रशिया से बढते तनाव की पृष्ठभूमि पर – अमेरिका की विमान वाहक युद्धनौका नाटो के अभ्यास हेतु भूमध्य सागर में दाखिल

USS-Harry-S-Trumanवॉशिंग्टन/मॉस्को – युक्रेन के मुद्दे पर रशिया एवं पश्चिमी देशों के बीच तनाव बढता जा रहा है और अमेरिका ने अपनी विमान वाहक युद्धनौका भूमध्य सागरी क्षेत्र में भेजने का निर्णय किया है। अगले सप्ताह नाटो देशों के ‘नेपच्युन स्ट्राईक 22’ युद्धाभ्यास की शुरुआत हो रही है। इस अभ्यास के लिए अमेरिका की ’युएसएस हैरी एस. ट्रुमन’ नामक परमाणु विमान वाहक युद्धनौका ’कैरियर स्ट्राईक ग्रूप’ समेत शामिल होगी। अमेरिका के संरक्षण विभाग ने इसकी जानकारी दी है। अमेरिका के साथ-साथ रशिया ने भी व्यापक नौदल अभ्यासों की घोषणा की है और पैसिफिक क्षेत्र से लेकर एटलांटिक महासागर तक सारे इलाके में रशियन आरमार अभ्यास करेंगे ऐसा घोषित किया है।

युक्रेन की सीमा के निकट जारी रशिया की व्यापक लश्करी तैनाती पश्चिमी देशों की चिंता बढा रही है। रशिया द्वारा युक्रेन पर आक्रमण किए जाने की संभावना के इशारे आघाडी के देशों द्वारा दिए जा रहे हैं। रशिया के इस संभावित आक्रमण को प्रत्युत्तर देने के लिए अमेरिका समेत सभी देशों ने गतिविधियां शुरु की हैं। रशिया-युक्रेन तनाव चरम सीमा पर पहुंच चुका है और नाटो ने भूमध्य सागरी क्षेत्र में व्यापक नौदल अभ्यास का आयोजन किया है।

’नेपच्युन स्ट्राईक 22’ नामक यह अभ्यास सोमवार 24 जनवरी से शुरु होगा और 12 दिन चलेगा। इस अभ्यास में नाटो के आघाडी के सदस्य देश शामिल होंगे। युरोप में बढते तनाव को देखते हुए अमेरिका ने इसके लिए अपनी विमान वाहक युद्धनौका एवं कैरियर स्ट्राईक ग्रूप भेजने का निर्णय किया है। इस व्यापक अभ्यास के लिए वर्ष 2020 से योजना बनाई जा रही थी, ऐसा दावा अमेरिका के संरक्षण विभाग द्वारा किया गया है।

Ben-Wallaceनाटो सदस्य देशों को विमान वाहक युद्धनौका एवं कैरियर स्ट्राईक ग्रूप की क्षमताओं की पहचान तथा मुहिमों का अभ्यास होना चाहिए इसके लिए ’युएसएस हैरी एस. ट्रुसन’ नामक परमाणु विमान वाहक युद्धनौका ’कैरियर स्ट्राईक ग्रूप’ समेत शामिल होगी ऐसा संरक्षण विभाग द्वारा कहा गया है। नाटो के प्रमुख जेन्स स्टॉल्टनबर्ग ने अमेरिका के निर्णय का स्वागत किया है।

अमेरिका के इस निर्णय पर रशिया से प्रतिक्रिया उमडी है और रशिया ने भी व्यापक नौदल अभ्यासों की घोषणा के है। जनवारी के अंत में तथा फरवरी में रशियन नौदल के सहभाग वाले सारे आरमरी तल अभ्यास में शामिल होंगे। पैसिफिक महासागर समेत एटलांटिक महासागर, नॉर्थ सी, सी ऑफ ओखोत्सक, भूमध्य सागर, आर्क्टिक जैसे सभी सागरी क्षेत्रों में अभ्यास का आयोजन किया जाएगा। इस अभ्यास में 140 युद्धनौकाएं, 60 विमान, एक हजार संरक्षणयंत्रणाएं तथा लगभग 10 हजार जवान शामिल होने की जानकारी संरक्षण विभाग ने दी।

इस दौरान अगले सप्ताह में ब्रिटेन के संरक्षणमंत्री मॉस्कोत रशिया के संरक्षणमंत्री सर्जेई शोईगु से भेंट करने की बात सामने आई है। युक्रेन के मुद्दे पर आपातिक चर्चा के लिए यह भेंट होगी, ऐसी जानकारी ब्रिटिश सूत्रों ने दी।

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