‘पूर्व भूमध्य’ यूरोप के लिए ऊर्जा का स्त्रोत बनेगा – इस्रायल, ग्रीस और साइप्रस का ऐलान

निकोसिया – रशिया-यूक्रेन के बीच युद्ध की वजह से ईंधन और एक-दूसरे के संबंधों की अधिकाधिक ज़रूरत महसूस होने लगी है। पूर्व भूमध्य समुद्र से गूजरने वाली ईंधन वायु की पाइपलाइन जल्द ही यूरोप तक पहुंचेगी। लेकिन, इसके साथ ही २००० मेगावैट क्षमता के बिजली के केबल्स का नेटवर्क भी इस समुद्री क्षेत्र में बिछाया जा रहा है। इसकी वजह से जल्द ही पूर्व भूमधय यूरोप के लिए ऊर्जा का स्रोत बनेगा, यह ऐलान इस्रायल, ग्रीस और साइप्रस के विदेश मंत्रियों ने किया। 

'पूर्व भूमध्य’ यूरोपशुक्रवार को इस्रायल के विदेश मंत्री एली कोहेन, ग्रीस के विदेश मंत्री निकोस डेंडियास और साइप्रस के विदेश मंत्री कॉन्स्टैन्टिनोस कोंबोस के बीच साइप्रस की राजधानी में बैठक हुई। भूमध्य समुद्र में स्थित इस्रायली ईंधन वायु निर्माण केंद्र से पाइपलाइन के ज़रिये साइप्रस और ग्रीस तक ईंधन वायु पहुंचाने को लेकर पिछले साल तीनों देशों में समझौता हुआ था। इससे ग्रीस और साइप्रस की रशियन ईंधन पर निर्भरता कम घट जाएगी, ऐसा दावा किया जा रहा है। 

'पूर्व भूमध्य’ यूरोपइसकी वजह से इस पाइपलाइन का काम पूरा करने के मुद्दे पर चर्चा करने के लिए इस्रायल, ग्रीस और साइप्रस के विदेश मंत्रियों ने मुलाकात की थी। तब यूरोप के लिए एनर्जी कॉरिडोर स्थापित करने के मुद्दे पर भी तीनों विदेश मंत्रियों के बीच चर्चा हुई। इस्रायल, ग्रीस और साइप्रस के ‘ईस्ट मेड’ ईंधन पाइपलाइन की वजह से यूरोपिय देशों को लाभ हो सकता है तथा, कम से कम २००० मेगावॉट क्षमता के बिजली के केबल्स का नेतवर्क समुद्र में बिछाए जाने के बाद इससे भी यूरोप को लाभ ही होगा, ऐसा दावा इन तीनों विदेश मंत्रियों ने किया।

अक्षय ऊर्जा को लेकर इस्रायल बड़ी अहम भूमिका निभा रहा है और इसका लाभ ग्रीस, साइप्रस के अलावा यूरोपिय देशों को भी हो सकता है, ऐसा विदेश मंत्री कोहेन ने कहा। १,९०० किलोमीटर लंबी ‘ईस्ट मेड’ ईंधन पाइपलाइन के लिए छह अरब डॉलर्स की जरुरत है। इसके लिए यूरोपिय महासंघ के ‘कनेक्टिंग यूरोप फैसिलिटी’ के तहत १.७४ अरब डॉलर्स मिलेंगे, यह जानकारी भी कोहेन ने साझा की। इसके साथ ही तुर्की भी इस योजना में शामिल हो, ऐसा आवाहन ग्रीस के विदेश मंत्री ने किया।

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