चीन के ३४ लड़ाकू विमानों की ताइवान की सीमा में घुसपैठ – ताइवान ने मिसाइल यंत्रणा को तैयार किया

ताइपे – चीन के ३४ लड़ाकू विमान और ९ विध्वंसकों ने ‘मिडियन लाईन’ पार करके हमारी सीमा में घुसपैठ की, ऐसा आरोप ताइवान ने लगाया है। चीन की इस घुसपैठ का प्रत्युत्तर देने के लिए ताइवान ने भी लड़ाकू विमान और विध्वंसक रवाना किए। इसके साथ ही अपनी मिसाइल यंत्रणा भी तैयार की गई थी। ताइवान की इस तैयारी के बाद चीन के विमान लौट गए। लेकिन, इसकी वजह से चीन की ताइवान संबंधित आक्रामकता बढ़ रही है, यह फिर से स्पष्ट हुआ है।

मिसाइल यंत्रणाचीन की ‘पिपल्स लिबरेशन आर्मी’ के ‘जे-११’, ‘जे-१०’ और ‘जे-१६’ लड़ाकू विमानों ने ताइवान की सीमा में घुसपैठ की थी। चीन और ताइवान के बफर ज़ोन कहे जे रहे ‘मिडियन लाइन’ को पार करके चीन के पायलटों ने ताइवान को चेतावनी दी। ऐसे में चीन के नौं विध्वंसकों ने भी ताइवान की खाड़ी में प्रवेश किया। बुधवार सुबह छह बजे तक चीन के विमान और विध्वंसकों की घुसपैठ जारी थी।

ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने चीन के घुसपैठी विमान और विध्वंसकों को पीछे हटने की सूचना की। लेकिन, इस पर जवाब न मिलने से ताइवान ने अपने लड़ाकू विमान और विध्वंसक चीनी विमान और विध्वंसकों की ओर भेजे। साथ ही चीन ने कुछ गलत हरकत की तो ताइवान ने तैयारी के तौर पर अपनी मिसाइल यंत्रणा भी तैयार की थी। इसके बाद चीन के विमान और विध्वंसक ताइवान की सीमा से पीछे हटे।

चीन के विमान-विध्वंसक लगभग हररोज़ ताइवान के हवाई और समुद्री सीमा में घुसपैठ कर रहे हैं, इस पर अमरीकी माध्यम ध्यान आकर्षित कर रहे हैं। चीन साल २०२५ तक ताइवान पर कब्ज़ा करेगा, ऐसे इशारे अमरीका के वरिष्ठ नेता एवं सैन्य अधिकारी दे रहे हैं। बायडेन प्रशासन चीन के हमले को रोकने के लिए ताइवान को हथियार मुहैया कराएं, यह इशारा भी अमरिकी नेता दे रहे हैं। ऐसे में ताइवान पर हमला होने पर अपनी सुरक्षा भी खतरे में पडेगी, ऐसी चेतावनी जापान ने दी थी। लेकिन, बायडेन प्रशासन चीन विरोधी स्पष्ट भूमिका अपनाने के लिए तैयार नहीं है, ऐसी आलोचना अमरीका में ही हो रही है।

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