पूर्व यूक्रेन में संघर्ष कर रहे बटालियन के ५०० सैनिक खोने का यूक्रेनी कमांड़र का दावा – अमरीका के शीर्ष अखबार की खबर

वॉशिंग्टन/किव – पूर्व यूक्रेन के मोर्चे पर रशियन सेना के खिलाफ लड़ रही बटालियन के लगभग ५०० सैनिकों के मारे जाने का दावा यूक्रेनी कमांडर ने किया है। यह सभी कई सालों से प्रशिक्षण किए हुए, तजुर्बेगार और युद्ध के लिए तैयार सैनिक थे, ऐसा यूक्रेनी अधिकारी ने अमरिकी अखबार से साझा की हुई जानकारी में कहा है। कई सैनिक मारे गए हैं और बचे हुए गंभीर रूप से घायल होने से जंग नहीं लड़ सकते, ऐसा अफसोस भी इस अधिकारी ने व्यक्त करने का दावा अमरिकी अखबार ने अपने वृत्त में किया है। यूक्रेन के कुछ वरिष्ठ अधिकारी रशिया विरोधी जवाबी हमलों की संभावित मुहिम पर आशंका व्यक्त कर रहे हैं, ऐसा दावा भी इस खबर में किया गया है।

बटालियनरशिया-यूक्रेन युद्ध शुरू हुए एक साल से अधिक समय बीता है। इस दौरान दोनों देशों के कम से कम एक लाख सैनिकों के मारे जाने का दावा पश्चिमी यंत्रणा और माध्यम कर रहे हैं। दोनों देशों ने इतनी बड़ी मात्र में सैनिकों के हताहत होने की खबर की पुष्टि नहीं की है। लेकिन, विभिन्न मोर्चों पर इस संघर्ष में हर दिन सैंकड़ों सैनिक मारे जा रहे हैं, ऐसी जानकारी लगातार सामने आ रही है। यूक्रेन एवं पश्चिमी यंत्रणाओं ने रशियन सेना के हताहत हुए सैनिकों के आँकड़े लगातार प्रसिद्ध किए हैं। लेकिन, साथ ही यूक्रेन के नुकसान की पुख्ता जानकारी देने से यह यंत्रणा दूर रही है। इस पृष्ठभूमि पर एक यूक्रेनी कमांडर ने अमरीका के शीर्ष अखबार को ५०० सैनिकों के मारे जाने की जानकारी देना ध्यान आकर्षित कर रहा है।

अमरीका के ‘द वॉशिंग्टन पोस्ट’ नामक अखबार ने यह खबर जारी की है। इसमें यूक्रेनी सेना के ‘४६ एअर असॉल्ट ब्रिगेड’ के बटालियन कमांडर ने मारे गए सैनिकों के आँकड़ों की जानकारी साझा की। इस कमांडर का नाम कुपोल बताया गया है। हमारी बटालियन रशिया विरोधी मोर्चे पर जंग कर रही थी और इसमें प्रशिक्षित एवं युद्ध के लिए तैयार सैनिकों का समावेश था, ऐसी जानकारी उसने प्रदान की। अब हमारे बटालियन में नए सैनिकों की भर्ती हुई हैं और वह किसी भी क्षण हथियार छोड़कर भाग सकते हैं, ऐसा ड़र कमांडर कुपोल ने व्यक्त किया।

यूक्रेन के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों ने संभावित जवाबी हमले के अभियान पर आशंका जताई हैं, ऐसा भी वर्णित अखबार ने कहा है। रशिया की तुलना में हमला करने के लिए पर्याप्त सैनिक और हथियार यूक्रेन के पास न होने का दावा अमरिकी अखबार ने किया है। मात्र २४ घंटे पहले अमरीका और यूक्रेन के संबंधों में तनाव बढने का दावा अमरिकी न्यूज वेबसाईट ‘पॉलिकि’ ने किया था। बाखमत के प्रखर संघर्ष और क्रिमिया को लेकर यूक्रेनी हुकूमत के दावों की वजह से बायडेन प्रशासन के कुछ अधिकारी यूक्रेन के नेतृत्व पर नाराज़ होने का बयान ‘पॉलिटिको’ ने किया था।

पिछले साल से यूक्रेन की सेना की शौर्यकता दिखाते रहे अमरिकी माध्यमों ने पिछले कुछ दिनों से यूक्रेन विरोधी खबरें जारी करना शुरू किया है। कुछ ही दिन पहले अमरीका के ‘न्यूयॉर्क टाईम्स’ अखबार ने भी यूक्रेन संघर्ष पर आशंका जतानेवाली खबर जारी की थी।

इसी बीच, अमरीका की रिपब्लिकन पार्टी के नेता एवं फ्लोरिडा प्रांत के गवर्नर रॉन डेसैंटिन ने यह इशारा दिया था कि, यूक्रेन संघर्ष में अमरीका का बढ़ता हस्तक्षेप राष्ट्रीय हित के नज़रिये से उचित नहीं है। बायडेन प्रशासन ने यूक्रेन संघर्ष के लिए प्रदान किया ‘कोरा धनादेश’ अमरीका के अन्य समस्याओं से ध्यान हटाने की कोशिश होती है, ऐसी आलोचना गवर्नर डेसैंटिस ने की।

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