सरहदी राज्यों की प्राकृतिक आपदाओं के पीछे शत्रु की साज़िश हो सकती है – रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की आशंका

देहरादून – सरहदी राज्यों को लगातार प्राकृतिक आपदाओं का सामना करना पड़ रहा हैं। इसकी मात्रा काफी चिंताजनक रूप से बढ़ रही हैं और ऐसे में क्या यह प्राकृतिक आपदाएं हैं या इसके पीछे दुश्मनों की साज़िश हैं, इस पर गंभीरता से विचार करने का समय आ चुका है। इसपर गहराई से खोज करने के लिए भारत मित्र देशों से सहायता प्राप्त करेगा। क्यों कि, यह राष्ट्रीय सुरक्षा का विषय बना है, ऐसा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने स्पष्ट किया। उत्तराखंड़ के जोशीमठ में सरहदी इलाके की बुनियादी सुविधाओं के करीबन ६७० करोड़ रुपयों के ३५ नए प्रकल्प राष्ट्र को समर्पित करते सयम रक्षा मंत्री बोल रहे थे। सीमावर्ती राज्यों की जनता देश की सुरक्षा में खड़े सैनिकों उतनी ही अहम होने का बयान भी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस दौरान किया।

उत्तराखंड़, हिमाचल प्रदेश, सिक्कीम, इन राज्यों सहित लद्दाख पर टूटी प्राकृतिक आपदाओं की तादात काफी बढ़ी है। इन आपदाओं के पीछे वाकई मौसम के बदलाव होने के दावे विशेषज्ञ कर रहे हैं। लेकिन, हमारे विचार से इस पर खोज करना आवश्यक है। यह आपदाएं यानी मौसम के बदलाव का हिस्सा हैं, या इसके पीछे किसी शत्रु की साज़िश हैं, इसकी जांच करनी ही होगी, यह कहकर रक्षा मंत्री ने इन आपदाओं को लेकर आशंका जताई। सरहदी राज्यों की प्राकृतिक आपदाओं के पीछे शत्रु की साज़िश हो सकती है - रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की आशंकापहले के दौर में कुछ सरहदी राज्यों में हुए भारी बारिश, बाढ़ एवं भूस्खलन में चीन का हाथ होने के आरोप लगाए गए थे। खास तौर पर बादल के फटने से होनेवाली दुर्घटनाओं के पीछे चीन के ‘काइनेटिक वेपन्स’ का हाथ होने के दावे कुछ लोगों ने किए थे। लेकिन, चीन के सरकारी मुखपत्र ने इन आरोपों में सच्चाई न होने की बात स्पष्ट की थी।

लेकिन, रक्षा मंत्री ने उत्तराखंड़ में बोलते हुए प्राकृतिक आपदाओं के पीछे शत्रुओं की साज़िश होने की आशंका जताकर इस विषय पर अनुसंधान की आवश्यकता होने का बयना करना ध्यान आकर्षित करता है। इसके लिए मित्र देशों की सहायता पाने की तैयारी दिखाकर रक्षा मंत्री ने इन नैसर्गिक आपदाओं के पीछे की अभी अज्ञात रही वजह सार्वजनिक करने की चेतावनी दी है। आगे के समय में यह मुद्दा बड़ा अहम साबित होत सकता है। चीन जैसा देश ब्रह्मपुत्रा नदी का प्रवाह रोकने के लिए बांध का निर्माण कर रहा हैं, ऐसे आरोप भारत ने लगाए थे। साथ ही इन बांध का इस्तेमाल करके बारिश के मौसम में अतिरिक्त पानी छोड़कर महापूर फैलाने की कोशिश चीन करता है, ऐसे दावे भी पहले प्रसिद्ध हुए थे। इसी वजह से भारत को झटके देने के लिए चीन अपनी उन्नत प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करके भारत में आपदाएं फैला रहा हैं, ऐसी जताई जा रही आशंका अधिक मज़बूत हो रही है।

लेकिन, इन प्राकृतिक आपदाओं के पीछे चीन का हाथ होने की बात इसकी जांच एवं अनुसंधान से साबित होने के बाद चीन को इसके काफी बड़े परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। क्यों कि, आगे के दिनों में एक नहीं, बल्कि कई बातों के लिए चीन को भारत पर निर्भर रहना पड़ सकता है। इस वजह से रक्षा मंत्री ने नैसर्गिक आपदाओं के मुद्दे पर दी हुई चेतावनी चीन को सामने रखकर देने की कड़ी आशंका सामने आ रही है।

इसी बीच, सरहदी राज्यों की जनता की सराहना करते हुए रक्षा मंत्री ने यहां की जनता की सैनिकों उतनी ही अहमियत होने का बयान किया है। सैनिक देश की सीमा की रक्षा करते हैं और उसी तरह सरहदी राज्यों की जनता विभिन्न पद्धती से देश की रक्षा करती रहती है, ऐसा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.