| इसमें सफलता हासिल होते ही चीन ताइवान को निगले बगैर नहीं रहेगा’, यह इशारा हैले ने दिया था| चीन हमला करके ताइवान पर कब्ज़ा करेगा और अमरीका के साथ पश्‍चिमी देश चीन का कुछ भी नहीं बिगाड़ पाएंगे, ऐसा बयान ऑस्ट्रेलिया के पूर्व प्रधानमंत्री केविन रूड ने कुछ महीने पहले ही किया था|

Leave a Reply

Your email address will not be published.