अमरीका और इस्रायली नेताओं के मतभेदों का पैलिस्टिनी लाभ उठाएं – अमरिकी विश्लेषकों की सलाह

वॉशिंग्टन – इस्रायली न्याय व्यवस्था के सुधार को लेकर प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू की भूमिका से पैलिस्टिनियों का प्रत्यक्ष संबंध नहीं है। लेकिन, अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने इस मुद्दे पर सार्वजनिक तौर पर प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू की आलोचना की है। इसकी वजह से पहली बार अमरीका और इस्रायली नेतृत्व के बीच तीव्र मतभेद निर्माण हुए हैं। इस बार अमरिकी शासक पार्टी के नेता भी नेत्यान्याहू की आलोचना कर रहे हैं। अमरीका और इस्रायल के इन मतभेदों का पैलिस्टिनी लाभ उठाएं और इस्रायल के कब्ज़े वाला अपना क्षेत्र छुड़ाएं, ऐसी सलाह अमरीका में स्थित पैलेस्टिनी विश्लेषक दे रहे हैं। दो दिन पहले ईरान ने भी इस्रायल के अंदरुनि संघर्ष का पैलेस्टिनी लाभ उठाएं, यह सुझाव दिया था। 

मतभेदन्यायिक प्रणाली के सुधार का निर्णय अप्रैल के अन्त में सभी दलों के नेताओं से चर्चा करने के बाद लेंगे, यह ऐलान इस्रायल के प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू ने किया। इसके बावजूद अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने इस्रायल के प्रधानमंत्री की नीति की आलोचना की। साथ ही ऐसी नीति के कारण नेत्यान्याहू की सरकार ज्यादा समय तक नहीं टिक पाएगी, ऐसी चेतावनी बायडेन ने दी थी। इस पर गुस्सा हुए प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू ने भी सार्वभौम इस्रायल की नीति विदेशी हस्तक्षेप पर निर्भर नहीं है, ऐसी फटकार लगाई थी।

अमरीका और इस्रायल के नेतृत्व ने खुलेआम एकदूसरे की आलोचना करने के बाद दोनों मित्र देशों के संबंधों में तनाव निर्माण होने की खबरें प्रसिद्ध हुई थीं। इसके बाद अमरीका के विदेश मंत्री एंथनी ब्लिंकन ने इस्रायल के विदेश मंत्री एली कोहेन से फोन पर हुई चर्चा में इस्रायल अमरीका का पुराना मित्र देश होने की बात स्पष्ट की। लेकिन, अगले ही समय ब्लिंकन ने इस्रायल को पैलेस्टिनियों से विवाद न करने की चेतावनी दी है। इस पर अमरीका और इस्रायल के नेतृत्व में मतभेद होने की बात फिर से स्पष्ट हुई है।

राष्ट्राध्यक्ष बायडेन की शासक पार्टी के वरिष्ठ नेता बर्नी सैन्डर्स और जमाल बोमन ने भी न्याय व्यवस्था के सुधार को लेकर आलोचना करते हुए इस्रायल की नेत्यान्याहू सरकार लोकतंत्र विरोधी अभियान में जुटी होने का आरोप लगाया। प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू की यह भूमिका सिर्फ इस्रायल के लिए ही नहीं, बल्कि पैलिस्टिनियों के लिए भी खतरनाक होने का बयान सैन्डर्स-बोमन ने किया था। साथ ही इस्रायल को दिए जानेवाले हथियारों पर मर्यादा लगाने की मांग सैन्डर्स-बोमन ने की थी। 

मतभेदअमरिकी कांग्रेस के डेमोक्रैट पार्टी के अन्य सदस्यों ने भी नेत्यान्याहू की वजह से इस्रायल के लोकतंत्र को खतरा है, ऐसा कहकर प्रदर्शनकारियों का समर्थन किया था। अमरीका की शासक पार्टी द्वारा इस्रायल के नेतृत्व की आलोचना की ओर अमरीका स्थित पैलेस्टिनी विश्लेषकों ने ध्यान आकर्षित किया। न्यायिक सुधार को लेकर इस्रायल के प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू निर्णय लेंगे, फिलहाल इसका पैलिस्टिनियों से संबंध नहीं है। लेकिन, अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष बायडेन और शासक दल के नेताओं ने इस्रायल के लोकतंत्र और स्वतंत्रता पर सवाल उठाने की वजह से पैलेस्टिनियों को लाभ हो सकता है, यह दावा अमरिकी विश्लेषक यूसेफ मुनायेर ने किया है।

प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू के नेतृत्व में पैलेस्टिनियों पर अत्याचार होने के आरोपों को बल प्राप्त होगा, पैलेस्टिनियों का मुद्दा अधिक तीव्रता से पेश करना संभव हो पाएगा, ऐसा सुझाव मुनायेर ने दिया। ऐसे में इस्रायल की अस्थिरता का लाभ उठाकर पैलेस्टिनियों के अधिकारों का उल्लंघन होने के आरोप अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पेश करना संभव होगा, ऐसा दावा नोरा एरकत नामक पैलेस्टिनी विश्लेषिका ने किया। स्वतंत्र पैलेस्टिन के लिए कोशिशों को इससे सहायता मिलेगी, ऐसा सुझाव नोरा ने दिया।

इसी बीच, इस्रायल के विपक्षी नेता प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू के साथ चर्चा करके न्यायिक सुधार का विवाद खत्म करने के लिए तैयार नहीं हैं। इसकी वजह से इस्रायल में अब भी अस्थिरता बनी हुई है। पैलेस्टिनी इसका लाभ उठाएं, यह कहकर ईरान के रिवोल्युशनरी गार्डस्‌ ने वेस्ट बैंक के चरमपंथियों को भड़काया था। 

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