हिंद महासागर क्षेत्र के हितों के खिलाफ कार्रवाई करनेवाले देशों को रोकना ही होगा – भारत के नौसेना प्रमुख का इशारा

पणजी – हिंद महासागर क्षेत्र के हितों के खिलाफ बैर की भावना से कार्रवाईयाँ करनेवाले देशों की हरकतों को तुरंत रोकना आवश्‍यक है। इसके लिए कार्रवाई करने की तैयारी रखनी होगी, इस बात का अहसास भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबिर सिंह ने कराया। सीधा नाम लिए बिना ‘गोवा मेरिटाईम कॉन्क्लेव-२०२१’ के अपने व्याख्यान में नौसेना प्रमुख ने हिंद महासागर एवं उसके आगे के क्षेत्र में चीन की वर्चस्ववादी हरकतों का खतरा रेखांकित किया। भारत, श्रीलंका और मालदीव ने हिंद महासागर क्षेत्र में शुरू की हुई कार्रवाई का भी नौसेना प्रमुख ने इस दौरान स्पष्ट ज़िक्र किया।

भारत के नौसेना प्रमुखहिंद महासागर क्षेत्र में चीन की बढ़ती गतिविधियों की पृष्ठभूमि पर इस क्षेत्र के देशों की नौसेनाओं के समावेश वाली परिषद का गोवा में आयोजन किया गया है। भारतीय नौसेना के आयोजित ‘गोवा मेरिटाईम कॉन्क्लेव-२०२१’ तीन दिन का कार्यक्रम है और इसके लिए १२ देशों के नौसेना प्रमुख दाखिल हुए हैं। इन देशों में भारत के साथ सिंगापुर, इंड़ोनेशिया, मलेशिया, थायलैण्ड़, बांगलादेश, म्यांमार, श्रीलंका, मॉरिशस, मालदीव, मादागास्कर, कोमोरोस और सेशल्स का समावेश है।

गोवा के ‘नेवल वॉर कॉलेज’ में आयोजित इस परिषद में भारतीय नौसेना प्रमुख के अलावा रक्षा एवं विदेश विभाग के सचिव भी उपस्थित थे। इस दौरान नौसेना प्रमुख ने चीन के नाम का सीधे ज़िक्र किए बगैर उसके बढ़ते खतरों का ज़िक्र किया। ‘खुले, मुक्त और सर्वसमावेशक इंडो-पैसिफिक एवं हिंद महासागर क्षेत्र के खिलाफ कुछ देश कार्रवाईयाँ कर रहे हैं। इसकी जानकारी प्राप्त होते ही उन देशों को उनकी गतिविधियाँ गलत होने का अहसास दिलाना होगा। हम सबने समुद्री क्षेत्र के लिए समान उद्देश्‍य तय किए हैं। इसलिए आगे मिलकर कार्रवाई कर सकेंगे’, यह बयान नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबिर सिंह ने किया।

इस दौरान नौसेना प्रमुख ने तालिबान और ‘आयएस’ जैसे आतंकी संगठनों की समुद्री मार्ग से जारी नशीले पदार्थों की तस्करी का भी ज़िक्र किया। इसके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए भारत ने श्रीलंका और मालदीव जैसे अन्य देशों की सहायता से मुहिम चलाने की जानकारी भी एडमिरल करमबिर सिंह ने बयान की। इस परिषदे में मौजूद भारत के विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने भी नाम का ज़िक्र किए बगैर हिंद महासागर क्षेत्र में चीन की आक्रामक गतिविधियों पर निशाना साधा। अंतरराष्ट्रीय नियमों के प्रति निष्ठा ना रखनेवाले देशों द्वारा हिंद महासागर क्षेत्र का सैन्यकीकरण बढ़ाया जा रहा है, ऐसी फटकार भारत के विदेश सचिव ने लगाई।

भारत के रक्षा सचिव अज कुमार ने भारतीय नौसेना के कार्य की सराहना करके हिंद महासागर क्षेत्र के देशों को भारत के रक्षा सामान एवं अन्य सहायता प्रदान करने की बात का भी ज़िक्र किया।

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