मौलाना मसूद अजहर पाकिस्तान में ही है – तालिबान ने पाकिस्तान को सुनाया

काबुल – अंतरराष्ट्रीय आतंकी मौलाना मसूद अजहर अफ़गानिस्तान में छुपा हुआ है और वहां की तालिबानी हुकूमत अजहर को गिरफ्तार करे, ऐसा पाकिस्तान ने अफ़गानिस्तान की तालिबान सरकार से खत में कहा है, ऐसी खबर पाकिस्तानी माध्यमों ने सार्वजनिक की थी। इस पर अफ़गानिस्तान से तीखा बयान सामने आया है। अजहर अफ़गानिस्तान में छुपा होने का दावा झूठा है और वह पाकिस्तान में ही है। साथ ही किसी भी सबूत के बिना अफ़गानिस्तान पर आरोप लगाए गए तो दोनों देशों के संबंधों पर असर पडेगा, ऐसी धमकी भी तालिबान ने पाकिस्तान को दी है। ‘एफएटीएफ’ फिलहाल पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट से हटाना है या नहीं, इसकी छाननी कर रही है और इसी बीच पाकिस्तान की इस तरह से पोल खोली गई है। इससे पाकिस्तान की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।

‘फायनान्शियल ऐक्शन टास्क फोर्स’ (एफएटीएफ) की ‘ग्रे लिस्ट’ से निकलने के लिए पाकिस्तान कड़ी कोशिशें कर रहा है। पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट से निकलना हो तो उसे संयुक्त राष्ट्रसंघ द्वारा घोषित आतंकियों पर कार्रवाई करनी ही पडेगी, ऐसा ‘एफएटीएफ’ ने दृढतापूर्वक कहा है और इसके कारण पाकिस्तान पर दबाव बढ़ा है। कुछ ही दिन पहले पाकिस्तान ने मुंबई पर हुए २६/११ के आतंकी हमले के एक मास्टर माईंड ‘लश्कर-ए-तोयबा’ के साजिद मीर को गिरफ्तार किया था और उसे सज़ा भी सुनाई गई। लेकिन, इससे पहले साजिद मीर की मौत होने का ऐलान भी किया था। लेकिन, ‘एफएटीएफ’ के दबाव की वजह से पाकिस्तान उसकी गिरफ्तारी करने के लिए मज़बूर था।

साथ ही भारतीय संसद पर हुए हमले के अलाव अन्य कई आतंकी हमलों को अंजाम देनेवाले ‘जैश-ए-मोहम्मद’ के प्रमुख को भी बचाने की पाकिस्तान लगातार कोशिशें कर रहा है। पिछले कुछ महीनों से मसूद अजहर गायब होने की खबरें पाकिस्तान से प्राप्त हो रही हैं। अजहर पर कार्रवाई करने से बचने के लिए पाकिस्तान ने यह खबरें को फैलाई हैं, ऐसे दावे किए जा रहे हैं। असल में अजहर पाकिस्तानी सेना के सुरक्षा घेरे में सेना ने मुहैया किए गए सुरक्षित स्थान पर है, ऐसा विश्लेषकों का कहना है। एक ओर अर्थव्यवस्था के बुरे हालात, इसमें ‘एफएटीएफ’ की ग्रे लिस्ट में होने से कर्ज़ और निवेष पाने में आ रही बाधाओं के कारण पाकिस्तान काफी परेशान है। इस परेशानी से छुटकारा पाने के लिए पाकिस्तान को इस सूचि से निकलना है। इसके लिए पाकिस्तान तरह-तरह के हथकंड़े अपना रहा है। मसूद अजहर पाकिस्तान में नहीं बल्कि अफ़गानिस्तान में होने की खबरें फिलाना भी पाकिस्तान का दांव ही है, ऐसा विश्लेषकों का कहना है। अपने खिलाफ लगे आरोप अफ़गानिस्तान सर मढ़कर पाकिस्तान को इससे छुठकारा पाना है।

लेकिन, पाकिस्तानी माध्यमों में सरकारी सूत्रों के दाखिले से जारी की गई इन खबरों के बाद अफ़गानिस्तान की तालिबान सरकार आगबबूला हुई है। ऐसे आधारहीन आरोप लगाने से दोनों देशों के संबंधों पर बुरा असर पडेगा, ऐसी धमकी भी तालिबान ने पाकिस्तान को दी है। किसी भी सबूत के बिना ऐसे आरोप ना लगाएँ। पाकिस्तान के माध्यमों से सामने आए दावे पूरी तरह से झूठे हैं, ऐसा अफ़गानिस्तान ने कहा है।

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