‘रेड सी’ में हौथी के जारी हमलों से वैश्विक अर्थ व्यवस्था को खतरा – अंतरराष्ट्रीय विश्लेषकों का दावा

सिंगापुर – येमन के हौथी विद्रोहियों ने विश्व के सबसे अहम समुद्री ‘रेड सी’ में समुद्री मार्ग पर हमले करके अंतरराष्ट्रीय व्यापारिक यातायात को नुकसान पहुंचा है। इस वजह से यूरोप, खाड़ी और एशिया का व्यापार बाधित हुआ हैं और ईंधन की कीमतों में भी उछाल देखा जा रहा है। रेड सी में बना तनाव और हौथी के हमले जारी रहे थे इससे भविष्य में वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए खतरा निर्माण होगा, ऐसी चेतावनी अंतरराष्ट्रीय विश्लेषकों ने दी।

‘रेड सी’ में हौथी के जारी हमलों से वैश्विक अर्थ व्यवस्था को खतरा - अंतरराष्ट्रीय विश्लेषकों का दावावर्ष २०२१ में विशाल कंटेनर जहाज ‘एव्हरग्रीन’ सुएझ नहर में फंसा था। इससे सुएझ नहर के दोनों ओर व्यापारिक यातायात बाधित हुई थी। इससे अंतरराष्ट्रीय बाज़ार को हर दिन १० अरब डॉलर नुकसान होने की जानकारी सामने आयी थी। अब ‘रेड सी’ में जारी मौजुदा गतिविधियां उससे भी भयंकर होने की चेतावनी अंतरराष्ट्रीय विश्लेषक दे रहे हैं।

‘रेड सी’ में हौथी के जारी हमलों से वैश्विक अर्थ व्यवस्था को खतरा - अंतरराष्ट्रीय विश्लेषकों का दावाएव्हरग्रीन कंटेनर जहाज बाहर निकाला जाएगा, इसका भरोसा था। साथ ही नहर के दोनों ओर फंसे जहाज पिछे नहीं हटे थे। लेकिन, येमन के हौथी विद्रोहियों ने रेड सी और बाब अल-मन्देब के समुद्री क्षेत्र में व्यापारिक एवं नौसैनिक जहाजों पर किए हमलों की वजह से इस क्षेत्र में युद्ध की स्थिति बनी है। किसी भी क्षण युद्ध छिड़ सकता है और यह समुद्री मार्ग पुरी तरह से बंद हो सकता है। ऐसा हुआ तो यूरोप सहित खाड़ी और एशिया का व्यापार बाधित होगा, इस संभावना पर विश्लेषक ध्यान आकर्षित कर रहे हैं।

इसी बीच, रेड सी में सुरू व्यापारिक और ईंधन की यातायात भी पुरी तरह से ठप होने की कगार पर हैं। इसका अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ईंधन की कीमतों पर सीधा असर हो रहा है, ऐसे इशारे इस क्षेत्र से संबंधित विश्लेषक दे रहे हैं।

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