हौथी विद्रोहियों के हमलों के बाद शिपिंग कंपनियों ने सुएझ और रेड सी से यातायात करना बंद किया

जिनेवा/कोपनहेगन – मात्र २४ घंटे में किए गए तीन हमलों के बाद विश्व के शीर्ष शिपिंग कंपनियों ने सुएझ नहर और रेड सी से हो रही यातायात बंद करने का निर्णय किया है। यह निर्णय करने में ‘एमएससी’, ‘मर्स्क’ और ‘हैपग-लॉईड’ कंपनी का समावेश हैं। इन कंपनियों के साथ अन्य शिपिंग कंपनियां भी करीबी समय में दक्षिण अफ्रीका के ‘केप ऑफ गुड होप’ के रास्ते का इस्तेमाल करने के संकेत दे रही हैं।

हौथी विद्रोहियों के हमलों के बाद शिपिंग कंपनियों ने सुएझ और रेड सी से यातायात करना बंद कियागुरुवार और शुक्रवार के दिन येमन के हौथी विद्रोहियों ने रेड सी के क्षेत्र से गुज रहे ‘एमएससी प्लैटिनम थ्री’, ‘अल जसराह’ और ‘मर्स्क’ कंपनी के कुल तीन जहाजों पर रॉकेट हमले किए। उससे पहले इस क्षेत्र में दो जहाजों पर ड्रोन हमले किए गए थे। इस्रायल से संबंधित एक जहाज का अपहरण भी किया गया था। एक के बाद एक हुए इन हमलों की वजह से रेड सी के क्षेत्र में आतंक का माहौल फैला है। इस वजह से अब शिपिंग कंपनियों ने अपने मार्ग में बदलाव करने के संकेत दिए हैं।

हौथी विद्रोहियों के हमलों के बाद शिपिंग कंपनियों ने सुएझ और रेड सी से यातायात करना बंद किया‘शुक्रवार को हमला होने के बाद हमारे कर्मचारी और नाविकों की सुरक्षा के लिए खतरा निर्माण हुआ है। रेड सी का मार्ग यातायात के लिए पुरी तरह से सुरक्षित हुए बिना ‘एमएससी’ के जहाज सुएझ नहर का इस्तेमाल नहीं करेंगे। यह जहाज केप ऑफ गुड होप के रास्ते का इस्तेमाल करेंगे’, ऐसा विश्व की सबसे बड़ी शिपिंग कंपनी ‘एमएससी’ ने कहा है।

‘एमएससी’ के अलावा डैनिश शिपिंग कंपनी ‘मर्स्क’ और जर्मनी के ‘हैपग-लॉईड’ ने भी रेड सी से हो रही यातायात बंद करने का ऐलान किया। इस वजह से वैश्विक स्तर पर सामान की यातायात और ईंधन की आयात-निर्यात पर बड़े परिणाम होंगे, ऐसा इशारा विश्लेषकों ने दिया है। फिहलाल विश्व के १२ प्रतिशत व्यापार की यातायात सुएझ नहर के रास्ते हो रही हैं।

हौथी विद्रोहियों के हमलों के बाद शिपिंग कंपनियों ने सुएझ और रेड सी से यातायात करना बंद कियायूरोप से सुएझ के रास्ते एशिया में पहुंचने के लिए १४ दिन लगते हैं। इस मार्ग की दूरी कुल १२ हजार किलोमीटर हैं। वहीं, अफ्रीका के ‘केप ऑफ गुड होप’ से गुजरने के लिए २० हजार किलोमीटर की दूरी तय करनी होती हैं और इस सफर के लिए लगभग २४ दिन लगते हैं। ऐसे में जहाज के मार्ग में बदलाव करने पर हर एक सफर के लिए लाखों डॉलर का खर्च बढ़ेगा, इस पर विश्लेषकों ने ध्यान आकर्षित किया है।

फिलहाल रेड सी की सुरक्षा के लिए अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रान्स के युद्धपोत गश्त लगा रहे हैं और अमेरिका ने यहां की सुरक्षा के लिए बड़े ‘टार्स्क फोर्स’ का गठन करने का ऐलान भी किया हैं।

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