इस्रायल पश्चिमी देशों की तरह रशिया पर प्रतिबंध लगाएँ – अमरीका की इस्रायल को चेतावनी

वॉशिंग्टन – ‘रशियन राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमिर पुतिन ने पुकारे हुए युद्ध को पैसा सप्लाई करनेवाले गंदे रशियन अरबपतियों के लिए इस्रायल आश्रयस्थान ना बनें। बल्कि इस्रायल ने अगर रशिया पर प्रतिबंध लगाएँ, तो युक्रेन सहित अन्तर्राष्ट्रीय मोरचा भी इस्रायल की इस भूमिका का स्वागत करेगा’, ऐसी चेतावनी अमरीका के विदेश विभाग की उप मंत्री व्हिक्टोरिया नुलँड ने दी। पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों से अपना बचाव करने के लिए रशियन अरबपति इस्रायल तथा युएई में दौड़ लगा रहे हैं। इस्रायल और युएई ने अब तक के युद्ध में तटस्थ भूमिका अपनाई है। इस पृष्ठभूमि पर, अमरीका ने इस्रायल को यह चेतावनी दी दिख रही है।

इस्रायल पश्चिमी देशों की तरह रशिया पर प्रतिबंध लगाएँ - अमरीका की इस्रायल को चेतावनीअमरीका, युरोपीय देश तथा ऑस्ट्रेलिया, जापान जैसे मित्र देश रशिया पर प्रतिबंधों की तीव्रता बढ़ाते चले जा रहे हैं। आनेवाले समय में रशिया पर अधिक कड़े प्रतिबंध लगाए जाएँगे, ऐसी चेतावनियाँ अमरीका और युरोपीय देश दे रहे हैं। ऐसा होने के बावजूद भी अमरीका के खाड़ी क्षेत्र के मित्र देश होनेवाले इस्रायल तथा अन्य अरब देशों ने रशिया के विरोध में भूमिका नहीं अपनाई है। इस्रायल ने रशिया विरोधी संघर्ष में युक्रेन को शस्त्र सिद्ध करने से भी इन्कार किया है और बायडेन प्रशासन को यह बात रास नहीं आई है।

अमरीका के विदेश विभाग की उपमंत्री व्हिक्टोरिया नुलँड ने इस्रायली न्यूज़ चैनल के साथ बातचीत करते समय, बायडेन प्रशासन की इस्रायल पर नाराज़गी व्यक्त की। युक्रेन संघर्ष में राष्ट्राध्यक्ष पुतिन को पैसा सप्लाई करनेवाले रशियन अरबपतियों के लिए इस्रायल आश्रयस्थान ना बनें, यह बताकर नुलँड ने माध्यमों में प्रकाशित होनेवालीं ख़बरों पर गौर फरमाया। पिछले 10 दिनों में रशिया से 14 निजी विमान इस्रायल में दाखिल होने का दावा किया जाता है।

इस्रायल पश्चिमी देशों की तरह रशिया पर प्रतिबंध लगाएँ - अमरीका की इस्रायल को चेतावनीरशियन राजधानी मॉस्को और सेंट पीट्सबर्ग से निकले ये विमान अलग-अलग दिन पर इस्रायल के तेल अविव शहर में दाखिल हुए , ऐसा इस्रायली न्यूज़ चैनल ने कहा था। इन विमानों के यात्रियों के बारे में किसी भी प्रकार का विवरण इस न्यूज़ चैनल ने नहीं दिया है। लेकिन रशिया के अरबपति इस्रायल में आश्रय के लिए आने की संभावना इस्रायली न्यूज़ चैनल ने जताई थी। माध्यमों में जारी होनेवालीं खबरों पर प्रतिक्रिया न देने की इस्रायल की सरकार की भूमिका है। इस कारण इस संदर्भ में भी इस्रायल सरकार ने प्रतिक्रिया देना टाला है।

इसी बीच, इस्रायल ने रशिया और युक्रेन के बीच में मध्यस्थता करने का प्रस्ताव दिया होकर, राजधानी जेरूसलम में यह चर्चा हो सकती है, ऐसा सुझाव इस्रायल ने दिया है। रशिया ने इस मध्यस्थता का स्वागत किया है। लेकिन इसराइल की यह मध्यस्थता की कोशिशें बायडेन प्रशासन के लिए पर्याप्त नहीं हैं, ऐसी चेतावनी अमरीका के अधिकारी दे रहे हैं।

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