द्वीप समूह की सुरक्षा के लिए जापान-अमरीका ने किया ‘आयर्न फिस्ट’ युद्धाभ्यास का ऐलान

टोकियो – ईस्ट चायना सी क्षेत्र में स्थित अपने द्वीप समूह का नियंत्रण बरकरार रखने के लिए एवं इनकी सुरक्षा हेतु जापान और अमरीका ने विशेष युद्धाभ्यास करना तय किया है। ‘आयर्न फिस्ट’ युद्धाभ्यास में अमरीका समेत जापान की वायुसेना और नौसेना शामिल होंगे। ताइवान के करीब स्थित जापान के द्वीपों की सुरक्षा के मद्देनज़र इस युद्धाभ्यास की योजना बनाई गई है। जापान ने घोषित न किया हो फिर भी इस समुद्री क्षेत्र में चीन की आक्रामकता का जवाब देने की तैयारी इस युद्धाभ्यास से की जाएगी। इसी बीच, अमरीका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के वरिष्ठ अधिकारी गुआम में चीन विरोधी बैठक के लिए उपस्थित होने का दावा किया जा रहा है।

‘आयर्न फिस्ट’साल २००६ से अमरिकी रक्षा बल ‘आयर्न फिस्ट’ नामक युद्धाभ्यास का आयोजन कर रहा है। इसमें भारत और फिलिपाईन्स यह दो देश शामिल होते हैं। इसके अलावा ‘आयर्न फिस्ट एम्फिबियस’ युद्धाभ्यास में अमरिकी वायुसेना, नौसेना एवं मरिन्स स्वतंत्र युद्धाभ्यास कर रहे थे। लेकिन, पहली बार इस ‘एम्फिबियस युद्धाभ्यास’ में अमरीका ने जापान को आमंत्रित किया है। दो हफ्ते बाद १६ फ़रवरी से १२ मार्च के दौरान इस युद्धाभ्यास का आयोजन होगा। इस युद्धाभ्यास में जापान के ‘एम्फिबियस’ दल के तकरीबन ८००, अमरिकी मरिन्स कोर के ९०० सैनिक शामिल होंगे। ‘एम्फिबियस’ जहाज़ों के साथ पैरड्रॉपिंग का अभ्यास भी इस दौरान किया जाएगा।

जापान के कागोशिमा प्रिफेक्चर के किकाई द्वीप पर इस युद्धाभ्यास का आयोजन होगा। इस युद्धाभ्यास का कुछ हिस्सा ओकिनावा प्रिफेक्सचर पर स्थित अमरिकी मरिन्स के ‘कैम्प हैन्सन’ अड्डे पर आयोजित होगा। कागोशिमा और ओकिनावा दोनों नान्सेई द्वीप समुह का अंग हैं। नान्सेई द्वीप समूह जापान के क्युशू प्रांत का हिस्सा हैं। यह द्वीप समूह ताइवान के समुद्री तट के काफी करीब है। यहां के द्वीपों पर जापान का प्रशासन हैं और इस पर जापान ने अपनी सेना भी तैनात की है। इसकी वजह से यह युद्धाभ्यास जापान के साथ ताइवान की सुरक्षा के नज़रिये से भी अहम होने का दावा किया जा रहा है।

‘आयर्न फिस्ट’साउथ चाइना सी और पैसिफिक महासागर को अलग करने वाले नान्सेई द्वीप समूह की सीमा में इस युद्धाभ्यास का आयोजन करके जापान और अमरीका ने चीन को इशारा दिया है, ऐसा दावा हो रहा है। कुछ हफ्ते पहले चीन की नौसेना ने ओकिनावा द्वीप के करीब अपनी मौजूदगी दिखाई थी। इसके बाद अमरीका के गुआम द्वीप की सीमा तक चीन के विमान वाहक युद्धपोत ने यात्रा की थी। चीनी युद्धपोत के इस सफर पर अमरीका ने तीव्र चिंता जताई थी। इसके बाद अमरीका ने अपने मित्र और सहयोगी देशों के साथ इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में नई सैन्य गतिविधियां शुरू करने की खबरें सामने आ रही हैं।

अमरिकी नौसेना के ‘यूएसएस निमित्ज़’ जैसे अपने विशाल विमान वाहक युद्धपोत ने अपने विध्वंसक और पनडुब्बियों के बेड़े के साथ साउथ चाइना सी में गश्त लगाई है। दो दिन पहले निमित्ज़ युद्धपोत पर मौजूद ‘एफ/ए-१८ हॉर्नेट’ लड़ाकू विमान और ‘एमएच-६० सी हॉक हेलीकॉप्टर्स’ ने यहां के हवाई क्षेत्र में उड़ान भरी। इस दौरान अमरिकी विमान चालकों ने ‘फॉझी बिअर’, ‘पिग स्वीट’ और ‘बोंगू’ सांकेतिक भाषा का इस्तेमाल किया। हवाई गश्त के समय विमान चालक सांकेतिक शब्दों का प्रयोग करते हैं। लेकिन, अमरिकी विमान चालकों ने इस्तेमाल किए शब्द चीन के राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग को चिड़ाने के लिए थे, यह दावा किया जा रहा है।

मराठी

Leave a Reply

Your email address will not be published.