यूक्रेन के राष्ट्राध्यक्ष की अंतरराष्ट्रीय समुदाय के खिलाफ तीव्र नाराज़गी

अंतरराष्ट्रीय समुदायकिव/मास्को – रशिया के खिलाफ लंबे समय से चल रहें युद्ध से परेशान यूक्रेन ने अब अपनी नाकामयाबी छुपाने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय पर आग बरसाना शुरू किया है। यूक्रेन के राष्ट्राध्यक्ष वोलोदिमीर ज़ेलेन्स्की ने यूरोपिय महासंघ पर आठ अरब युरो से अधिक आर्थिक सहायता रोकने का आरोप लगाया है। इसके बाद यूक्रेन के विरोध में रपट पेश करनेवाली स्वयंसेवी ‘एम्नेस्टी इंटरनैशनल’ संस्था की भी उन्होंने आलोचना की। एम्नेस्टी ने यूक्रेन की आलोचना करना यानी रशिया के पक्ष में खड़ा होना है, ऐसा आरोप ज़ेलेन्स्की ने लगाया। कुछ दिन पहले अमरीका की एक प्रमुख अखबार ने अमरिकी प्रशासन और यूक्रेन के राष्ट्राध्यक्ष का रशिया विरोधी संघर्ष के मुद्दे पर विवाद होने का वृत्त प्रसिद्ध किया था। इसी बीच, ब्रिटीश गुप्तचर यंत्रणा ने रशिया यूक्रेन के परमाणु प्रकल्प को ढ़ाल की तरह इस्तेमाल कर रही है, यह दावा किया है।

अंतरराष्ट्रीय समुदायरशिया-यूक्रेन युद्ध शुरू हुए पांच महीने बीत चुके हैं। इस दौरान रशिया ने पूर्व यूक्रेन के साथ दक्षिण यूक्रेन में काफी बड़ी कामयाबी प्राप्त करने की बात सामने आ रही है। अगले समय में रशियन सेना मध्य यूक्रेन में नए जोरदार हमले करेगी, यह वृत्त भी प्रसिद्ध हुआ था। दूसरी ओर यूक्रेन की सेना का मनोबल टूट रहा है और उन्हें जान का बड़ा नुकसान भुगतना पड़ रहा है, ऐसे दावे पश्चिमी माध्यम कर रहे हैं। अपना फौजी पक्ष संभालने के लिए यूक्रेन ने रशिया द्वारा कब्ज़ा किए गए क्षेत्रों पर जवाबी हमले करने का अभियान शुरू किया है। लेकिन, इसे सीमित सफलता प्राप्त हुई है और पश्चिमी देशों में यूक्रेन की नीति और निर्णय को लेकर नाराज़गी बढ़ रही है। इस पृष्ठभूमि पर यूक्रेन अधिकाधिक बेचैन हो रहा है और राष्ट्राध्यक्ष ज़ेलेन्स्की कर रहें बयान इसी का असर दिखते हैं।

ज़ेलेन्स्की ने यूरोपिय देशों के खिलाफ आक्रामक भूमिका अपनाई है और यह देश रशिया के खिलाफ पर्याप्त मात्रा में सख्त भूमिका नहीं अपना रहे हैं, ऐसी आलोचना पहले ही की थी। अब यूरोपिय देशों से आर्थिक सहायता प्राप्त होने में हो रही देरी के मुद्दे पर उन्होंने यूरोपिय देशों से सख्त सवाल पूछे हैं। महासंघ के कुछ देशों ने यूक्रेन की आर्थिक सहायता रोकी है, यह आरोप भी ज़ेलेन्स्की ने लगाया। लेकिन, इन देशों के नाम लेने से उन्होंने इन्कार किया। इससे पहले की हुई आलोचना में यूक्रेन के राष्ट्राध्यक्ष ने जर्मनी, हंगरी और ग्रीस जैसे देशों के खिलाफ नाराज़गी व्यक्त की थी।

अंतरराष्ट्रीय समुदाययूरोपिय देशों के बाद प्रमुख स्वयंसेवी संगठन ‘एम्नेस्टी’ के विरोध में भी उन्होंने नाराज़गी व्यक्त की। इस संस्था ने अपनी रपट में कहा है कि, यूक्रेन रिहायशी इलाके में सैन्य तैनाती करके अपने नागरिकों की जान को खतरे में ड़ाल रहा है। इस पर आलोचना करते हुए ज़ेलेन्स्की ने रशिया के हमलों के विरोध में कही पर भी तैनाती करने का अधिकार हमारी सेना रखती है, यह दावा किया।

इसी बीच, ब्रिटेन की गुप्तचर यंत्रणा ने रशिया की सेना यूक्रेन के ज़ेपोरिज़िया में स्थित परमाणु प्रकल्प का इस्तेमाल यूक्रेन के खिलाफ हमले करने के लिए ढ़ाल के तौर पर कर रहा हैं, यह आरोप लगाया। इस प्रकल्प में रशिया ने प्रगत रक्षा यंत्रणा तैनात की है, ऐसा ब्रिटीश यंत्रणा ने कहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.