अमरिकी सिनेटर की यात्रा का निषेध करने के लिए चीन की सेना का ताइवान के करीब युद्धाभ्यास

बीजिंग – अमरीका की सिनेट में ताइवान के समर्थन में प्रस्ताव पेश करनेवाले सिनेटर रिक स्कॉट ताइवान के दौरे पर हैं। इस पर अपनी आपत्ति जताने के लिए चीन ने ताइवान की दिशा में लड़ाकू विमान और विध्वंसक भेजकर बड़े युद्धाभ्यास की शुरूआत की। अमरीका और ताइवान का हाथ मिलाना और उसकावे पर जवाब के तौर पर इस युद्धाभ्यास का आयोजन करने का ऐलान चीन ने किया। साथ ही ताइवान के मुद्दे पर चीन किसी भी तरह का समझौता नहीं करेगा, ऐसी चेतावनी चीन के रक्षाबलप्रमुख ने दी है।

चीन की सेनाआम तौर पर अपने समुद्री या हवाई सीमा के करीब से चीन के विध्वंसक या लड़ाकू विमानों के खतरनाक उड़ान भरने के आरोप ताइवान लगाता रहा है। पिछले महीने चीन के २९ लड़ाकू विमानों ने ताइवान की सीमा में घुसपैठ की थी। लेकिन, शुक्रवार को अपनी सेना ने ताइवान की सीमा के करीब युद्धाभ्यास का आयोजन करने की जानकारी चीन के रक्षा मंत्रालय ने सार्वजनिक की।

इस युद्धाभ्यास की सहायता से युद्ध की तैयारी, गश्त और संघर्ष की कसरतें की गईं, यह जानकारी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता वु कियान ने साझा की। साथ ही यह युद्धाभ्यास अमरीका और ताइवान ने चीन के खिलाफ हाथ मिलाने के अलावा उकसावे पर जवाब होने का बयान कियान ने किया। इसके अलावा इस युद्धाभ्यास में चीन के कुछ लड़ाकू विमानों ने ताइवान की खाड़ी की मध्य रेखा पार करके ताइवान की हवाई सीमा तक उड़ान भरने का दावा अंतरराष्ट्रीय वृत्तसंस्थाएं कर रही हैं।

चीन की सेनाइस युद्धाभ्यास के लिए चीन ने अमरिकी सिनेटर एवं आर्म्ड सर्विसेस कमिटी के सदस्य रिक स्कॉट की यात्रा ज़िम्मेदार होने का बयान किया। ‘अमरिकी सिनेटर की ताइवान यात्रा ‘वन चायना’ नीति और चीन-अमरीका की चर्चा का गंभीर उल्लंघन है। इस वजह से चीन और अमरीका के ताल्लुकात बिगड़ेंगे। साथ ही ताइवान की खाड़ी में तनाव अधिक बढ़ेगा’, ऐसी चेतावनी प्रवक्ता वु कियान ने दी।

ऐसे में ताइवान की लोकतांत्रिक सरकार को समर्थन प्रदान कर रही अमरीका को चीन की सेना ने नई चेतावनी दी। ‘चीन की पिपल्स लिबरेशन आर्मी युद्ध के लिए हमेशा तैयार रहती है। चीन के अंदरुनि मामलों में हस्तक्षेप करके ताइवान की स्वतंत्रता के लिए सहायता करनेवालों को चीन कामयाब होने नहीं देगा’, ऐसी धमकी चीन की सेना के प्रवक्ता वु कियान ने दी।

कुछ घंटे पहले चीन के रक्षाबलप्रमुख जनरल ली झोचेंग और अमरीका के रक्षाबलप्रमुख जनरल मार्क मिले की वर्चुअल बैठक हुई। अमरीका और ताइवान के बढ़ते सैन्य सहयोग पर जनरल झोचेंग ने फटकार लगायी। ताइवान के साथ सैन्य सहयोग अमरीका तूरंत बंद करे, ऐसी मांग चीन के रक्षाबलप्रमुख ने की। साथ ही ‘ताइवान की खाड़ी में स्थिरता चाहते हो और चीन से संबंध जारी रखने हों तो अमरीका ताइवान को सैन्य सहायता प्रदान करना बंद करे’, ऐसी चेतावनी जनरल झोचेंग ने दी। पिछले महीने अमरीका के रक्षामंत्री लॉईड ऑस्टिन के साथ हुई बैठक के दौरान चीन के रक्षामंत्री वेई फेंघे ने ऐसी ही चेतावनी दी थी।

इसी बीच, ताइवान पर चीन का हमला होने की संभावना बढ़ने का दावा अंतरराष्ट्रीय विश्लेषक कर रहे हैं। यूक्रेन में जारी युद्ध का लाभ उठाकर चीन ताइवान पर हमले कर सकता है, ऐसा इशारा विश्लेषक दे रहे हैं।

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