चीन की वुहान लॅब में ही कोरोनावायरस का निर्माण – नोबेल विजेता वैज्ञानिक का आरोप

लंडन/वॉशिंग्टन, (वृत्तसंस्‍था) – कोरोनावायरस का निर्माण चीन के वुहानस्थित लॅब में से ही हुआ, ऐसा निष्कर्ष पारितोषिक विजेता संशोधक ‘लुक मौंटेनीर’ ने दर्ज़ किया है। कोरोनावायरस यह चीन ने विकसित किया हुआ जैविक शस्त्र होने का आरोप,  नोबेल पारितोषिक विजेता होनेवाले इस संशोधक के निष्कर्ष के कारण अधिक ही तीव्र हो सकता है। दुनियाभर में कोरोनावायरस फ़ैलाने के पीछे चीन की साज़िश है, यह यदि स्पष्ट हुआ, तो इस देश को उसके भयंकर परिणाम सहने पड़ेंगे, ऐसी धमकी  अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने दो ही दिन पहले दी थी। इस कारण, मौंटेनीर ने कोरोनावायरस के संदर्भ में दर्ज़ किये निष्कर्ष का महत्त्व प्रचंड प्रमाण में बढ़ा है।

दुनियाभर में लगभग पौने-दो लाख लोगों की जानें लेनेवाले कोरोनावायरस की उत्पत्ती वुहान की लॅब में हुई, ऐसा अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ज़ोर देकर कह रहे हैं। अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष चीन पर कर रहे इन आरोपों को ब्रिटन, ऑस्ट्रेलिया, जापान और तैवान इन देशों का समर्थन मिला था। अब नोबेल विजेता ‘लुक मौंटेनीर’ ने भी, कोरोनावायरस का निर्माण वुहान की लॅब में हुआ, ऐसा स्पष्ट किया है। लगभग बीस साल पहले से वुहान की लॅब में कोरोनावायरस पर संशोधन शुरू किया था और इस संशोधन में चीन ने अच्छी कुशलता प्राप्त की, ऐसी जानकारी मौंटेनीर ने फ्रेंच न्यूज़ चॅनल से बातचीत करते हुए दी।

मौंटेनीर के आरोपों पर दुनियाभर से संमिश्र प्रतिक्रियाएँ आ रहीं हैं। चीनसमर्थक वैद्यकीय अधिकारियों समेत जागतिक स्वास्थ्य संघटना पुन: एक बार चीन के बचाव के लिए दौड़ा है। लेकिन कोरोनावायरस का सच छिपाने के लिए चीन ने अपने ही नागरिकों पर की कार्रवाई की जानकारी भी ठीक इसी वक़्त बाहर आने लगी है। कोरोनावायरस का सच दुनिया के सामने प्रस्तुत करनेवाले पाँच चिनी नागरिक पिछले तीन महीनों से लापता हैं। इनमें डॉक्टर ली वेन्लियांग, रेन झिकियान्ग, चेन कियुशी, फेंग बिन  और ली जेहुआ का समावेश है। इनमें से डॉक्टर ली वेन्लियांग की कोरोनावायरस के कारण मृत्यु हुई है, ऐसा चीन द्वारा बताया जाता है। इसके अलावा, इस महामारी के बारे में सोशल मीडिया में जानकारी प्रकाशित करनेवाले पाँच हज़ार से अधिक लोगों को चिनी सुरक्षा यंत्रणा ने ग़िरफ़्तार किया होने की जानकारी ब्रिटन के माध्यमों ने दी।

‘जागतिक स्वास्थ्य संगठन’ (डब्ल्यूएचओ) पर के अपने प्रभाव का इस्तेमाल करके चीन ने छ: हफ़्तों तक इस महामारी को दुनिया से छिपाया, ऐसा आरोप व्हाईट हाऊस के सहायक ‘पीटर नव्यारो’ ने किया है। इन छ: हफ़्तों की कालावधि में वुहान के संक्रमण पर नियंत्रण पाया जा सकता था। लेकिन इस दौर में ५० लाख चिनी नागरिक वुहान से बाहर निकले और उन्होंने दुनियाभर में प्रवास किया, ऐसा दोषारोपण नव्यारो ने किया। साथ ही, इस संक्रमण का इस्तेमाल करके चीन ने वैद्यकीय सामग्री का भी धंधा शुरू किया, ऐसी तीख़ी आलोचना भी नव्यारो ने की।

कोरोनावायरस की महामारी दुनियाभर में हाहाकार मचा रही होते समय, चीन के विरोध में वातावरण अधिक से अधिक तीव्र बनता चला जा रहा है और चीन पर के आरोपों की गंभीरता भी बढ़ रही है। राजकीय नेताओं के साथ अब वैज्ञानिक भी, कोरोनावायरस मानवनिर्मित होकर, चीन की वुहान लॅब में ही उसका निर्माण हुआ, ऐसा निष्कर्ष दर्ज़ करने लगे हैं। इसका जवाब देना भी चीन के लिए बहुत मुश्किल साबित होनेवाला है। फिलहाल चीन इस आरोप का जवाब देने की कोशिश कर रहा होकर, ‘हम भी इस महामारी के शिक़ार बने हैं’ ऐसा बचाव चीन द्वारा किया जा रहा है। लेकिन चीन ने इस संदर्भ में किए दावों का स्वीकार करने के लिए विकसित देश तैयार नहीं हैं।

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