रशिया के ‘कैवकाज़-२०२०’ लष्करी युद्धाभ्यास में चीन समेत ईरान और पाकिस्तान शामिल

Russia-kavkazमास्को – रशिया ने ‘कैवकाज़-२०२०’ नामक बहुराष्ट्रीय लष्करी युद्धाभ्यास का आयोजन किया है और इस युद्धाभ्यास में चीन समेत ईरान और पाकिस्तान भी शामिल हो रहे हैं। चीन का इस युद्धाभ्यास में हुआ समावेश यानी रशिया-चीन सामरिक साझेदारी का नया चरण होने का दावा चीन के रक्षा मंत्रालय ने किया है। भारत ने इस युद्धाभ्यास में शामिल होने से इंकार किया है और कोरोना की वजह से बनी स्थिति में लष्करी दल भेजना संभव ना होने की बात स्पष्ट की गई है।

रशिया के रक्षामंत्री सर्जेई शोइगु ने एक वीडियो कान्फरन्सिंग के माध्यम से इस युद्धाभ्यास की जानकारी साझा की। २१ से २६ सितंबर के दौरान ‘कैवकाज़-२०२०’ का आयोजन होगा और इसमें रशिया के साथ १० देश शामिल होंगे। इनके अलावा नौ देश बतौर निरीक्षक शामिल हो रहे हैं और अपने प्रतिनिधि भेज रहे हैं। युद्धाभ्यास में शामिल हो रहे देशों में चीन, ईरान, पाकिस्तान, कझाकस्तान, बेलारूस, अर्मेनिया, म्यानमार, साउथ ऑसेटिया, अब्खाझिया आदि देश शामिल हो रहे हैं।

Russia-kavkazचीन के रक्षा मंत्रालय ने इस युद्धाभ्यास के मुद्दे पर स्वतंत्र निवेदन जारी किया है और इसमें यह युद्धाभ्यास चीन-रशिया संबंधों के लिए अहम क्षण होने का दावा किया है। रशिया में हो रहा युद्धाभ्यास अन्य किसी भी देश को लक्ष्य करनेवाला नहीं है। कोरोना की महामारी की पृष्ठभूमि पर चीन का इस युद्धाभ्यास में हो रहा समावेश दो दशों की साझेदारी अधिक मज़बूत करनेवाला एवं द्विपक्षीय सहयोग का नया स्तर साबित होगा, यह बात चीन के रक्षामंत्रालय ने कही है।

कोरोना की महामारी की पृष्ठभूमि पर चीन की जारी गतिविधयों पर विश्‍वभर में विरोध बढ़ रहा है। अमरीका के साथ यूरोप और एशियाई देश भी चीन के खिलाफ़ आवाज़ उठा रहे हैं। ऐसी स्थिति में चीन रशिया जैसे पुराने और पारंपरिक मित्रदेशों से बने संबंध जारी रखने की कोशिश कर रहा है। इसी कारण चीन के लिए रशिया के साथ होनेवाला बहुराष्ट्रीय युद्धाभ्यास काफी अहम साबित होने की बात दिख रही है।

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