अमेरिका के कर्ज का बोजा बढ़कर ३४ ट्रिलियन डॉलर हुआ – बायडेन प्रशासन ने मात्र ३.५ महिनों में एक ट्रिलियन डॉलर कर्ज बढ़ाया

वॉशिंग्टन – नए साल की शुरूआत के साथ ही अमेरिका के कर्ज का भार नए रिकार्ड स्तर पर पहुंचा है। २ जनवरी को अमेरिका के कर्ज का बोजा बढ़कर ३४ ट्रिलियन डॉलर तक जा पहुंचने की जानकारी कोषागार विभाग ने साझा की। मात्र ३.५ महीनों में बायडेन प्रशासन ने कर्ज का बोजा एक ट्रिलियन डॉलर से भी ज्यादा बढ़ाया है। राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने बागड़ोर संभालने के बाद अमेरिका के कर्ज का बोजा छह ट्रिलियन डॉलर से भी अधिक बढ़ने की जानकारी सूत्रों ने साझा की।

वर्ष २०२१ के अक्टूबर महीने में अमेरिका के कर्ज का बोजा ३१ ट्रिलियन डॉलर के स्तर पर पहुंचा था। इसके मात्र १४ महिने बाद यह बोजा ३ ट्रिलियन डॉलर से बढ़ा है। यह बढ़ोतरी बायडेन प्रशासन उठा रहे कर्ज के बड़े दायरे और गति को दर्शाती है। अमेरिका के कर्ज का बोजो बढ़कर ३४ ट्रिलियन डॉलर हुआ - बायडेन प्रशासन ने मात्र ३.५ महिनों में एक ट्रिलियन डॉलर कर्ज बढ़ायाइससे पहले के अमेरिकी प्रशासन की तुलना में बायडेन प्रशासन के खर्चे में काफी बड़ी मात्रा में बढ़ोतरी हुई है और इसपर लगाम कसने के बजाय कर्ज का बोजा बढ़ा रहे फिजूल खर्चे भी लगातार बढ़ते दिख रहे हैं।

जून महीने से अमेरिका के कर्ज का बोजा लगातार बढ़ रहा हैं। दिसंबर के पहले हफ्ते में अमेरिका के कर्ज का बोजा ३३.८ ट्रिलियन डॉलर हुआ था। अमेरिका के कर्ज का बोजो बढ़कर ३४ ट्रिलियन डॉलर हुआ - बायडेन प्रशासन ने मात्र ३.५ महिनों में एक ट्रिलियन डॉलर कर्ज बढ़ायाकर्ज बढ़ने के साथ ही इसके ब्याज का दर भी काफी बढ़ रहा है। सितंबर २०२२ में खत्म हुए वित्तीय वर्ष में अमेरिकी प्रशासन को ब्याज का भूगतान करने के लिए ८०० अरब डॉलर से भी अधिक देने पड़े थे, ऐसी जानकारी ‘ब्लूमबर्ग’ ने साझा की है।

कुछ महीने पहले ही अमेरिकी संसद ने ‘फिस्कल रिस्पान्सिबिलिटी एक्ट २०२३’ पारित करके वर्ष २०२५ तक कर्ज की मर्यादा स्थगित की थी। इससे पहले अमेरिकी संसद के दफ्तर ने देश की अर्थव्यवस्था में बढ़ रहे घाटे पर ध्यान आकर्षित किया था। राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन के नेतृत्व में अमेरिका का वित्तीय घाटा लगभग १ ट्रिलियन डॉलर होने का ऐलान ‘कांग्रेशनल बजट ऑफिस’ (सीबीओ) ने किया था। फेडलर रिज़र्व के प्रमुख जेरोम पॉवेल ने भी इस मामले को लेकर चेतावनी देते हुए विकास दर से अधिक तेज़ कर्ज का बोजा बढ़ने से चेतावनी दी थी।

Leave a Reply

Your email address will not be published.