इराक, सीरिया, तुर्की में अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर हुए हमले – अमेरिका के ‘सेंटकॉम’ ने जताई चिंता

अंकारा/बगदाद – इस्रायल ने गाजा पट्टी पर हमले शुरू करने के बाद इराक, सीरिया और तुर्की में अमेरिकी सैन्य एवं हवाई अड्डों पर हमले शुरू हुए हैं। इराक-सीरिया में स्थित अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर पिछले तीन हफ्तों में ४० से अधिक हमले हुए हैं और इसमें ४६ सैनिक घायल होने का दावा किया जा रहा है। इसी बीच तुर्की में अमेरिका के इंसर्लिक हवाई अड्डे के करीब पैलेस्टिनी समर्थकों ने विस्फोट करने की जानकारी सामने आ रही हैं। अमेरिका ने गाजा पर हो रहे इस्रायल के हमलों को रोका नहीं तो इन हमलों की तीव्रता बढ़ेगी, ऐसी धमकी ईरान ने दी थी। पर्शियन खाड़ी एवं रेड सी के क्षेत्र से यात्रा करने वाले अमेरिका एवं पश्चिमी देशों के जहाजों पर हमले होने की संभावना को भी नकार नहीं सकते।

इराक, सीरिया, तुर्की में अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर हुए हमले - अमेरिका के ‘सेंटकॉम’ ने जताई चिंताइराक, सीरिया में स्थित ईरान से जुड़ी आतंकवादी संगठनों ने १७ अक्टूबर से वहां पर अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर हमले करना शुरू किया है। यह संगठन वर्णित सैन्य ठिकानों पर मिसाइल और आत्मघाती ड्रोन के हमले कर रही हैं। मंगलवार के दिन सीरिया में ‘मिशन सपोर्ट साईट यूक्रेटस’ अमेरिकी सैन्य ठिकाने पर ड्रोन हमले हुए। सीरिया के ताल बायदर क्षेत्र में तैनात अमेरिकी सैनिकों पर मिसाइल हमला हुआ। इसके अलावा इराक के इर्बिल हवाई अड्डे पर मंगलवार के दिन ही विस्फोटकों से भरा ड्रोन टकराया। इस हमले में जान की हानि नहीं हुई है, फिर भी कुछ सैनिक घायल हुए हैं।

इस बीच, तुर्की में इंसर्लिक स्थित अमेरिकी हवाई अड्डे के बाहर हजारों पैलेस्टिनी समर्थकों ने स्वतंत्र पैलेस्टिन के नारे लगाए। इराक, सीरिया, तुर्की में अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर हुए हमले - अमेरिका के ‘सेंटकॉम’ ने जताई चिंताकुछ समर्थकों ने अमेरिकी हवाई अड्डे में घुसने की कोशिश की और हवाई अड्डे के मुख्य प्रवेश द्वार के बाहरी इलाके में बड़ी क्षति पहुंचाई। इस बीच कुछ चरमपंथियों ने हवाई अड्डे के बाहर विस्फोट करके वहां तनाव निर्माण किया। तुर्की के पुलिस ने वहां हिंसा फैला रहे प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले दागे। पिछले दो हफ्तों के दौरान तुर्की में अमेरिकी अड्डे पर हुआ यह दूसरा हमला है। इससे पहले अमेरिकी परमाणु हथियार और मिसाइलों के तुर्की में स्थित भंड़ार में घुसपैठ करने की कोशिश पैलेस्टिनी समर्थकों ने की थी।

इस्रायल ने गाजा में शुरू की हुई कार्रवाई के लिए अमेरिका जिम्मेदार होने का आरोप लगा रही ईरान से जुड़ी यह आतंकवादी संगठन एवं चरमपंथी गुट ही इन हमलों के पीछे होने का दावा किया जा रहा है। इराक, सीरिया, तुर्की में अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर हुए हमले - अमेरिका के ‘सेंटकॉम’ ने जताई चिंताइस्रायल ने गाजा में हमलें करना बंद नहीं किया तो अमेरिका को बड़े गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे, ऐसी धमकियां ईरान बार बार लगातार दे रहा हैं। इराक, सीरिया में अमेरिका के सैन्य ठिकानों पर हुए हमलों के पीछे ईरान से जुड़ी आतंकवादी संगठन होने की बात स्पष्ट हुई हैं। कुछ दिन पहले इराक में कतैब हिजबुल्लाह जैसे ईरान से जुड़े गुट ने अमेरिकी सैन्य ठिकाने पर हुए हमले का ज़िम्मा उठाया था। लेकिन, इराक में ईरान समर्थक सरकार होने की वजह से ऐसी ईरान से जुड़ी आतंकवादी संगठनों पर कार्रवाई करना कठिन हुआ है।

इराक, सीरिया, तुर्की में अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर हुए हमले - अमेरिका के ‘सेंटकॉम’ ने जताई चिंताइसी बीच, गाजा में हमास के विरोध में शुरू कार्रवाई लंबे समय तक जारी रहेगी, ऐसा ऐलान इस्रायल ने किया हैं। इस वजह से इराक, सीरिया में अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर हो रहे हमलें भी बंद नहीं होंगे, ऐसा दिख रहा है। इसके विरोध में इराक, सीरिया के बाद पर्शियन एवं रेड़ सी के क्षेत्र से यात्रा कर रहे अमेरिका और यूरोपिय देशों के मालवाहक एवं ईंधन वाहक टैंकर पर हमले होने की संभावना भी बढ़ी हैं।

इस्रायल-हमास के बीच पिछले महीने से शुरू संघर्ष का असर अंतरराष्ट्रीय बाजार में ईंधन की कीमत पर हुआ हैं। आगे के समय में ईंधन की सबसे ज्यादा यातायात हो रहे पर्शियन खाड़ी और रेड सी के समुद्री क्षेत्र की सुरक्षा के लिए भी खतरा होगा, ऐसे इशारें विश्लेषक दे रहे हैं। अमेरिकी विमान वाहक युद्धपोत की इस क्षेत्र में हुई तैनाती यही संकेत दे रही हैं।

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