अमेरिका का रशियन राष्ट्राध्यक्ष समेत ’नॉर्ड स्ट्रीम’ प्रकल्प पर प्रतिबंधों का इशारा

वॉशिंग्टन – युक्रेन सीमा पर रशिया की बढती हुई लश्करी गतिविधियों की पृष्ठभूमि पर अमेरिका के बायडेन प्रशासन ने आक्रामक मुद्रा स्वीकारी है। रशिया ने युक्रेन पर हमला किया तो राष्ट्राध्यक्ष व्लदिमिर पुतिन पर भी निर्बंध लगाए जा सकते हैं, ऐसी अमेरिका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने ताकीद दी है। पुतिन के साथ-साथ रिशिया की महत्वाकांक्षी ’नॉर्ड स्ट्रीम २’ इस ईंधन प्रकल्प पर भी नए निर्बंध लगाए जा सकते हैं, ऐसा इशारा अमेरिका ने दिया है। तो, अमेरिका ने युरोप में तैनात लश्करी टुकडियों में से आठ हजार से अधिक जवानों को अलर्ट रहने के निर्देश देकर ब्रिटेन ने अतिरिक्त तैनाति के संकेत दिए हैं।

’नॉर्ड स्ट्रीम’ प्रकल्पपिछले कुछ दिनों से रशिया युक्रेन सीमा पर तैनाती फिर से बढा रही है, यह बात सामने आ रही है। रशिया के राष्ट्राध्यक्ष पुतिन फरवरी में युक्रेन पर आक्रमण करेंगे, ऐसे दावे युक्रेन समेत अमेरिकी विश्लेषक कर रहे हैं। अमेरिका तथा युक्रेन की गुप्तचर प्रणालियों ने भी इसके बारे में इशारे दिए हैं। इस पृष्ठभूमि पर अमेरिका समेत नाटो सदस्य राष्ट्र आक्रामक कदम उठाने लगे हैं। अमेरिका के राष्ट्राध्यक्ष ने पुतिन पर निर्बंध लगाने के बारे में दिए हुआ इशारा इसी का हिस्सा है। पुतिन के अलावा रशिया एवं जर्मनी के बीच ’नॉर्ड् स्ट्रीम २’ नामक ईधानवाहिनी पर भी निर्बंध लगाए जाने के संकेत दिए गए हैं। जर्मन सरकार ने इस कार्यवाही के लिए अनुमति देने की खबर दी गई है।

अमेरिका ने राजनैतिक स्तर पर रशिया के खिलाफ आक्रामक भूमिका अपनाई है। बुधवार को रशिया के अमेरिका में स्थित दूतावास के कुछ कर्मचारियों को अपने देश वापस भेजे जाने की बात सामने आई। रशिया के अमेरिका स्थित राजदूत एनातोली एन्टोनोव ने इस बारे में जानकारी दी। रशियन कर्मचारियों की अवधि पूरी होने से पहले ही उन्हें निकाले जाने की सूचना देने की बात एन्टोनोव ने कही। इसके बारे में अमेरिका के परराष्ट्र विभाग ने कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दी है।

तो, अमेरिका ने युरोप में तैनात लश्करी टुकडियों में से ८५०० जवानों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। तथा रशिया के पास वाले सभी युरोपिय देशों में एक हजार जवान तैनात करने की तैयारी भी शुरु की है। अमेरिका के साथ-साथ ब्रिटेन ने भी युक्रेन के पास युद्धनौका तथा लडाकू विमान तैनात करने के संकेत दिए हैं। नाटो न भी लश्करी गतिविधियों की शुरुआत करके रशिया ने युक्रेन के बारे में दी हुए ’रेड लाईन’ नामंजूर होने की बात नाटो प्रमुख जेम्स स्टॉलनबर्ग ने आगाह किया।

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