सोमालिया के समुद्री ड़कैतों ने अपहरण किए व्यापारिक जहाज को भारतीय नौसेना ने छुड़ाया – ‘आईएनएस चेन्नई’ ने सही समय पर सही कार्रवाई करने से अनहोनी टली

नई दिल्ली – सामान की यातायात करने वाले ‘एमव्ही लीला नॉरफोक’ नामक लाइबेरियन जहाज का सोमालिया के समुद्री डकैतों ने अरब सागर से अपहरण किया था। लेकिन, भारतीय नौसेना का युद्धपोत ‘आईएनएस चेन्नई’ ने सोमालियन ड़कैतों की इस साज़िश को नाकाम किया। इस युद्धपोत ने वर्णित जहाज को सोमालियन डकैतों के कब्ज़े से छुड़ाया है। इस जहाज पर मौजूद सभी २१ नाविक सुरक्षित होने की जानकारी भी साझा हुई है। इन २१लोगों में से १५ भारतीय हैं। इस सफल अभियान के ज़रिये पूरे विश्व को अहम संदेश पहुंचाया है, ऐसा बया विश्लेषक कर रहे हैं।

गुरुवार की शाम ‘एम.व्ही.लीला नॉरफोक’ का सोमालिया के समुद्री ड़कैतों ने अपहरण। इज्रायल हमास युद्ध शुरू होने के बाद विद्रोहियों ने रेड सी के क्षेत्र में समुद्री यातायात बंद करवाई है। उनकी इन गतिविधियों की वजह से इस क्षेत्र से हो रही व्यापारिक यातायात को हौथी ने बंधक बनाया है। सोमालिया के समुद्री ड़कैतों ने अपहरण किए व्यापारिक जहाज को भारतीय नौसेना ने छुड़ाया - ‘आईएनएस चेन्नई’ ने सही समय पर सही कार्रवाई करने से अनहोनी टलीइन गतिविधियों के कारण रेड सी की समुद्री यातायात बाधित हुई है और जहाज कंपनियों को अपने जहाज लंबे रास्ते से भेजना पड़ रहा है। इससे यात्रा का समय और खर्च बढ़ रहा हैं और इससे विश्व व्यापार को नुकसान पहुंचेगा। ऐसी अस्थिरता में सोमालियन समुद्री ड़कैतों ने अपनी गतिविधियां शुरू की है।

‘एमव्ही लीला नॉरफोक’ जहाज का अपहरण करके सोमालिया के समुद्री ड़कैतों ने वहां की समुद्री यातायात असुरक्षित करने की साज़िश रची थी। लेकिन, इसकी जानकारी प्राप्त होते ही भारतीय नौसेना का ‘आईएनएस चेन्नई’ युद्धपोत शीघ्र ही इस जहाज के पीछे भेजा गया। शुक्रवार दोपहर तक ‘आईएनएस चेन्नई’ ने ‘एमव्ही लीला नॉरफॉक’ की तलाश की और इससे संपर्क भी बनाया। भारतीय नौसेना का गश्ती विमान ‘आईएनएस पी८आई’ विमान भी इस व्यापारिक जहाज पर नजर बनाए थे। ‘एमव्ही लीला नॉरफॉक पर उतरे सोमालियन ड़कैतों को जहाज छोड़ने की चेतावनी ‘आईएनएस चेन्नई’ ने दी।

इसके बाद इस युद्धपोत पर मरिन कमांडो उतरे और उन्होंने इन सोमालियन ड़कैतों की तलाश शुरू की। लेकिन उससे पहले ही यह ड़कैत वहां से भाग गए थे। इस जहाज के सभी २१ कर्मचारी पुरी तरह से सुरक्षित हैं। इनमें १५ भारतीय नागरिक थे। भारतीय नौसेना ने यह जहाज सोमालियन समुद्री ड़कैतों की कब्जे से छुड़ाकर विश्व को राहत दी है। सोमालिया के समुद्री ड़कैतों ने अपहरण किए व्यापारिक जहाज को भारतीय नौसेना ने छुड़ाया - ‘आईएनएस चेन्नई’ ने सही समय पर सही कार्रवाई करने से अनहोनी टलीक्यों कि, इस जहाज का अपहरण करने में यदि सोमालियन ड़कैत कामयाब होते तो इसका परिणाम काफी बुरा होता। इसी कारण से सोमालियन ड़कैतों का आत्मविश्वास अधिक बढ़कर अरब समुद्र और उसके आगे के क्षेत्र में हो रही समुद्री यातायात अधिक असुरक्षीत हो जाती। यह खतरा फिलहाल भारतीय नौसेना की सफल कार्रवाई से टल गया है।

अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा में भारतीय नौसेना ने की हुई इस कार्रवाई से बड़ा सकारात्मक संदेश विश्व को प्राप्त हुआ है। साथ ही भारत का नैसर्गिक प्रभाव क्षेत्र होने वाले अरब सागर से जहाज का अपहरण करना आसान नहीं हैं, इसका अहसास भी सोमालिया के ड़कैतों को हुआ है। भारत इस समुद्री क्षेत्र को पुरी सुरक्षा प्रदान करने वाला देश होने का बया रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हाल ही में किया था। उनके बयानों का अनुभव पुरे विश्व ने अब लिया है।

इसके साथ ही समुद्री यातायात के लिए बने खतरे भी अपहरण की घटना से विश्व के सामने आए हैं। अरब सागर और हिंद महासागर क्षेत्र में भारतीय नौसेना का प्रभाव अधिक बढ़ाने की आवश्यकता भी इससे सामने आयी है।

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