परमाणु समझौते के लिए ईरान की शर्तें स्वीकारना मुमकिन नहीं – ब्रिटेन, फ्रान्स और जर्मनी का इशारा

बर्लिन/वॉशिंग्टन – ‘ईरान ने परमाणु समझौते के लिए रखी नई मॉंगों के कारण वियना चर्चा का अहम समय जाया हो रहा है| इस वजह से परमाणु समझौते के लिए आवश्यक अवधि खत्म हो रही है’, ऐसी प्रतिक्रिया यूरोपिय देश दर्ज कर रहे हैं| ईरान की इस भूमिका की अमरीका ने भी आलोचना की है| ईरान के साथ परमाणु समझौते की चर्चा जारी होने के बावजूद अमरीका अपने मित्रदेशों के साथ अन्य विकल्पों का भी विचार कर रही है, यह विदेशमंत्री एंथनी ब्लिंकन ने स्पष्ट किया|

nuclear-deal-iran-demands-1वियना में नए से परमाणु समझौते की चर्चा शुरू होकर तीन हफ्ते बीत चुके हैं| वर्ष २०१५ का परमाणु समझौता पूनर्जिवित करने के लिए अमरीका के साथ यूरोपिय देशों की कोशिश जारी है| लेकिन, परमाणु समझौते में शामिल होने से पहले ईरान ने अमरीका और पश्‍चिमी देशों के सामने अपनी मॉंगें रखी हैं| यह मॉंगें मंजूर करने पर परमाणु समझौते में शामिल होने की तैयारी ईरान ने दिखाई है| इस बातचीत का छठा दौर शुरू हुआ है और इस दौरान ईरान की भूमिका पर यूरोपिय देश एवं अमरीका क्रोधित हैं|

इस चर्चा में शामिल ब्रिटेन, फ्रान्स और जर्मनी के प्रतिनिधियों ने सार्वजनिक स्तर पर ईरान के समय बरबाद करने के रवैये की आलोचना की है| परमाणु समझौते की मॉंग कर रहा ईरान वास्तववादी प्रस्ताव पेश करे, यह कहकर यूरोपिय देशों ने ईरान की इससे पहले रखी मॉंगें स्वीकारने के लिए अनुचित होने की बात स्पष्ट की है| परमाणु समझौते में शामिल देशों के दबाव के बावजूद ईरान की भूमिका में बदलाव नहीं आया है, ऐसी आलोचना तीनों यूरोपिय देशों ने की| अभी भी वास्तविक समझौते की बातचीत शुरू नहीं हुई है, यह चिंता यूरोपिय देशों ने व्यक्त की है|

अमरीका ने विएना में चर्चा के दौरान ईरान ने अपनाई भूमिका की आलोचना की| ‘ईरान के परमाणु कार्यक्रम के मुद्दे का हल राजनीतिक बातचीत से निकालना ही सबसे बेहतर विकल्प है| इसके बावजूद अमरीका और मित्र एवं सहयोगी देश अन्य विकल्पों का भी विचार कर रहे हैं’, इसका अहसास अमरिकी विदेशमंत्री एंथनी ब्लिंकन ने कराया|

बायडेन प्रशासन ने बीते कुछ हफ्तों से ईरान मसले के लिए अन्य विकल्पों का विचार जारी होने के संकेत दिए हैं| लेकिन, इसमें सैनिकी विकल्प का समावेश ना होने की बात बायडेन प्रशासन ने पहले ही स्पष्ट किया है| इस वजह से ईरान पर आर्थिक प्रतिबंध लगाने की बात बायडेन प्रशासन सोच सकता है, ऐसा कुछ माध्यमों का कहना है|

अमरीका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन अगले महीने इस्रायल की यात्रा करेंगे| ईरान के मुद्दे पर ही इस यात्रा का आयोजन होगा, यह दावा इस्रायली माध्यम कर रहे हैं| सुलिवन इस यात्रा के दौरान इस्रायल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट, रक्षामंत्री बेनी गांत्ज़ और विदेशमंत्री येर लैपिड से मुलाकात करेंगे| इस्रयली रक्षामंत्री गांत्ज़ ने बीते हफ्ते ही अमरीका जाके ईरान के परमाणु प्रकल्प पर हमला करने का दिन तय होने की जानकारी बायडेन प्रशासन से साझा की थी| इस्रायली माध्यमों ने यह खबर जारी की थी| इस पृष्ठभूमि पर सुलिवन के इस इस्रायल दौरे को देखा जा रहा है|

इसी बीच, इस्रायल के साथ सौदी अरब और अरब मित्रदेश एवं अब यूरोपिय देशों का ईरान के प्रति संयम खत्म होता जा रहा है|

ईरान के प्रतिबंध हटाने के लिए अमरीका तैयार – संयुक्त राष्ट्रसंघ में अमरिकी राजदूत

न्यूयॉर्क – ‘वर्ष २०१५ के परमाणु समझौते के अनुसार अमरीका की वचनबद्धता से विसंगत साबित होनेवाले सभी प्रतिबंध हटाने के लिए बायडेन प्रशासन पूरी तरह से तैयार है| इससे ईरान को परमाणु समझौते के आर्थिक लाभ मिलेंगे’, यह ऐलान अमरिकी राजदूत लिंडा थॉमस ने संयुक्त राष्ट्रसंघ में किया|

परमाणु समझौते के मुद्दे पर अमरीका उदारता दिखा रही है| लेकिन, इसका मतलब ईरान को परमाणु कार्यक्रम की गति बढ़ाने की अनुमति नहीं है, ऐसी फटकार भी थॉमस ने लगाई| साथ ही वियना में परमाणु समझौते की चर्चा के दौरान ईरान शीघ्रता दिखाए, यह आवाहन थॉमस ने किया|

वियना की चर्चा में शामिल हुआ ईरान जानबूझकर समय जाया करके परमाणु कार्यक्रम गतिमान कर रहा है, यह आरोप इस्रायल लगा रहा है| फिर भी बायडेन प्रशासन ईरान के साथ बातचीत करने की बात पर कायम है|

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