’यूएई’ के बाद बहरीन करेगा इस्रायल के साथ द्विपक्षिय सहयोग समझौता

वॉशिंग्टन – ‘संयुक्त अरब अमीरात’ (यूएई) के बाद अब बहरीन ने भी इस्रायल के साथ संबंध सुधारने का ऐलान किया है। अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने इस्रायल और बहरीन के बीच होनेवाले इस द्विपक्षिय सहयोग की जानकारी साझा की। ‘खाड़ी क्षेत्र की शांति के लिए यह एक ऐतिहासिक दिन है और अन्य अरब देश भी यही निर्णय करेंगे’, ऐसा विश्‍वासा भी राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने व्यक्त किया। इस्रायल के साथ द्विपक्षिय सहयोग स्थापित करनेवाला बहरीन चौथा अरब देश बन रहा है। २९ दिन पहले ‘यूएई’ ने इस्रायल के साथ द्विपक्षिय संबंध स्थापित किए थे। इसी बीच, विश्‍वभर में इस सहयोग का स्वागत हो रहा है और तभी बहरीन ने यह निर्णय करना पैलेस्टिनी नागरिकों के पीठ में खंजर भोंकना है, ऐसी आलोचना पैलेस्टिन, ईरान और तुर्की ने की है।

Bahrain-Israel-USअमरीका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने शुक्रवार के दिन इस्रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू और बहरीन के राजा हमाद बिन इसा अल खलिफा से फोन पर बातचीत की। इस बातचीत के बाद राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने संयुक्त निवेदन जारी करके इस्रायल-बहरीन के द्विपक्षिय सहयोग की जानकारी सार्वजनिक की। ‘खाड़ी क्षेत्र की शांति के लिए यह एक ऐतिहासिक घटना है और इन दोनों देशों का द्विपक्षिय सहयोग स्थापित होने से खाड़ी क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव होंगे। इस क्षेत्र की शांति, स्थिरता और सुरक्षा के लिए यह एक बड़ा अहम कदस साबित होगा’, यह विश्‍वास संबंधित निवेदन में व्यक्त किया गया है। इस द्विपक्षिय सहयोग की वजह से दोनों देशों में व्यापार, सुरक्षा एवं अन्य क्षेत्रों के संबंध सुधरेंगे, यह दावा किया जा रहा है।

लगभग एक महीना पहले इस्रायल और ‘यूएई’ के बीच द्विपक्षिय सहयोग स्थापित हुए और आनेवाले मंगलवार के दिन संबंधित समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए इस्रायल के प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू और ‘यूएई’ के विदेशमंत्री शेख अब्दुल्ला बिन ज़ईद अल नह्यान अमरीका में उपस्थित रहेंगे। इस दौरान बहरीन के विदेशमंत्री अब्दुललतिफ अल ज़यानी भी इस्रायल के साथ समझौते पर हस्ताक्षर करेंगे। कुछ दिन पहले ही बहरीन ने इस्रायल के विमानों के लिए अपनी हवाई सीमा खुली की थी। बहरीन के बाद अब ओमान भी इस्रायल के साथ द्विपक्षिय सहयोग स्थापित कर सकता है, ऐसे दावे अमरिकी माध्यम कर रहे हैं। तब यूएई और अब बहरीन ने इस्रायल के साथ संबंध स्थापित किए जाने से सभी स्तरों से प्रतिक्रिया प्राप्त हो रही है।

Bahrain-Israel-USब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया के साथ यूएई, इजिप्ट, जॉर्डन आदि देशों ने भी इस सहयोग का स्वागत किया है। मगर सौदी अरब ने इस्रायल-बहरीन के द्विपक्षिय सहयोग पर प्रतिक्रिया देना टाल दिया है। लेकिन, सौदी की अनुमति लिए बगैर बहरीन ऐसा कदम उठा नहीं सकता, यह दावा खाड़ी क्षेत्र के विश्‍लेषक कर रहे हैं। यूएई की तरह बहरीन ने इस्रायल के साथ किए इस द्विपक्षिय सहयोग को सौदी का छिपा समर्थन होने की बात कही जा रही है। लेकिन, एक के बाद एक अरब देशों ने इस्रायल के साथ संबंध सुधारने के लिए कदम उठाने से पैलेस्टिन स्थित फताह और हमास ने गुस्सा व्यक्त किया है। इस द्विपक्षिय सहयोग के साथ ही बहरीन ने पैलेस्टिनी नागरिकों के पीठ में खंजर भोंका है, ऐसा आरोप पैलेस्टिन की सरकार ने किया है। तभी, य द्विपक्षिय सहयोग यानी पैलेस्टिन के खिलाफ़ आक्रमण है और इसके कारण पैलेस्टिन की मुहिम को झटका लगेगा, ऐसा दावा हमास ने किया है।

ईरान ने इस समझौते पर बयान करते समय ऐसा कहा है कि, ‘बहरीन भी इस्रायल के अपराधों का साझेदार हुआ है। इस द्विपक्षिय सहयोग के साथ बहरीन ने सबसे बड़ी दगाबाज़ी की है।’ ईरान के विदेश मंत्रालय ने यह आलोचना की है। इसी बीच तुर्की ने भी इस्रायल-बहरीन के द्विपक्षिय सहयोग पर आलोचना की है। इस्रायल के साथ जा मिलकर बहरीन ने स्वतंत्र पैलेस्टिन की मुहिम को बड़ा झटका दिया है, ऐसा आरोप तुर्की ने किया। इस समझौते की वजह से इस्रायल ने पैलेस्टिन पर किया हुआ कब्ज़ा स्थाई होगा, यह दावा तुर्की के विदेश मंत्रालय ने किया है। ईरान और तुर्की ने इससे पहले इस्रायल-युएई द्विपक्षिय सहयोग पर भी आलोचना की थी।

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