तुर्की ने किए ‘एस-४००’ के परीक्षण पर अमरीका की आलोचना

वॉशिंग्टन/अंकारा – तुर्की ने शुक्रवार के दिन रशियन ‘एस-४००’ मिसाइल यंत्रणा का परीक्षण करने की जानकारी सामने आयी है और अमरीका ने इस पर कड़ी आलोचना की है। अमरीका और नाटो के सहयोगी के तौर पर तुर्की की खास प्रतिबद्धता है और ‘एस-४००’ सक्रिय करना उससे मेल नहीं रखता, इन शब्दों में अमरिकी रक्षा विभाग ने नाराज़गी व्यक्त की। अमरिकी विदेश विभाग ने भी तुर्की को आड़े हाथों लिया है और यह आरोप भी रखा है कि, तुर्की ने अमरीका के सामरिक साझेदार के तौर पर बनती ज़िम्मेदारी का उल्लंघन किया है। रशियन मिसाइल यंत्रणा कार्यरत करने पर तुर्की को प्रतिबंधों का मुकाबला करना पड़ेगा, यह इशारा अमरीका ने पहले ही दिया था। फिलहाल सीरिया, लीबिया, ग्रीस एवं आर्मेनिया-अज़रबैजान के संघर्ष के मुद्दे पर अमरीका और तुर्की से संबंधित काफी तनाव है और ‘एस-४००’ के परीक्षण से यह तनाव और भी बढ़ेगा, यह संकेत प्राप्त हो रहे हैं।

turkey-s-400-usतुर्की के ‘ब्लैक सी’ के सिनोप क्षेत्र में शुक्रवार के दिन रशियन निर्माण की प्रगत ‘एस-४००’ का परीक्षण करने का वृत्त स्थानीय समाचार चैनल ने दिया है। तुर्की के रक्षा विभाग ने परीक्षण करने की कबूली देने से इन्कार किया है लेकिन, इस वृत्त से इन्कार भी नहीं किया है। इससे संबंधि कुछ वीडियो एवं फोटो भी सोशल मीडिया पर प्रसिद्ध हुए हैं। रशिया की सरकारी वृत्तसंस्था तास ने तुर्की ने ‘एस-४००’ के परीक्षण में तीन मिसाइलों का इस्तेमाल करने की जानकारी प्रदान की है। लष्करी एवं राजनीतिक सूत्रों के दाखिले से यह जानकारी प्रदान होने की बात रशियन वृत्तसंस्था ने कही है। इस वजह से तुर्की ने ‘एस-४००’ का परीक्षण करने के दावे की पुष्टी होती दिख रही है।

तुर्की ने वर्ष २०१७ में २.५ अरब डॉलर्स का समझौता करके रशिया से ‘एस-४००’ की खरीद की थी। इस वर्ष मार्च महीने में यह यंत्रणा पूरी तरह से सक्रिय होने की उम्मीद थी। लेकिन, बीते महीने में यह प्रगत ‘एस-४००’ हवाई सुरक्षा यंत्रणा सदोष होने से इसकी तैनाती अभी हो नहीं सकी है, यह दावा ग्रीस की न्यूज वेबसाईट पर किया गया था। इस पर रशिया और तुर्की के बीच तनाव निर्माण होने की बात भी ग्रीक वेबसाईट ने की थी। इस पृष्ठभूमि पर तुर्की ने यह यंत्रणा सक्रिय करने के लिए यकायक कदम उठाकर इस यंत्रणा का सफल परीक्षण करना ध्यान आकर्षित करता है।

तुर्की के इस परीक्षण पर अमरीका ने तीव्र प्रतिक्रिया दर्ज़ की है। एस-४०० से संबंधित अपनी भूमिका काफी स्पष्ट तौर पर रखी है। अमरीका और नाटो के सहयोगी के तौर पर तुर्की की खास प्रतिबद्धता है। ‘एस-४००’ कार्यरत होना उससे मेल नहीं रखता। अमरीका ने तुर्की की खरीद पर पहले ही आपत्ति जताई थी। यदि तुर्की इस यंत्रणा को सक्रिय करता है तो अमरीका के लिए यह काफी चिंता की बात साबित होती है, इन शब्दों में अमरिकी रक्षा विभाग ने तुर्की को फटकार लगाई है। अमरिकी विदेश विभाग ने भी तुर्की के परीक्षण पर नाराज़गी व्यक्त की है और नाटो के सदस्य देश और अमरीका के साझेदार के तौर पर बनती ज़िम्मेदारी का तुर्की ने उल्लंघन किया है, यह आरोप भी विदेश विभाग की प्रवक्ता मॉर्गन ओर्टागस ने किया है। अमरीका के वरिष्ठ सांसद जिम रिश ने तुर्की का बर्ताव अस्वीकारार्ह होने की बात कही है। सिनेटर बॉब मैनेडेझ ने तुर्की पर शीर्घ प्रतिबंध लगाने की आक्रामक माँग की है।

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