भारत की सहायता प्राप्त होने पर बांगलादेश की प्रधानमंत्री ने जताया आभार

नई दिल्ली, (वृत्तसंस्था) – कोरोना वायरस का संकट टूट गिरने पर भारत ने प्रदान की हुई सहायता पर बांगलादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने भारत के प्रधानमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया है। दोनों नेताओं के बीच फोन पर हुई बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री शेख हसीना ने भारत की सहायता प्राप्त होने पर कृतज्ञता व्यक्त की है। बांगलादेश की तरह ही अन्य सार्क सदस्य देशों को कोरोना वायरस का मुकाबला करने के लिए भारत ने १५ लाख डॉलर्स की सहायता घोषित की है। साथ ही सार्क देशों को भारत ने दवाईयाँ और अन्य मेडिकल सामान की आपूर्ति भी की है। इस दौरान बांगलादेश ने भारत से करीबन २० लाख हायड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन की टैब्लेटस्‌ प्राप्त की थीं। इस पृष्ठभूमि पर, बांगलादेश की प्रधानमंत्री ने व्यक्त किया हुआ आभार दोनों देशों के संबंधों को और भी मजबूती देनेवाले साबित होता है।

कोरोना वायरस की महामारी के कारण दुनियाभर के आर्थिक व्यवहार और सामान की आवाजही ठप हुई है और ऐसें में जलमार्ग, रेल एवं हवाई मार्ग से भारत-बांगलादेश एक-दुसरों को जीवनावश्‍यक सामान की आपूर्ति कर रहे हैं। इसपर प्रधानमंत्री मोदी और बांगलादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने संतोष व्यक्त किया है। साथ ही, इस चर्चा के दौरान दोनों नेताओं ने अपने अपने देश में इस महामारी को रोकने के लिए जारी कोशिशों की जानकारी भी साझा की। भारत ने बांगलादेश को कोरोना से संक्रमित मरीजों पर इलाज करने के लिए अबतक सबसे ज्यादा प्रभावी साबित हुई हायड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन दवाई की करीबन २० लाख टैब्लेटस्‌ प्रदान की हैं और सार्क देशों को १५ लाख डॉलर्स की सहायता भी प्रदान की है और इसमें से कुछ हिस्सा बांगलादेश को भी प्राप्त होगा, यह भी स्पष्ट है। इस बारे में बांगलादेश के प्रधानमंत्री ने भारत के प्रति आभार व्यक्त किया है।

पाकिस्तान के अलावा सार्क के अन्य सभी सदस्य देशों ने वर्तमान में जारी कोरोना के संकट का मुकाबला करने के लिए सहायता प्रदान करने पर भारत के प्रति आभार व्यक्त किया है। इस वजह से, कश्‍मीर का मुद्दा सामने लाकर भारत के सामने मुश्‍किलें खडी करने की कोशिश कर रहा पाकिस्तान ही मुश्‍किलों से घिरता दिख रहा है। सिर्फ पाकिस्तान ही नहीं, बल्कि अपने आर्थिक सामर्थ्य का इस्तेमाल करके सार्क सदस्य देशों पर अपना प्रभाव बढाने की कोशिश कर रहें चीन को भी इससे काफी बड़ा झटका लगा है। इस महामारी की जानकारी काफी समय के लिए दुनिया से छुपाकर रखनेवालें चीन की दुनियाभर से आलोचना हो रही है और आरोप रखें जा रहें हैं। इससे चीन की आंतर्राष्ट्रीय छवि अब ‘विश्‍वासघाती देश’ के तौर पर बन रही है। उसकी तुलना में, दुनियाभर के देशों को औषधि और अन्य मेडिकल सामान एवं सहायता प्रदान कर रहें भारत की प्रतिमा चमकदार हुई है।

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