इस्रायल के जहाजों को बचा रही अमेरिका को भी नहीं बख्शेंगे – येमन के हौथी विद्रोहियों का इशारा

तेहरान/न्यूयॉर्क – ‘अमेरिका ने येमन या येमन की जनता को लक्ष्य करने के हमले किए तो इसके परिणामों के लिए भी अमेरिका को तैयार रहना होगा। इसमें भी इस्रायली जहाजों की रक्षा करके अमेरिका हमारी कार्रवाई में हस्तक्षेप करती हैं तो अमेरिका को बिल्कुल भी बख्शेंगे नहीं’, ऐसा इशारा येमन की विद्रोही संगठन हौथी का प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल याह्या सारी ने दिया है। कुछ घंटे पहले ही येमन के हौथी विद्रोहियों ने इस्रायल की दिशा में दागे रॉकेटस्‌ और ड्रोन अमेरिकी नौसेना ने नष्ट किए थे। इसपर हौथी का यह बयान आता दिख रहा है।

इस्रायल के जहाजों को बचा रही अमेरिका को भी नहीं बख्शेंगे - येमन के हौथी विद्रोहियों का इशारारेड सी के क्षेत्र में तनाव बढ़ रहा हैं। हौथी विद्रोहियों ने विदेशी ईंधन और व्यापारी जहाजों पर किए हमलों की वजह से १८५ जहाजों अटके हैं। रेड सी के बजाय दक्षिण अफ्रिका से घुमकर यूरोप पहुंचने के अलावा इन जहाजों के सामने अन्य विकल्प नहीं रहा है। लेकिन, ऐसा करने पर जहाजों के खर्च में काफी बढ़ोतरी होगी और इससे संबंधित जहाज का ईंधन एवं जहाज में रखे सामान की कीमत आस्मान छु लेगी, ऐसी चिंता जताई जा रही है। इस पृष्ठभूमि पर अमेरिकी नौसेना ने रेड सी से गुजर ने वाले विदेशी जहाजों को सुरक्षा मुहैया करना स्वीकार किया है।

इस पृष्ठभूमि पर गुरुवार के दिन रेड सी से सफर कर रहे अमेरिकी विध्वंसक ने येमन के विद्रोहियों ने आत्मघाती ड्रोन से किए हमलों को नाकाम किया। साथ ही हौथी ने दागे बैलेस्टिक मिसाइल भी नष्ट करने का दावा अमेरिकी नौसेना कर रही हैं। इस पर हौथी विद्रोहियों का तीव्र बयान सामने आया है। इस्रायल के जहाजों को बचा रही अमेरिका को भी नहीं बख्शेंगे - येमन के हौथी विद्रोहियों का इशारायेमन के विद्रोही संगठन का प्रवक्ता याह्या सारी ने माध्यमों से बातचीत करते हुए इस्रायल पर जारी हमले बंद नहीं होंगे, ऐसा इशारा दिया। साथ ही अमेरिका या अन्य देशों ने इस्रायल पर जारी हमले रोकने की कोशिश की तो उन्हें भी बख्शेंगे नहीं, ऐसी धमकी दी है। बाद में हौथी विद्रोहियों ने येमन की राजधानी सना में गाजा के समर्थन में रैली निकालकर शक्तिप्रदर्शन किया।

इस बीच, अमेरिका के वरिष्ठ सिनेटर लिंसे ग्राहम ने यह सुझाव दिया है कि, ‘ईरान की सहायता के बिना येमन के हौथी विद्रोहियों का अस्तित्व नहीं हो सकता। इस वजह से बायडेन प्रशासन कमज़ोर नीति त्याग कर सीधे ईरान पर ही हमले करें। ईरान के ईंधन क्षेत्र और सैन्य मुख्यालय को लक्ष्य किया तो हौथी की गतिविधियां भी बंद हो जाएगी।’

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