यूरोपिय देशों में ज्यू विरोधी गतिविधियों में वृद्धि हुई – यूरोपियन कमीशन के साथ फ्रान्स और जर्मनी ने जताई तीव्र चिंता

माल्मो/पैरिस – यूरोपिय देशों में हमास और पैलेस्टिनी गुटों के समर्थन में हो रहे प्रदर्शनों का दायरा बढ़ रहा हैं और इसी बीच इस्रायल और ज्यूधर्मी विरोधी गतिविधियों में वृद्धि होती देखी गई है। पिछले कुछ दिनों में ब्रिटेन, फ्रान्स, जर्मनी, स्वीडन, ऑस्ट्रिया और स्पेन में ज्यू विरोधी घटनाओं की मात्रा बढ़ी हैं। इसपर यूरोपियन कमीशन के साथ फ्रान्स और जर्मनी जैसे शीर्ष देशों ने इस पर तीव्र चिंता जताई हैं। फ्रान्स की राजधानी पैरिस में ज्यूधर्मियों के विरोधी कुल २५० घटना होने की जानकारी सुरक्षा यंत्रणाओं ने साझा की है।

पिछले महीने हमास ने इस्रायल पर किए आतंकवादी हमले के बाद यूरोप में पैलेस्टिनी गुटों ने इसका जोरदार समर्थन किया था। यूरोपिय देशों में ज्यू विरोधी गतिविधियों में वृद्धि हुई - यूरोपियन कमीशन के साथ फ्रान्स और जर्मनी ने जताई तीव्र चिंताइस्रायल ने हमास के विरोध में युद्ध का ऐलान करने के बाद इन्हीं गुटों ने इस्रायल और ज्यूधर्मियों के विरोध में आक्रामक और नफरत से भरी भूमिका अपनाई थी। इसी बीच फ्रान्स में एक शिक्षिका की हत्या की गई थी। ब्रिटेन के साथ कई यूरोपिय देशों में ज्यूधर्मियों के प्रार्थना स्थान एवं स्कूलों को धमकाया गया था। ऐसी बढ़ती घटनाओं की वजह से यूरोप में स्कूल और प्रार्थना स्थानों को यंत्रणाओं ने विशेष सुरक्षा भी प्रदान की थी।

लेकिन, इसके बावजूद यूरोपिय देशों में इस्रायल और ज्यूधर्मियों के विरोध में द्वेष अभी भी कायम हैं। यूरोपिय देशों में ज्यू विरोधी गतिविधियों में वृद्धि हुई - यूरोपियन कमीशन के साथ फ्रान्स और जर्मनी ने जताई तीव्र चिंताशइनवार को स्वीडन के माल्मो शहर में ज्यूधर्मियों के प्रार्थना स्थान के बाहर प्रदर्शन किए गए। उस समय ‘फ्री पैलेस्टिन’ और ‘बॉम्ब इस्रायल’ के नारे लगाए गए। प्रदर्शनकारियों ने इस्रायल का ध्वज जला दिया और साथ ही पैलेस्टिन के झंड़े भी लहराए। इस घटना का वीडियो स्वीडन के ‘ज्युईश सेंट्रल कौन्सिल’ एवं ‘यूरोपियन ज्युईश कांग्रेस’ ने सोशल मीडिया पर जारी किया हैं। स्वीडन के ज्यूधइर्मयों ने इन घटनाओं के दौरान यह आरोप लगाया है कि, स्वीडन की पुलिस इन गतिविधियों के विरोध में कुछ भी कार्रवाई नहीं कर रही हैं।

स्वीडन की तरह फ्रान्स, जर्मनी, ऑस्ट्रिया, स्पेन में भी बड़ी मात्रा में ज्यूधर्मियों को लक्ष्य किया जा रहा हैं। जर्मनी और स्पेन में ज्यूधर्मियों के प्रार्थना स्थान पर हमले करने की कोशिश हुई। इस बीच ऑस्ट्रिया में ज्यूधर्मियों की दफनभूमी को क्षति पहुंचाने की कोशिश हुई। फ्रान्स के शहरों में कुछ इमारतों पर ज्यूविरोधी चिन्ह एवं नारे लिखे गए हैं। फ्रान्स के अंदरुनि रक्षा मंत्री गेराल्ड दर्मानिन ने ७ अक्टूबर के बाद देश में ज्यू विरोधी गतिविधियों का विस्फोट होने की ओर ध्यान खींचा हैं।

यूरोपिय देशों में ज्यू विरोधी गतिविधियों में वृद्धि हुई - यूरोपियन कमीशन के साथ फ्रान्स और जर्मनी ने जताई तीव्र चिंता‘पिछले महीने से फ्रान्स में ज्यूधर्मियों के विरोध में हजार से भी अधिक गतिविधियां होने की जानकारी दर्ज हुई हैं। इस मामले में करीबन ५० लोगों की गिरफ्तारी हुई हैं’, ऐसा दर्मानिन ने कहा। विश्व में ज्यूधर्मियों की सबसे अधिक जनसंख्या के देशों में फ्रान्सतीसरे स्थान पर हैं। फ्रान्स में करीबन पांच लाख ज्यूधर्मी बसे हैं। फ्रान्स के बाद जर्मनी में भी ज्यूविरोधी घटनाएं बढ़ी हैं और देश में ज्यूधर्मियों की सुरक्षा हमारी ज़िम्मेदारी होने का बयान चान्सलर ओलाफ शोल्झ ने किया है।

यूरोपियन कमिशन ने भी ज्यू विरोधी घटनाओं की वृद्धि को लेकर गंभीर संज्ञान लिया हैं। कमिशन ने एक निवेदन जारी करके यह अफसोस जताया है कि, यूरोप में हो रही यह घटना इतिहास के काले पलों से मेल दिखाती हैं। यह घटनाएं यूरोपियन मूल्यों के विरोधी होने का अहसास भी कमिशन ने कराया है।

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