चीन ताइवान की घेराबंदी नहीं कर सकेगा – अमरिकी संसद की सभापति नैन्सी पेलोसी की चेतावनी

टोकियो – ताइवान के क्षेत्र के करीब चीन ने शुरू किए युद्धाभ्यास उकसानेवाली हरकत है और इस गैर-ज़िम्मेदाराना बर्ताव का असर ताइवान की खाड़ी और इस पूरे क्षेत्र की शांति और स्थिरता पर पड़ रहा है, ऐसी आलोचना अमरिकी विदेशमंत्री एंथनी ब्लिंकन ने की है। ऐसे में अमरिकी नेताओं को ताइवान की यात्रा करने से रोकने की कोशिश कर रहा चीन इस तरह से ताइवान को घेर नहीं सकता, ऐसी चेतावनी अमरिकी संसद की सभापति नैन्सी पेलोसी ने दी है। जापान के दौरे गईं पेलोसी चीन को यह इशारा दे रही थीं तभी जापान के प्रधानमंत्री फुमिओ किशिदा ने चीन की ताइवान विरोधि हरकतें ‘गंभीर समस्या’ है, यह आरोप लगाया। तथा जापान की समुद्री सीमा के क्षेत्र वाले ‘एक्सक्लुज़िव इकॉनॉमिक ज़ोन’ (ईईज़ेड) में चीन के मिसाइल्स गिरने का जापान के प्रधानमंत्री ने काफी तीखे शब्दों में निषेध किया।

नैन्सी पेलोसीनैन्सी पेलोसी ने ताइवान के दौरे के बाद चीन ने ताइवान के करीबी क्षेत्र में छह ठिकानों पर सैन्य युद्धाभ्यास शुरू किया और ताइवान की सुरक्षा को सीधी चुनौती देनेवाली हरकतें ने शुरू की हैं। चीन की इन प्रक्षोभक और गैरज़िम्मेदाराना हरकतों का ताइवान की खाड़ी और इस क्षेत्र की शांति एवं स्थिरता पर बुरा असर पडेगा, ऐसी चिंता अमरीका के विदेशमंत्री एंथनी ब्लिंकन ने व्यक्त की। पेलोसी की ताइवान यात्रा की वजह से अमरीका की चीन संबंधित भुमिका में बदलाव हुआ है, ऐसा दावा किसी को भी करना मुमकिन नहीं होगा। लेकिन, चीन पेलोसी की इस दौरे की वजह बताकर ताइवान की खाड़ी में अपनी प्रक्षोभक सैन्य गतिविधियाँ बढ़ा रहा है, ऐसी आलोचना अमरिकी विदेशमंत्री ने की। तभी, अमरिकी ‘नैशनल सिक्युरिटी काऊन्सिल’ की को-ऑर्डिनेटर फॉर स्ट्रैटेजिक कम्युनिकेशन्स जॉन किरबाय ने भी चीन की इन गतिविधियों का निषेध दिया।

इसी बीच, चीन की हरकतों की वजह से ताइवान की खाड़ी में तनाव निर्माण हुआ है और ऐसे में अमरीका ने अंतरमहाद्वीपीय ‘मिनिटमन थ्री’ बैलेस्टिक मिसाइल का परीक्षण कुछ दिनों के लिए टाल दिया है। इस हफ्ते इसका परीक्षण किया जाना था। लेकिन, चीन की हरकतों की वजह से तनाव ना बढ़े, इसके लिए इस परीक्षण के कार्यक्रम में बदलाव करने का निर्णय किया, यह जानकारी किरबाय ने साझा की। ताइवान और दक्षिण कोरिया के बाद जापान के दौरे पर पहुँचीं नैन्सी पेलोसी ने चीन की उकसानेवाली हरकतों की कड़ी आलोचना की।

ताइवान का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर समावेश चीन रोक सकता है। लेकिन, अमरिकी नेताओं की ताइवान यात्रा रोककर हम ताइवान को अलग थलग कर सकते हैं, इस भ्रम में चीन को नहीं रहना चाहिये, ऐसा संदेश पेलोसी ने दिया है। इसके अलावा चीन में हो रहे मानव अधिकारों के हनन का मुद्दा भी पेलोसी ने उठाया। व्यापारी हित के लिए यदि हम चीन के मानव अधिकारों के हनन को अनदेखा करते हैं तो विश्व में कहीं भी मानव अधिकारों के हनन पर बोलने का नैतिक अधिकार हम खो देंगे, इसका अहसास पेलोसी ने कराया। चीन उइगरवंशियों पर कर रहे भयंकर अत्याचारों पर पेलोसी ने तीव्र चिंता जतायी। साथ ही अमरीका की ताइवान से जारी मित्रता मज़बूत है और इस पर अमरीका के शासक और विपक्षी दल पुरी तरह से सहमत हैं, ऐसा पेलोसी ने कहा।

चीन ने दागी पांच मिसाइल्स जापान के ‘ईईज़ेड’ में गिरी थीं। जापानी नागरिकों की जान को खतरा निर्माण करनेवाले चीन के इन परीक्षणों का जापान कड़े शब्दों में निषेध करता है, ऐसा प्रधानमंत्री फुमिओ किशिदा ने कहा। तभी, जापान के विदेशमंत्री योशिमासा हयाशी ने चीन की हरकतों की वजह से इस क्षेत्र की स्थिरता और शांति के लिए खतरा निर्माण होने का आरोप लगाकर चीन तुरंत इस क्षेत्र में युद्धाभ्यास करना बंद करें, यह माँग भी की।

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