कराची में पाक़िस्तानी लष्कर की कार्रवाई पर मानवाधिकार संगठनों ने ज़ाहिर की चिंता

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सिंध पुलीस ने सोमवार को कराची शहर में की हुई कार्रवाई में १२ आतंकवादियों का ख़ात्मा कर दिया। कार्रवाई में मारे जा चुके आतंकी ‘अल क़ायदा’ तथा ‘लश्कर-ए-झांगवी’ इन आतंकवादी संगठनों के होने की जानकारी पुलीस ने दी। क़ानूनी प्रक्रिया का पालन न करते हुए की जानेवालीं पाक़िस्तान लष्कर की ऐसी कार्रवाईयों के कारण नज़दीकी समय में कराची में संघर्ष की आग भड़क सकती है, ऐसी चिंता आंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन ने ज़ाहिर की है। कराची की एक राजनीतिक पार्टी के प्रमुख ने कुछ दिन पहले ही, १५ दिन के राशन का तथा दवाइयों का संग्रह कर रखने की सलाह देकर खलबली मचायी थी। उस पार्श्वभूमि पर, मानवाधिकार संगठन द्वारा दी गयी उपरोक्त चेतावनी सूचक मानी जा रही है।

कराची में ‘अल क़ायदा’ तथा ‘लश्कर-ए-झांगवी’ इन आतंकवादी संगठनों द्वारा सुरक्षायंत्रणाओं के विरोध में षड्यंत्र रचा जा रहा होने की जानकारी सोमवार को पुलीस को मिली थी। पुलीस ने गुप्तचर यंत्रणाओं के सहयोग से मारे हुए छापों के दौरान आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ हुई होने का दावा किया गया है। इस मुठभेड़ के दौरान १२ आतंकवादी ढ़ेर हो गये। कार्रवाई में प्रेशर कुकर बॉम्ब्स्, सुसाईड़ जॅकेट्स, हँड़ ग्रेनेड्स, सबमरीन गन्स, पिस्तुल्स् और सैंकड़ों बुलेट् ऐसी शस्त्रराशि बरामद की है। कार्रवाई में मारे हुए आतंकवादियों में ‘अल क़ायदा इन इंडियन सबकॉन्टिनंट’ इस आतंकवादी संगठन का कराचीस्थित कमांडर सोहेल का समावेश है।

इस कार्रवाई की पार्श्वभूमि पर, ‘ह्युमन राईट्स वॉच’ इस आंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवी गुट ने प्रकाशित किये हुए मानवाधिकार अहवाल में, कराची में सुरक्षायंत्रणाओं द्वारा जारी रहनेवाली कार्रवाई पर चिंता ज़ाहिर की है। कराचीस्थित सुरक्षायंत्रणाएँ एक ही समय इन्साफ़ सुनाने का और ठेंठ दंड़ देने का कार्य कर रही होने की नाराज़गी अहवाल में व्यक्त की गयी है। कराचीस्थित गुनाहगारी तथा राजनीतिक अस्थिरता के ख़िलाफ़ पाक़िस्तानी रेंजर्स जैसे सुरक्षाबल द्वारा शुरू की गयी कार्रवाई पर यदि उचित नियंत्रण नहीं रखा गया, तो शहर में हिंसाचार की नयी आग भड़क उठेगी, ऐसी चेतावनी भी ‘ह्युमन राईट्स वॉच’ ने दी है।

पाक़िस्तानी सरकार ने सन २०१३ से कराचीस्थित क़ानून एवं सुव्यवस्था की ज़िम्मेदारी पाक़िस्तानी रेंजर्स के पास सौंपी थी। उसी समय, पाक़िस्तानी लष्कर ने कराची के आतंकवादियों के खिलाफ़ कार्रवाई शुरू की थी। इस कार्रवाई के लिए उनके हाथों में अमर्याद अधिकार दिये गये होने की बात सामने आयी है। रेंजर्स द्वारा गत दो वर्षों से भी अधिक समय तक चलायी गई इस कार्रवाई में, १२ हज़ार से भी अधिक गुनाहगारों को गिरफ़्तार किया गया होने का तथा २५० से भी अधिक आतंकवादियों का ख़ात्मा किया गया होने का दावा किया गया है। लेकिन कराचीस्थित प्रमुख राजनीतिक पार्टी ‘मुत्ताहिदा क़ौमी मूव्हमेंट’ ने, उपरोक्त कार्रवाई राजनीतिक बदले की भावना से चलायी जा रही होने का आरोप किया है।

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