चीन ने जापान के करीबी समुद्र में विमान वाहक युद्धपोत और विध्वंसक उतारे – जापान और ताइवान की सेना अलर्ट पर

टोकियो – चीन का ‘लिओनिंग’ विमान वाहक युद्धपोत और आठ विध्वंसकों ने जापान के ओकिनावा द्वीप के करीब से सफर किया| इसके ज़रिये चीन ने अपने सामर्थ्य का प्रदर्शन किया, यह दावा हो रहा है| चीन के युद्धपोतों की यह गश्त जापान और ताइवान के लिए चेतावनी है, ऐसा सैनिकी विश्‍लेषकों का कहना है| इसी बीच, जापान ने अपने युद्धपोत और बॉम्बर विमानों को रवाना करके चिनी युद्धपोतों को चेतावनी दी| ताइवान ने भी अपने रक्षाबलों को अलर्ट पर रहने की सूचना की है|

china-japan-warships-destroyersचीन ने पश्‍चिमी पैसिफिक क्षेत्र में ‘रिअलीस्टिक कॉम्बैट ड्रिल’ यानी असल युद्धाभ्यास की शुरूआत की है| इसके लिए चीन ने अपने युद्धपोतों का बेड़ा पश्‍चिमी पैसिफिक क्षेत्र की ओर रवाना किया है| अपना यह युद्धभ्यास किसी भी देश के विरोध में ना होने का ऐलान चिनी नौसेना ने किया| लेकिन, इसके लिए चीन के युद्धपोतों ने जापान के ओकिनावा द्वीप के करीबी क्षेत्र से यात्रा करके जापान को उकसाया है| पहले से सतर्क रहे जापान ने, चिनी विमान वाहक युद्धपोत और विध्वंसकों के पीछे अपने हेलीकॉप्टर वाहक ‘उझूमो’ युद्धपोत के साथ ‘जी-१’ गश्ती विमान और ‘पी-३सी’ पनडुब्बी विरोधी विमान को रवाना किया|

चार महीनें पहले इसी क्षेत्र से चीन के विमानवाहक युद्धपोत ने गश्त लगायी थी| इसके बाद सोमवार को लिओनिंग ने सात विध्वंसकों के साथ यहाँ से सफर किया, यह महज़ संजोग नहीं हैं, इस ओर स्थानीय माध्यम ध्यान आकर्षित कर रहे हैं| इस दौरान चीन के युद्धपोत जापान के ओकिनावा द्वीप से काफी कम दूरी पर थे| चीन ने योजना बनाकर इन युद्धपोतों का सफर करवाया और इसके ज़रिये जापान, अमरीका और ताइवान को चेतावनी दी, यह आरोप हो रहा है|

जापान के ओकिनावा द्वीप पर अमरीका का हवाई अड्डा है| वहाँ पर अमरीका के प्रगत लड़ाकू विमान और हेलीकॉप्टर्स तैनात हैं| चीन ने इससे पहले भी ओकिनावा द्वीपों की सीमा से करीबी क्षेत्र में अपने विध्वंसक उतारे थे| इसपर जापान और अमरीका ने आपत्ति जतायी थी| लेकिन, अब अमरीका का ध्यान यूक्रैन युद्ध पर है और तभी चीन के युद्धपोतों का इस क्षेत्र से सफर करना, यह महज चेतावनी देने के लिए ना होने के संकेत प्राप्त हो रहे हैं|

रशिया ने यूक्रैन पर किए हमले की तरह ही चीन भी ताइवान पर हमला करेगा, ऐसा इशारा अंतरराष्ट्रीय विश्‍लेषक दे रहे हैं| चीन की कम्युनिस्ट हुकूमत के मुखपत्र और सैनिकी विश्‍लेषक भी, ताइवान पर कब्ज़ा करने का अवसर चलकर आया हैं, ऐसा कह रहे हैं| ताइवान की ओर रूख करके तैनात किए मिसाइलों की संख्या बढ़ाकर चीन ने, इस अवसर का लाभ उठाने की तैयारी में होने की बात दिखायी है| चीन के लड़ाकू विमान ताईवान की सीमा में लगातार घुसपैठ करके ताइवान की युद्ध तैयारी का जायज़ा ले रहे हैं|

ऐसें में विमान वाहक युद्धपोत लिओनिंग ने अपने बेड़े के साथ जापान के ओकिनावा द्वीप के करीब लगायी गश्त भी, चीन के इसी युद्ध तैयारी का भाग दिख रही है| ताइवान पर हमला करने के बाद अमरीका चीन पर आर्थिक प्रतिबंध लगा सकती है| इससे चीन की विदेशों में स्थित संपत्ति को खतरा होगा| इस संपत्ति की रक्षा करना कैसे मुमकिन होगा, यह परखने के लिए चीन ने देसी और विदेशी बैंकों की बैठक करने की बात स्पष्ट हुई है| इस वजह से जापान-ताइवान के खिलाफ हुई चीन की हरकत, सिर्फ चेतावनी और धमकाने तक सीमित नहीं हैं| इसके पीछे ताइवान पर हमला करने की रणनीति होने की बात दिख रही है|

ताइवान पर चीन का हमला यानी जापान पर हमला समझा जाएगा, यह ऐलान जापान ने किया था| साथ ही, जापान ने ताइवान को आवश्यक सभी सहायता प्रदान करने का निर्णय किया है| ऐसी स्थिति में जापान हमसे सुरक्षित नहीं रह सकता, यह संदेश चीन जापान को दे रहा हैं| लेकिन, अपने समुद्री क्षेत्र के करीब से सफर कर रही चीन की नौसेना के पीछे अपने युद्धपोत रवाना करके जापान ने, हम चीन के सामर्थ्य के धौस में नहीं रहेंगे, यही दिखाया है|

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