‘आतंकी बुर्‍हान पर हुई कारवाई मानवाधिकारों का उल्लंघन’

पाक़िस्तान के विदेश मंत्रालय का दावा

इस्लामाबाद, दि. १० (वृत्तसंस्था) – ‘हिजबुल मुजाहिद्दीन’ इस आतंकी संगठन का कमांडर रहनेवाले ‘बुर्‍हान मुझफ्फर वनि’ की, जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों के साथ की मुठभेड में हुई मौत के बाद, पाक़िस्तान से अपेक्षित प्रतिक्रिया आयी है| ‘इस घटना का मतलब मानवाधिकारों का हनन है’ ऐसा दावा पाक़िस्तान के विदेश मंत्रालय ने किया है| उसके जवाबस्वरूप, ‘पाक़िस्तान ने आतंकवादियों के सिलसिले में अपनी नीति में बदलाव नहीं किया, तो भारत को अपनी पाक़िस्तानसंबंधी नीति पर फिर से सोचना पडेगा’ ऐसी चेतावनी केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री व्यंकय्या नायडू ने दी है|

‘आतंकी बुर्‍हान पर हुई कारवाई मानवाधिकारों का उल्लंघन’जम्मू-काश्मीर के युवाओं को, सोशल मीडिया का इस्तेमाल करके आतंकी संगठनों में शामील होने के लिए उक़सानेवाला ‘बुर्‍हान मुझफ्फर वनि’ हिजबुल मुजाहिद्दीन इस आतंकी संगठन का ‘पोस्टर बॉय’ माना जाता था| कई जगहों पर आतंकी गतिविधियों में शामिल हिजबुल के इस कमांडर की मौत के बाद, पाक़िस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नफीस झकारिया द्वारा ‘भारत ने मानवाधिकारों का उल्लंघन किया है’ ऐसा आक्षेप दर्ज किया है| सुरक्षाबलों पर अंधाधुंद गोलीबारी करनेवाले बुर्‍हान को ‘इन्साफ़ नहीं मिला है’ ऐसी आलोचना झकारिया ने की है| साथ ही, बुर्‍हान की मौत के बाद जारी प्रदर्शनों के दौरान कई लोगों की मौत हुई है, इसपर भी झकारिया ने चिंता जतायी है|

kashmirकश्मिरी जनता को जनमतसंग्रह का अधिकार दिए बिना इस बात का हल नहीं निकल सकता, ऐसा भी पाक़िस्तान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने भारत से कहा है| इससे पहले भी पाक़िस्तान द्वारा, जम्मू-कश्मीर में हिंसाचार फैलानेवाले आतंकवादियों को ‘स्वातंत्र्यसेनानी’ पुकारते हुए भारत को उक़साने की कोशिश की गयी थी| बुर्‍हान की मौत के बाद, पाक़िस्तान को आतंकवादियों के प्रति होनेवाला प्यार फिर एक बार सामने आया है| पाक़िस्तान द्वारा खुलेआम आतंकवाद का समर्थन किया जा रहा है। इस कारण भारत सरकार ने पाक़िस्तान को कड़ी चेतावनी दी है। ‘पड़ोसी देश के उक़साने की वजह से ही आज जम्मू-काश्मीर में अशांति का माहौल है| आतंकवाद को समर्थन या आर्थिक सहायता भारत कभी भी बर्दाश्त नहीं करेगा| इस तरह के क़ारनामें पाक़िस्तान को बन्द कर देने चाहिए| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने, पाक़िस्तान के साथ चर्चा लिए भारत तैयार होने का स्पष्ट संदेश दिया है| मग़र पाक़िस्तान यदि इस तरह की गतिविधियाँ बन्द नहीं करता, तो भारत को भी पाक़िस्तान के बारे में अपनी नीति पर पुन: विचार करना पडेगा’ ऐसा सूचना और प्रसारण मंत्री व्यंकय्या नायडू ने कहा|

पिछले हफ्ते से जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों और पुलिसवालों पर आतंकवादियों के हमले बढे हैं| इसके पीछे गहरी साज़िश है, ऐसा सामने आ रहा है| पाक़िस्तान से जम्मू-कश्मीर में घुसपैंठ करनेवाले आतंकवादियों को रोकने में सुरक्षाबलों को बडी कामयाबी मिली है| साथ ही, आतंकवादियों के खिलाफ की गई कार्रवाई में कई आतंकवादियों को मार गिराया गया है| इस कार्रवाई में आतंकवादियों से बडी मात्रा में हथियार बरामत किये गए हैं| इसीलिए जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी कारनामों के लिए पाक़िस्तान स्थानिक आतंकवादियों को उक़सा रहा है| साथ ही, अलगाववादी संगठनों का इस्तेमाल करने की पाक़िस्तान की योजना है| इसी का असर जम्मू-कश्मीर में दिखाई दे रहा है| इस पृष्ठभूमि पर भारत सरकार ने पाक़िस्तान को दी हुई चेतावनी मायने रखती है।

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