भारतीय नौसेना ने एडन की खाड़ी में हौथी विद्रोहियों के हमले से अमेरिकी व्यापारिक जहाज को बचाया

नई दिल्ली – येमन के हौथी विद्रोहियों पर अमेरिका ने अपने युद्धपोत और पनडुब्बी से जोरदार मिसाइल हमले किए। लेकिन, अमेरिका के येमनी विद्रोहियों पर जारी इन हमलों के बीच में ही इन विद्रोहियों ने अमेरिका के ‘एमव्ही जेन्को पिकार्डी’ नामक व्यापारी जहाज को लक्ष्य किया। हौथी विद्रोहियों के हमले से इस जहाज पर आग भड़की। इस जहाज ने भेजा ‘डिस्ट्रेस कॉल’ भारतीय नौसेना के ‘आईएनएस विशाखापट्टनम्‌’ को प्राप्त हुआ। इस जहाज तक शीघ्रता से पहुंच कर भारत के युद्धपोत ने ‘एमव्ही जेन्को पिकार्डी’ पर भड़की आग बुझाई और अमेरिका के इस जहाज को बचाया। भारतीय नौसेना की इस कार्रवाई का पूरे विश्व ने संज्ञान लिया है।

इससे पहले भारतीय नौसेना ने अरब सागर में मालवाहक ‘एमव्ही चेम प्ल्युटो’ जहाज पर हुए ड्रोन हमला होने के बाद सहायता के लिए बड़ी तेज़ पहल की थी। इसके बाद ५ जनवरी को सोमालियन समुद्री ड़कैतों की ‘एमव्ही लीला नोरफॉक’ नामक मालवाहक जहाज का अपहरण करने की हुई कोशिश को भारतीय नौसेना के ‘आईएनएस चेन्नई’ युद्धपोत ने नाकाम किया। अब एडन के बंदरगाह से करीबन ६० समुद्री मिल दूरी पर स्थित ‘एमव्ही जेन्को पिकार्डी’ जहाज को हौथी विद्रोहियों ने किए भीषण हमले से ‘आईएनएस विशाखापट्टनम्‌’ ने बचाने की बात सामने आयी है।

भारतीय नौसेना ने एडन की खाड़ी में हौथी विद्रोहियों के हमले से अमेरिकी व्यापारिक जहाज को बचायाइस जहाज पर कुल २२ कर्मचारी थे और इनमें ९ भारतीय नागरिकों का समावेश है। इस वजह से भारतीय नौसेना के इस प्रदर्शन का मोल अधिक बढ़ा है। अमेरिकी जैसी महाशक्ति का जहाज हौथी विद्रोहियों के हमलों से बचाकर भारतीय नौसेना ने पूरे विश्व को अपनी क्षमता दिखाई है। साथ ही पूरे हिंद महासागर के क्षेत्र में भारत सुरक्षा प्रदान करने वाला देश है, यह मुद्दा फिर से रेखांकित की है। लेकिन, व्यापारी जहाजों पर होने वाले यह हमले चिंता का मुद्दा बना है। इससे जुड़ी गतिविधियों की ओर भारत बड़ी बारिकी से देख रहा है, ऐसा विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जैसवाल ने कहा है।

इसी बीच भारतीय नौसेनाप्रमुख एडमिरल आर.हरि कुमार ने देश के पश्चिमी समुद्री क्षेत्र में नौसेना ने भारी मात्रा में तैनाती करने की बात स्पष्ट की है। इस क्षेत्र में किसी भी तरह से अस्थिरता फैलाने की कोशिश हम बर्दाश्त नहीं करेंगे। वहां भारतीय नौसेना की समुद्री ड़कैतियों के विरोध में मुहीम शुरू है। साथ ही व्यापारिक यातायात की सुरक्षा के लिए भारतीय नौसेना की ड्रोन विरोधी यंत्रणा इस क्षेत्र में मौजूद होने की चेतावनी नौसेनाप्रमुख ने दी।

देश के समुद्री हितसंबंधों की सुरक्षा करना नौसेना का परम कर्तव्य है। इसी कारण से वर्ष २००८ से भारतीय नौसेना ने समुद्री ड़कैतियों के विरोध में मुहीम शुरू की थी। इसके लिए भारतीय नौसेना के १०६ जहाजों की अब तक तैनाती रखी गई थी, ऐसा एडमिरल आर.हरि कुमार ने कहा है।

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