‘पॅरिस’ बैठक में होनेवाले इस्रायलविरोधी फ़ैसले का ब्रिटन एवं बाल्कन देशों द्वारा विरोध

ब्रुसेल्स, दिनांक १८: ‘डोनाल्ड ट्रम्प ने अमरीका के सूत्र अपने हाथ लेने की पश्‍चात् ही इस्रायल-पॅलेस्टाईन शांतिचर्चा से संबंधित ‘सुयोग्य कदम’ उठाये जायेंगे’ ऐसा कहकर ब्रिटन एवं बाल्कन देशों ने पॅरिस मे किये गए इस्रायलविरोधी फ़ैसले का विरोध किया| इस्रायल एवं पॅलेस्टाईन की शांतिचर्चा एवं द्विराष्ट्रवाद की संकल्पना, इस विषय पर ६० देशों द्वारा पॅरिस में किए गए फ़ैसले पर एक निश्‍चित सहमति के लिए युरोपीय महासंघ की बैठक अतिशीध्रतापूर्व आयोजित की गई थी| परन्तु ब्रिटन एवं बाल्कन के कुछ देशों ने इस फैसले के खिलाफ आवाज उठाने के कारण युरोपीय देशों में ही इस संबंध में एकमत न होने की बात स्पष्ट हुई|

balkan countries

चार दिन पूर्व ही फ्रान्स की राजधानी पॅरिस में इस्रायल-पॅलेस्टाईन शांतिचर्चा संबंध में सबसे बड़ी आंतर्राष्ट्रीय बैठक का आयोजन किया गया था| इस बैठक में, इस्रायल तथा पॅलेस्टाईन को स्वतंत्र राष्ट्र का दर्जा प्राप्त हो इसलिए द्विराष्ट्रवाद की संकल्पना बहुमत से मान्य की गई| वैसे ही, इस्रायल वेस्ट बैंक में बस्तियों का निर्माणकार्य रोक दें, ऐसी सूचना पॅरिस की बैठक में की गई थी| इसके अतिरिक्त जेरूसलम, सीमारेखा निश्‍चिति, निर्वासित ऐसे मुद्दों पर भी इस बैठक में चर्चा हुई थी|

पॅरिस में होने वाले इस फैसले का स्वीकार युरोपीय महासंघ भी करें, इसके लिए फ्रान्स ने दबाव डाला था| इसलिए सोमवार के दिन महासंघ की बैठक तत्काल बुलायी गई थी| परन्तु इस बैठक में सहभागी होने से पहले ही ब्रिटन नें पॅरिस के फैसले की आलोचना करते हुए विरोध प्रदर्शित किया| ‘पॅरिस में होनेवाली आंतर्राष्ट्रीय बैठक में किया जानेवाला फ़ैसला हमें मान्य नहीं है| क्योंकि इस्रायल एवं पॅलेस्टाईन के मुद्दों पर आयोजित बैठक में इन दोनों देशों के प्रतिनिधियों को ही आमंत्रित नहीं किया गया था, जो अयोग्य है। उसमें भी, इस्रायल का इस बैठक को पूर्ण विरोध था’ ऐसी प्रतिक्रिया ब्रिटन के विदेशमंत्रालय ने व्यक्त की|

उसी के साथ, इस आंतर्राष्ट्रीय समझौते के ‘गॅरेंटर’ के तौर पर अमरीका की ओर देखा जाता है। इसलिए, अमरीका के नये राष्ट्राध्यक्ष ने सत्ता की बागडोर सँभालने में अब कुछ ही दिन बाक़ी रहते समय, इस मामले में फ़ैसला करना उचित नहीं होगा’ ऐसा कहकर ब्रिटन के विदेशमंत्रालय ने पॅरिस बैठक में हुए फ़ैसले की आलोचना की।

Federica-Mogherini

वहीं, युरोप के बाल्कन इलाक़े के सर्बिया, अल्बेनिया, रोमानिया, स्लावाकिया आदि इस्रायल के मित्रदेशों ने भी उल्लेखित बैठक के फ़ैसले पर विचारपूर्वक भूमिका अपनायी। ट्रम्प के अमरिका के राष्ट्राध्यक्षपद पर विराजमान होने के पश्‍चात् ही इस मुद्दे पर योग्य दिशा में कदम उठाये जायेंगे, इसी प्रकार की भूमिका इन देशों ने भी अपनायी है| युरोपीय महासंघ की विदेशनीति की प्रमुख ‘फेडरिका मोघेरीनी’ ने, महासंघ के सदस्य देशों के परराष्ट्रमंत्रियों की ब्रुसेल्स में हुई बैठक, बिना किसी फैसले के ही संपन्न कर दी गई, ऐसा कहा। लेकिन द्विराष्ट्रवाद की संकल्पना पर महासंघ के सभी सदस्यों का एकमत है, ऐसा दावा मोघेरीनी ने किया| साथ ही, इस प्रस्ताव को ब्रिटन का कोई विरोध नहीं है, यह कहकर महासंघ की विदेशनीति के प्रमुख ने इस बात को स्पष्ट किया कि इस मामले में कोई विवाद नहीं है|

लेकिन इस्रायल के अमरिकी दूतावास को जेरूसलेम में स्थानांतरित करने के सिलसिले में डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा की गई घोषणा को लेकर मोघेरीनी ने चिंता व्यक्त की| भविष्य में यदि अमरीका ने तेल अविव स्थित अपने दूतावास को जेरूसलम में स्थानांतरित कर दिया, तो उसकी गूँजें दुनियाभर में सुनायी देंगी’ ऐसी चेतावनी मोघेरीनी ने दी| साथ ही, अमरीका ने यदि अपने दूतावास का निर्माण जेरूसलम में किया भी, तो भी युरोपीय महासंघ अपने ‘तेल अवीव’ स्थित दूतावास का अन्यत्र स्थानांतरण नहीं करेगा| इस मामले में महासंघ अमरीका का अनुकरण नहीं करेगा, यह बात मोघेरीनी ने स्पष्ट की|

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