वित्त क्षेत्र की जर्मन कंपनियों को सायबर हमले का बड़ा खतरा – नियंत्रक संस्था की चेतावनी

बर्लिन – रशिया-यूक्रैन युद्ध की पृष्ठभूमि पर जर्मनी के वित्त क्षेत्र की कंपनियों के लिए सायबर हमले का खतरा बढ़ा है, ऐसी चेतावनी नियंत्रक संस्था ने दी| पिछले दो महीनों के दौरान जर्मनी के ऊर्जा और वाहन निर्माण क्षेत्र की कंपनियों पर सायबर हमलें हुए थे| इसके बाद पिछले ही महीने ‘फाईव्ह आईज्’ गुट ने यह चेतावनी दी थी कि, रशिया बड़े सायबर हमले की तैयारी जुटा रहा है| इस पृष्ठभूमि पर जर्मन संस्था की चेतावनी बड़ी गंभीर साबित हो रही है|

german-companies-cyber-attack-2यूक्रैन युद्ध शुरू होने से पहले यूक्रैन पर दो बार सायबर हमलें हुए थे| इसके लिए रशिया पर आरोप लगाए गए थे| लेकिन, रशिया ने ये आरोप ठुकराए| रशिया-यूक्रैन युद्ध शुरू होने के बाद हैकर्स का अंतरराष्ट्रीय गुट ‘एनॉनिमस’ ने, रशिया के विरोध में सायबर हमलों का ऐलान किया था| इसे रशियन हैकर्स के गुट ने प्रत्युत्तर भी दिया था| यूक्रैन की ज़मीन पर संघर्ष जारी होने के दौरान सायबर क्षेत्र में भी जंग छिड़ती दिख रही थी|

पिछले दशक से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हुए बड़े सायबर हमलों के पीछे रशिया का हाथ होने का आरोप अमरीका और यूरोपिय यंत्रणाओं ने लगाए थे| रशिया ने सायबर हमला करने के मुद्दे पर अमरीका और यूरोपिय देशों ने रशिया पर प्रतिबंध लगाने की कार्रवाई भी की थी| इसके बावजूद रशिया के सायबर हमलें बंद नहीं हुए हैं और उल्टा यूक्रैन युद्ध की पृष्ठभूमि पर इसकी तीव्रता और दायरा अधिक बढ़ेगा, ऐसी चिंता जताई जा रही है|

german-companies-cyber-attack-1पिछले महीने जर्मनी के ऊर्जा क्षेत्र की तीन कंपनियों को सायबर हमले से नुकसान पहुँचा था| जर्मन यंत्रणाओं ने इस मामले मे संदिग्ध गुट या देश का नाम सार्वजनिक नहीं किया है, फिर भी माध्यमों ने रशिया की ओर निर्देश करना शुरू किया है| इन कंपनियों में ‘डॉईश विंडटेक्निक’, ‘नॉर्डेक्स एसई’ और ‘एनरकॉन जीएमबीएच’ इन कंपनियों का समावेश है| इसके बाद ‘कार रेन्टल’ क्षेत्र की सक्रीय ‘सिक्सट्’ कंपनी पर भी सायबर हमला होने की बात स्पष्ट हुई थी|

इन सायबर हमलों के बाद जर्मनी के वित्तक्षेत्र की नियंत्रक संस्था ‘बाफिन’ ने, आर्थिक क्षेत्र की कंपनियों को सायबर हमले से संबंधित चेतावनी दी है| ‘रशिया-यूक्रैन युद्ध की पृष्ठभूमि पर वित्तीय क्षेत्र की कंपनियों को सायबर हमले से होनेवाला खतरा काफी ज़्यादा है और यह खतरा भी काफी बढ़ा है| कुछ मामलों में, ऐसें बड़े सायबर हमलों की वजह से आर्थिक क्षेत्र की स्थिरता के लिए नुकसान पहुँच सकता है| ऐसे सायबर हमलों के लिए जर्मन कंपनियॉं पूरी तरह से तैयार हैं, ऐसा महसूस नहीं हो रहा है’, इन शब्दों में ‘बाफिन’ के प्रमुख मार्क ब्रैन्सन ने अपना निरीक्षण दर्ज़ किया|

‘फाईव्ह आईज्’ नामक गुट ने यह कहा था कि यूक्रैन को सहायता प्रदान कर रहें देशों पर रशिया बड़े सायबर हमलें करने की तैयारी जुटा रहा है| रशिया समर्थक हैकर्स के गुट अज्ञात रहकर बड़ी मात्रा में जानकारी की चोरी करने की क्षमता रखते हैं, इसका अहसास ‘फाईइव्ह आईज्’ ने कराया था| रशियन गुप्तचर यंत्रणा और रक्षाबलों से जुड़े, १० या उससे अधिक हैकर्स के गुट सक्रिय होने का बयान भी ‘फाईव्ह आईज्’ ने इस चेतावनी के दौरान किया था| वहीं, रशिया इसी तरह के आरोप अमरीका और यूरोपिय देशों पर कर रहा है| सायबर हमलें करके इसका ठिकरा रशिया पर फोड़ने की तैयारी इन देशों ने रखी है, ऐसा आरोप रशिया ने लगाया है|

Leave a Reply

Your email address will not be published.