परमाणु हमला करने के काबिल अमेरिका की ‘ओहिओ’ वर्ग की पनडुब्बी ने ईरान के करीबी क्षेत्र में किया प्रवेश

वॉशिंग्टन – अमेरिकी नौसेना की परमाणु अस्त्र वाहक क्षमता की ‘ओहिओ’ वर्ग की पनडुब्बी सुएझ नहर से यात्रा कर रही हैं। ‘यूएस सेंट्रल कमांड’ (सेंटकम) ने इसके फोटो सोशल मीडिया पर जारी किया है। परमाणु हमला करने क्षमता रखने वाली यह खतरनाक पनडुब्बी ईरान की ओर बढ़ रही हैं। यह जानकारी अमेरिका ने जानबूझकर सार्वजनिक की है, ऐसी भी चर्चा है। इस्रायल-हमास युद्ध में उतरने की धमकी दे रहे ईरान को अमेरिकाने दी हुई यह और एक कड़ी चेतावनी होने का दावा किया जा रहा है। इससे पहले अमेरिकी नौसेना के दो विमान वाहक युद्धपोत ईरान की गतिविधियों पर नज़र रखने के लिए तैनात किए गए हैं।

ईरान से जुड़ी हिजबुल्लाह संगठन का प्रमुख हसन नसरल्ला ने इस्रायल के विरोध में युद्ध में उतरने की धमकी हाल ही में दी थी। ईरान भी गाजा पर जारी इस्रायल की कार्रवाई रुकी नहीं तो इस युद्ध में उतरने की चेतावनी दे रहा हैं। इसके लिए ईरान ने इस्रायल विरोधी देशों का गुट खड़ा करने की गतिविधियां शुरू की हैं। लेकिन, ईरान ने इस्रायल पर हमला करके इस युद्ध की तीव्रता बढ़ाने की कोशिश की तो इसके गंभीर परिणाम सामने आएंगे। इसका अहसास रखने वाली अमेरिका ने ईरान के विरोध में अपने विमान वाहक युद्धपोत तैनात करने का निर्णय किया था।

परमाणु हमला करने के काबिल अमेरिका की ‘ओहिओ’ वर्ग की पनडुब्बी ने ईरान के करीबी क्षेत्र में किया प्रवेशइसके बाद भी ईरान की गतिविधियां बंद नहीं हुई हैं। इसके मद्देनज़र अमेरिका ने ईरान को ओहिओ वर्ग की पनडुब्बी सुएझ नहर से यात्रा कर रही हैं, ऐसा संदेश दिया है। ईरान ने इस्रायल या अमेरिका के विरोध में कुछ हरकत की तो इसके भयंकर परिणाम ईरान को भुगतने पड़ेंगे, ऐसी चेतावनी अमेरिका इसके ज़रिये दे रही है। इराक में ईरान समर्थक संगठनों ने अमेरिका के हितसंबंधों पर हमले करना शुरू किया हैं। अमेरिका के समर्थन के कारण ही इस्रायल गाजा की जनता पर हमले कर हा हैं, ऐसा आरोप लगाकर यह ईरान समर्थक संगठन इराक व सीरिया स्थित अमेरिका के हितसंबंधों को लक्ष्य करने लगी हैं। इसका अमेरिका ने गंभीर संज्ञान लिया हैं।

इस पृष्ठभूमि पर अमेरिका की पनडुब्बी ईरान के करीबी क्षेत्र में पहुंची हैं और आगे के दिनों में यह तैनाती ईरान के लिए काफी खतरनाक साबित हो सकती हैं। खास तौर पर परमाणु अस्त्रों के हमले करने की क्षमता रखने वाली ओहिओ वर्ग की पनडुब्बी तैनात करके अमेरिका ने ईरान को अपनी क्षमता और निर्धार का अहसास कराना शुरू किया है।
इस्रायल-हमास युद्ध में यदि ईरान हमास की ओर से युद्ध में उतरता हैं और इस्रायल पर हमला करता हैं तो इस्रायल के साथ अमेरिका भी ईरान पर घनघोर हमले किए बिना नहीं रहेगी, ऐसी स्थिति में ईरान सबसे पहले ईंधन की बड़ी मात्रा में यातायात हो रहे होर्मुझ की खाड़ी की घेराबंदी करेगा। वहां ईंधन की यातायात बंद हुई तो वैश्विक स्तर पर ईंधन की कीमतों का भारी उछाल हुआ और इससे कोहराम मच सकता हैं। इस सभी संभावनाओं के मद्देनज़र अमेरिका ने ईरान को इस्रायल-हमास युद्ध से दूर रहने की चेतावनी दी थी।

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