इस दशक में परमाणु मिसाइलों और बमों का बाजार 73 प्रतिशत बढ़ेगा – अमेरिका स्थित अध्ययन मंड़ल का इशारा

पोर्टलँड – ‘रशिया-युक्रेन युद्ध के कारण विश्वभर प्रमुख देश अपने सैन्य खर्च बढाने के लिए गतिविधियां शुरु की हैं और इसकी वजह से वैश्विक शस्त्रास्त्रों के बाजार में बड़े बदलावों की संभावना है। इस युद्ध की वजह स से सन २०३० तक विश्वभर के परमाणु मिसाइलों और बमों का बाजार ७३ प्रतिशत बढेगा। इस दशक में परमाणु मिसाइलें और बम का मार्केट पूरे १२६ अरब डॉलर्स तक पहुंचेगा’, ऐसा इशारा अमेरिकास्थित अध्ययन मंड़ल ने दिया है।

nuclear-weapons-bomb-marketसन २०२० में कोरोना के प्रकोप से पहले विश्वभर में परमाणु मिसाइलें और बमों का बाजार लगभग ७३ अरब डॉलर्स था। पर कोरोना के संक्रमण के बाद विश्वभर के अधिकांश देशों ने अपने संरक्षण खर्च में कटौती करके आरोग्यसुविधाओं पर ध्यान केंद्रित किया था। इसका सीधा गंभीर प्रभाव संरक्षण क्षेत्र पर पड़ा था। पर, अब स्थिति बदल रही है और भूराजकीय संघर्ष की वजह से पूरे विश्व में लगभग प्रत्येक देश अपने संरक्षण खर्च में बढ़ोतरी करने पर ध्यान दे रहा है, यह दावा ’अलाइड मार्केट रिसर्च’ नामक अध्ययन मंड़ल ने किया है। 

आनेवाले दशक में सन २०३० तक परमाणु मिसाइल और बमों का वैश्विक बाजार १२६ अरब डॉलर्स से बढ़ेगा, इसकी तरफ उक्त अध्ययन मंड़ल ने ध्यान आकर्षित किया। इसमें भी लड़ाकू विमान अथवा जमीन से दागे जानेवाले मिसाइलों में शामिल परमाणु विस्फोटकों की मांग बढ़ेती, ऐसा दावा इस अध्ययन मंड़ल ने अपने अहवाल में किया। सन २०२० में पण्डुब्बी से प्रक्षेपित किए जानेवाले बैलेस्टिक मिसाइलों की संख्या में एक चौथाई बढोतरी हुई है इसकी याद इस अहवाल में दिलाई गई है।

तो, अब तक अमेरिका और कैनडा के परमाणु मिसाइल और बमों की आधे से ज्यादा मात्रा में बाजार पर बढ़त थी। मगर आनेवाले दशक तक इस आघाड़ी पर एशिया-पैसिफिक क्षेत्र अमेरिका एवं कैनड़ा पर मात करेंगे, ऐसा इशारा इस अध्ययन मंड़ल ने दिया। भारत, चीन और पाकिस्तान अपनी-अपनी परमाणु क्षमता बढ़ाएंगे, ऐसा दावा इस अहवाल में किया गया है। कुछ अंतरराष्टीय कायदे, कानून परमाणु परीक्षण को परावृत करते हैं, ऐसा अमेरिका स्थित अध्ययन मंड़ल ने कहा है।

पिछले ४० दिनों से रशिया एवं युक्रैन में छिड़े युद्ध के कारण अमेरिका, युरोप समेत अन्य देशों ने अपने संरक्षण खर्च में बढ़ोतरी की है। इसके लिए अमेरिका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन द्वारा पिछले हफ्ते पेश किए गए रिकार्ड संरक्षण खर्च का हवाला इस अध्ययन मंड़ल ने दिया। बायडेन ने न्युक्लियर ट्रायड अर्थात पणडुब्बी, बॉम्बर विमान और धरती से दागे जानेवाले परमाणु बैलेस्टिक मिसाइलों के अधुनिकीकरण पर जोर देने की याद इस अध्ययन मंड़ल ने दिलाई।

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