पश्‍चिमी देशों के नए प्रतिबंधों के बाद रशियन अर्थव्यवस्था की ३० प्रतिशत गिरावट – रशिया में ‘एटीएम्स’ के बाहर कतारें

रशियन अर्थव्यवस्था

वॉशिंग्टन – रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन के साथ रशिया की सेंट्रल बैंक एवं अन्य क्षेत्रों पर लगाए गए सख्त प्रतिबंधों का असर सामने आने लगा है| रशिया की बैंकिंग क्षेत्र पर लगाए गए प्रतिबंधों के मात्र २४ घंटे बाद रशियन अर्थव्यवस्था और मुद्रा रुबल की विक्रमी गिरावट दर्ज़ हुई है| रशियन जनता ने बैंक से पैसे निकालने के लिए ‘एटीएम्स’ के बाहर कतारों के फोटो माध्यमों में प्रसिद्ध हुए हैं| रशियन जनता में घबराहट निर्माण ना हो, इसलिए सेंट्रल बैंक ने ब्याजदरों में बड़ी बढ़ोतरी की है और विदेशी मुद्रा की बिक्री शुरू की है|

शनिवार को अमरीका समेत यूरोपिय मित्रदेशों ने अंतरराष्ट्रीय ‘स्विफ्ट’ यंत्रणा से कुछ रशियन बैंकों को अलग करने का ऐलान किया था| इसके बाद अमरीका और ब्रिटेन ने रशिया की सेंट्रल बैंक से निधि का प्रावधान करनेवाले कारोबार पर पाबंदी लगाने के भी संकेत दिए थे| रशिया के ऊर्जा, प्रौद्योगिकी एवं वित्त क्षेत्र की कई कंपनियों पर पहले ही प्रतिबंध लगाए गए हैं| एक के बाद एक लगाए गए इन प्रतिबंधों का असर रशियन अर्थव्यवस्था पर दिखाई देने लगा है|

रशियन अर्थव्यवस्थाप्रतिबंधों का दायरा सामने आना शुरू हुआ है और इसके बाद एक ही रात में रशिया की अर्थव्यवस्था की कुल ३० प्रतिशत गिरावट हुई है| इस गिरावट के बाद रशियन अर्थव्यवस्था न्यूनतम स्तर पर पहुँचने के दावे किए जा रहे हैं| रशियन मुद्रा रुबल की अमरिकी डॉलर के आगे विक्रमी गिरावट हुई है| २४ घंटों में रुबल के मूल्य में ४० प्रतिशत गिरावट आई है| पिछले हफ्ते एक डॉलर के लिए ८० से ९० रुबल चुकाने पड़ रहे थे| सोमवार के दिन एक अमरिकी डॉलर के लिए ११७ रुबल देने पड़ रहे हैं|

रशियन अर्थव्यवस्थारुबल की इस गिरावट को रोकने के लिए रशिया की सेंट्रल बैंक ने जोरदार गतिविधियॉं शुरू की हैं| रशिया में ब्याजदर ९.५ प्रतिशत से बढ़ाकर सीधे २० प्रतिशत किया गया है| सेंट्रल बैंक ने अपने विदेशी मुद्रा भंड़ार से बिक्री शुरू की है| साथ ही प्रमुख उद्योगों को उनका ८० प्रतिशत विदेशी मुद्रा भंड़ार बेचने के निर्देश दिए गए हैं| दूसरी ओर रशियन नागरिकों ने डॉलर एवं रुबल्स प्राप्त करने की कड़ी कोशिश शुरू की है| राजधानी मास्को के साथ अन्य शहरों की बैंकें एवं एटीएम्स के बाहर बड़ी कतारें लगने के फोटो भी माध्यमों में प्रसिद्ध हुए हैं|

पश्‍चिमी देशों ने रशिया पर अधिक सख्त प्रतिबंध लगाने के संकेत भी दिए हैं| लेकिन, रशिया ने इसका मुकाबला करने की तैयारी पहले से कर ली थी, इस पर विश्‍लेषक ध्यान आकर्षित कर रहे हैं| सोने के आरक्षित भंड़ार, डॉलर के अलावा अन्य चलनों का बढ़ाया इस्तेमाल, बैंक कारोबार के लिए स्वतंत्र रशियन यंत्रणा एवं चीन और अन्य देशों से सहयोग बढ़ाकर रशिया पश्‍चिमी देशों के प्रतिबंधों का मुकाबला करेगी, यह दावा आर्थिक विशेषज्ञ कर रहे हैं|

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