ताइवान की हवाई सीमा में चीन की नई घुसपैठ

china-new-invasion-taiwan-1ताइपे – चीन ने पनडुब्बी विरोधी विमान ताइवान के हवाई क्षेत्र में रवाना करके ताइवान को और एक बार उकसाया है। शनिवार को चीन के इस विमान ने ताइवान के ‘एअर डिफेन्स आइडेंटिफिकेशन ज़ोन’ में घुसपैठ की थी। चीन के लड़ाकू विमान इससे पहले भी ताइवान के हवाई क्षेत्र में घुसपैठ करते हुए देखे गए हैं। चीन इसके ज़रिये ताइवान के हवाई क्षेत्र में घुसपैठ करने की बात अब आम होने का चित्र खड़ा करने की कोशिश कर रहा है। इस माध्यम से ताइवान पर सैन्य दबाव कायम रखने की चीन की साज़िश होने का दावा विश्‍वभर के विश्‍लेषक कररहे हैं।

चीन की आक्रामकता के खिलाफ ताइवान ने भी गतिविधियाँ शुरू की हैं और जनतांत्रिक देशों के साथ सैन्य एवं अन्य स्तरों पर सहयोग भी अधिक मज़बूत किया है। इसका असर दिखाई दे रहा है और जापान एवं भारत के साथ यूरोपिय देश भी ताइवान की इन कोशिशों को रिस्पान्स दे रहे हैं। लिथुआनिया जैसे यूरोपिय देश ने ताइवान के साथ राजनीतिक संबंध स्थापित करने की दिशा में गतिविधियाँ भी शुरू की थीं। इस पर आगबबूला हुए चीन ने लिथुआनिया को इतिहास के कूड़े में फेंक देंगे, यह धमकी दी थी। लिथुआनिया के सांसद ने इस पर प्रत्युत्तर दिया है और इतिहास के कूड़े में साम्यवाद का काफी पहले ही समावेश हो चुका है, ऐसा चीन को जवाब दिया था।

china-new-invasion-taiwan-2यूरोपिय महासंघ ने लिथुआनिया का समर्थन करने का ऐलान किया है और चीन की दंबगाई का कड़ा विरोध किया है। तो, ताइवान ने सेमीकंडक्टर क्षेत्र में लिथुआनिया के साथ सहयोग करने का निर्णय किया है। शनिवार को क्रिसमस के अवसर पर चीन ने अपने पनडुब्बी विरोधी विमान ताइवान के हवाई क्षेत्र में रवाना करके फिर से ताइवान पर दबाव बढ़ाने की कोशिश की थी। ताइवान के माध्यमों ने यह जानकारी साझा की। लेकिन, ताइवान ने रविवार को लिथुआनिया के साथ सेमीकंडक्टर क्षेत्र में सहयोग करने की खबर प्राप्त हुई है। इसके ज़रिये ताइवान सैन्य एवं राजनीतिक स्तर पर भी चीन की आक्रामकता को प्रभावी जवाब दे रहा हैं, यह दृष्य दिखाई दे रहा है।

अमरीका और जापान ने ताइवान की सुरक्षा के लिए सैन्य युद्धाभ्यास शुरू करने की खबरें हाल ही में प्रसिद्ध हुई थीं। ब्रिटेन, फ्रान्स एवं जर्मनी भी ताइवान को लेकर चीन की नीति का तीव्र विरोध कर रहे हैं। भारत ने ताइवान के साथ सहयोग व्यापक करने का निर्णय करने के स्पष्ट संकेत प्राप्त हो रहे हैं। इससे गुस्सा हुआ चीन अब ताइवान की हवाई सीमा में लड़ाकू विमानों की घुसपैठ बढ़ाकर निषेध व्यक्त करता दिख रहा है। लेकिन, ताइवान ने चीन की आक्रामकता पर मुँहतोड़ जवाब देने की बड़ी तैयारी की है। चाहे कुछ भी हो जाए ताइवान की जनता चीन की कम्युनिस्ट हुकूमत के सामने सिर नहीं झुकाएगी, ऐसा बयान ताइवान के नेता काफी ड़टकर कर रहे हैं। इससे बेचैन हुए चीन की आक्रामकता में अधिकाधिक बढ़ोतरी हो रही है और ताइवान पर हमला करने की सोच में चीन होने के दावे सैन्य विश्‍लेषक कर रहे हैं।

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